नई दिल्ली / स्पेशल डेस्क: दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार ने 20 फरवरी को शपथ ग्रहण करने के बाद 30 मई यानि आज अपने 100 दिन पूरे किए। इस अवधि में सरकार ने कई योजनाओं और परियोजनाओं पर काम शुरू किया, जिनका ब्योरा मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता 31 मई को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एक कार्यक्रम में रिपोर्ट कार्ड के रूप में पेश करने वाली हैं। दूसरी ओर विपक्ष, विशेष रूप से आम आदमी पार्टी (आप) ने सरकार की उपलब्धियों पर सवाल उठाए और इसे “100 दिन की असफलता” करार दिया। आइए इस अवधि में किए गए कार्यों, सरकार और विपक्ष के दावों और चुनौतियों का विशेष विश्लेषण एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा से समझते हैं।
बीजेपी के 100 दिनों की उपलब्धियां !
दिल्ली बीजेपी सरकार ने अपने पहले 100 दिनों में कई क्षेत्रों में काम शुरू किया, जो उनके घोषणापत्र और जनता से किए गए वादों पर हैं।
सरकार ने आयुष्मान भारत योजना को लागू किया, जिसके तहत आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) के तहत ABHA ID (आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट) को अनिवार्य किया गया, जिससे मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री डिजिटल रूप से सुरक्षित रहेगी और इलाज में सुविधा होगी। इस योजना के लिए 9.92 करोड़ रुपये आवंटित किए गए।
31 मई को 33 आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्वास्थ्य क्लीनिकों का उद्घाटन होगा। 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए “वय वंदन योजना” शुरू की गई, जिसके तहत 10 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध होगा।
यमुना सफाई परियोजना
बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में यमुना नदी को 2028 तक साफ करने का वादा किया था। इस दिशा में काम शुरू हो चुका है, जिसमें यमुना में तैरते कचरे को हटाने के लिए मशीनें लगाई गई हैं। नजफगढ़ ड्रेन, जो यमुना में 60% से अधिक गंदगी का स्रोत है, की सफाई को प्राथमिकता दी गई। इसके लिए साहिबी रिवर बोर्ड बनाया गया और 40 डिसेंट्रलाइज्ड सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स के लिए 2000 करोड़ रुपये से अधिक का बजट आवंटित किया गया।
हालांकि, यमुना सफाई अभी शुरुआती चरण में है और ज्यादातर काम योजना और निर्देश तक सीमित है। जमीन पर ठोस परिणाम अभी दिखाई नहीं दे रहे हैं।
परिवहन और बुनियादी ढांचा
दिल्ली की सड़कों पर 400 इलेक्ट्रिक “देवी बसें” शुरू की गईं, और सरकार का दावा है कि बसों की कमी को दूर करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। मेट्रो के चौथे चरण के विस्तार की सभी लंबित योजनाओं को मंजूरी दी गई। बाहरी दिल्ली में नए फ्लाईओवर के निर्माण की घोषणा हुई और ट्रैफिक जाम कम करने के लिए परियोजनाओं को तेज किया गया।
दिल्ली को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए अभियान शुरू किया गया, जिसमें बेहतर जल निकासी, स्ट्रीट लाइटिंग, और प्रमुख सड़कों का आधुनिकीकरण शामिल है। नांगलोई रोड पर नाला निर्माण का काम तेजी से शुरू हुआ, जो बरसात में जलभराव का प्रमुख क्षेत्र था।
महिला समृद्धि योजना
बीजेपी ने गरीब महिलाओं को प्रति माह 2500 रुपये देने का वादा किया था। इस योजना के लिए 5100 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया, और नियम-कायदे तय करने के लिए एक कमेटी बनाई गई।अभी तक किसी भी महिला के खाते में 2500 रुपये नहीं पहुंचे हैं, और योजना को लागू करने में कई प्रशासनिक और वित्तीय चुनौतियां हैं।
पारदर्शिता और जवाबदेही
सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में सीएजी की 14 लंबित रिपोर्ट्स को पेश किया, जिसे पारदर्शिता की दिशा में एक कदम बताया गया। दिल्ली के सभी जिला मुख्यालयों में सुझाव और शिकायतों के लिए कंप्लेन बॉक्स लगाए गए हैं। जल बोर्ड में पारदर्शिता के लिए पानी के टैंकरों पर जीपीएस लगाए गए, ताकि उनकी निगरानी हो सके।
मार्च 2025 में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 1 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया, जो पिछले वर्ष के 76,000 करोड़ रुपये के बजट से 31.5% अधिक था। इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन, पर्यावरण, और सामाजिक कल्याण जैसे क्षेत्रों के लिए बढ़ा हुआ आवंटन शामिल था। हालांकि, सरकार ने वित्तीय मामलों में सतर्कता बरती और बड़े खर्चों को नियंत्रित करने की कोशिश की।
ऑटो-टैक्सी और कामगारों के लिए वेलफेयर बोर्ड बनाने की दिशा में काम शुरू हुआ। दिल्ली में कोविड-19 के मामलों (104 सक्रिय केस) को देखते हुए स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया, और अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया।
दिल्ली सरकार के दावे
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दावा किया कि सरकार ने 100 दिनों में जनकल्याण, पारदर्शिता, और जवाबदेही के लिए 24 घंटे काम किया। रेखा गुप्ता ने कहा कि “उनकी सरकार ने दिल्ली की जनता के हितों के साथ कोई समझौता नहीं किया और हर काम का ब्योरा जनता के सामने पेश किया जाएगा।”
LIVE: Press Conference by Hon'ble Chief Minister Smt. Rekha Gupta https://t.co/HXcIePUJlB
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) May 30, 2025
वीरेंद्र सचदेवा ने पूर्ववर्ती आप सरकार पर भ्रष्टाचार और दोषारोपण की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार सड़कों पर काम करती दिख रही है, न कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में।
दिल्ली सरकार के 100 दिन: सुशासन, सेवा और संकल्प का प्रतीक!@Virend_Sachdeva pic.twitter.com/tCDEWQY6F9
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) May 29, 2025
सरकार ने दावा किया कि दिल्ली की व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने को प्राथमिकता दी गई, और “विकास, विश्वास, और राष्ट्र प्रथम” की भावना को साकार किया गया।
आम आदमी पार्टी के आरोप
आम आदमी पार्टी ने बीजेपी सरकार के 100 दिनों को “असफलता का शतक” करार दिया और एक वैकल्पिक “असफलता का रिपोर्ट कार्ड” जारी किया। आप का दावा है कि आप सरकार ने 10 साल की मेहनत से 24 घंटे बिजली सुनिश्चित की थी, लेकिन बीजेपी के शासन में लंबे पावर कट शुरू हो गए और बिजली के दाम (PPAC) बढ़ा दिए गए।
BJP की खटारा इंजन की 100 दिनों की सरकार से ही दिल्लीवाले हो गए परेशान‼️
दिल्लीवालों को याद आ रहे हैं केजरीवाल…#100DaysOfBJPFailure pic.twitter.com/f4BABV0Yuc
— AAP (@AamAadmiParty) May 30, 2025
आप ने कहा सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो के जरिए पोस्ट कर कहा कि “बीजेपी ने 8 मार्च तक 2500 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन यह पूरा नहीं हुआ।होली और दिवाली पर गरीब महिलाओं को मुफ्त सिलेंडर देने का वादा भी पूरा नहीं हुआ। आप ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने प्राइवेट स्कूलों की बेलगाम फीस वृद्धि को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। दिल्ली में पानी की आपूर्ति में कमी आई, जिससे जनता को परेशानी हुई।
आप नेता अनुराग ढांडा ने दावा किया कि अप्रैल में दिल्ली में AQI 500 से अधिक हो गया और बीजेपी नेताओं को इसकी समझ तक नहीं है। आप ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने आप सरकार की जनहितकारी योजनाओं को बंद कर दिया, जिससे जनता का जीवन “नर्क” बन गया। आप ने कहा कि हल्की बारिश में भी दिल्ली डूब गई, जो बीजेपी सरकार की नाकामी को दर्शाता है।
