आतंकी मदरसों के जरिए यूपी घुसपैठ का प्रयास कर रहे हैं, जिसके बाद से खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं और उन्होंने नेपाल बॉर्डर पर डेरा डाल लिया है। बताया जा रहा है कि जमाअत उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) और अलकायदा इंडियन सब कांटिनेंट (AQIS) मदरसों के जरिए उत्तर प्रदेश में अपनी पैठ बनाने के प्रयास में हैं। इसी वजह से यूपी एटीएस के साथ खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां सतर्कता के साथ नेपाल बॉर्डर के नजदीक संचालित मदरसों पर विशेष नजर बनाए हुए हैं। आशंका जताई गई है कि बांग्लादेश और असम के बाद इन संगठनों के आतंकी नेपाल के नजदीकी मदरसों के जरिए घुसपैठ की फिराक में हैं।
बता दें कि यूपी एटीएस ने पिछले दिनों ही नेपाल बॉर्डर से मुदस्सिर, अलीनूर और कामिल को गिरफ्त में लिया था। पूछताछ के बाद पता चला था कि मुदस्सिर ने ही बांग्लादेश के आतंकी अलीनूर और अब्दुल्लाह ताल्हा को शरण दी थी। यूपी एटीएस अभी अब्दुल्लाह ताल्हा को तलाश कर रही है। इसके साथ ही एनआईए और पश्चिम बंगाल की एसटीएफ भी उसे तलाश रही है।
बॉर्डर पर बगैर मान्यता चल रहे मदरसे में मिले थे अन्य राज्यों के छात्र
ज्ञात हो कि पिछले दिनों ही श्रावस्ती में नेपाल बॉर्डर के नजदीक बड़ी संख्या में बगैर मान्यता प्राप्त मदरसे के संचालन की जानकारी मिली थी, जहां अन्य राज्यों के छात्रों को पढ़ाया जा रहा है। इस मामले में मदरसा संचालक ने सफाई देते हुए कहा है कि वह चंदे और जकात से मदरसे का संचालन कर रहे हैं। जबकि जांच के दौरान पता चला कि मदरसे के आसपास रहने वाले लोगों की आर्थिक स्थिति चंदा देने लायक नहीं मिली।
गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ में सामने आए कई तथ्य
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि गिरफ्तार किए गए आतंकियों से पूछताछ के दौरान कई तथ्य सामने आए हैं। उन सभी तथ्यों की पुष्टि कराई जा रही है। आतंकियों के पास मिले मोबाइल, पेन ड्राइव और मेमोरी कार्ड की भी फोरेंसिक जांच करवा रहे हैं। डाटा रिकवर होने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि उनके अलावा भी कई अन्य संदिग्ध एटीएस की रडार पर हैं।