BJP सरकार के 100 दिन का रिपोर्ट कार्ड‼️👇
1️⃣ बिजली व्यवस्था का ठप्प होना और बिजली महंगी होना
2️⃣ महिलाओं को 8 मार्च तक ₹2500 देने और होली पर मुफ्त सिलेंडर देने का वादा पूरा नहीं किया
3️⃣ प्राइवेट स्कूलों ने फीस बढ़ाई
4️⃣ दिल्ली में पानी की त्राहि-त्राहि, सप्लाई में आई कमी
5️⃣… pic.twitter.com/DfCTsApbX5
— AAP (@AamAadmiParty) May 29, 2025
आप नेता आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने कहा कि “बीजेपी ने अपने वादों को पूरा करने में विफलता दिखाई और दिल्ली की व्यवस्थाओं को बिगाड़ दिया। आप ने यह भी दावा किया कि जनता अब अरविंद केजरीवाल की सरकार को याद कर रही है।”
बीजेपी सरकार के 100 दिनों की असफलता का Report Card हुआ जारी‼️
दिल्ली में इस समय शरारती बच्चों की सरकार है और यह सरकार अपना झूठा रिपोर्ट कार्ड ख़ुद ही बना लाई है।
लेकिन इनका असली रिपोर्ट कार्ड हमने बनाया है, जिसमें हमने इनकी तमाम नाकामियों का जिक्र किया है। @Saurabh_MLAgk… pic.twitter.com/6zQWoGvUhU
— AAP (@AamAadmiParty) May 30, 2025
चुनौतियां और अधूरे वादे
महिला समृद्धि योजना 2500 रुपये प्रति माह देने का वादा अभी तक पूरा नहीं हुआ, और इसे लागू करने में प्रशासनिक बाधाएं हैं। मुफ्त सिलेंडर होली और दिवाली पर मुफ्त सिलेंडर का प्रस्ताव अभी तक तैयार नहीं हुआ। यमुना सफाई हालांकि काम शुरू हुआ है, लेकिन यह अभी प्लानिंग और शुरुआती चरण में है। साबरमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर यमुना रिवर फ्रंट बनाने का लक्ष्य लंबी अवधि का है।
बुनियादी ढांचा सड़कों, रेलवे और हवाई अड्डों के लिए किए गए बड़े वादों (41,000 करोड़ रुपये सड़कों, 15,000 करोड़ रुपये रेलवे और 21,000 करोड़ रुपये हवाई अड्डों के लिए) पर अभी काम शुरू नहीं हुआ है। शिक्षा और स्वास्थ्य केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए 15,000 रुपये की सहायता जैसे वादों पर प्रगति स्पष्ट नहीं है।
पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए कदम
बीजेपी सरकार ने अपने 100 दिनों में कुछ क्षेत्रों में प्रगति दिखाई है, जैसे आयुष्मान भारत योजना, यमुना सफाई की शुरुआत, मेट्रो विस्तार और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन। हालांकि, कई बड़े वादे जैसे महिला समृद्धि योजना और मुफ्त सिलेंडर, अभी अधूरे हैं और इनके लिए ठोस परिणाम दिखने में समय लगेगा। सरकार ने पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए कदम उठाए, जैसे सीएजी रिपोर्ट्स पेश करना और कंप्लेन बॉक्स स्थापित करना, जो सकारात्मक संकेत हैं।
विपक्ष ने बिजली, पानी और शिक्षा जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की है और जनता के बीच यह धारणा बनाने की कोशिश की है कि बीजेपी ने आप सरकार की उपलब्धियों को नष्ट कर दिया। हालांकि, बीजेपी का दावा है कि 27 साल बाद सत्ता में आने के बाद उन्होंने दिल्ली की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए गंभीर प्रयास शुरू किए हैं, और दीर्घकालिक परियोजनाओं के परिणाम भविष्य में दिखाई देंगे।
31 मई को पेश होने वाला रिपोर्ट कार्ड
100 दिन किसी सरकार के प्रदर्शन का पूरी तरह मूल्यांकन करने के लिए कम समय है, लेकिन बीजेपी सरकार ने कुछ क्षेत्रों में शुरुआत की है, जबकि कई वादे अभी पूरे होने की प्रक्रिया में हैं। विपक्ष की आलोचना और जनता की अपेक्षाएं सरकार के लिए चुनौती बनी हुई हैं। 31 मई को पेश होने वाला रिपोर्ट कार्ड इन उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं को और स्पष्ट कर सकता है।
देखिए पूरी रिपोर्ट एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा के साथ