सीएसआईआर-आईएचबीटी, पालमपुर में 20-25 फरवरी, 2023 के दौरान “एक सप्ताह – एक प्रयोगशाला” का आयोजन किया जा रहा है। इसमें संस्थांन अपनी विकसित प्रौद्योगिकियों को जन सामान्य् के लिए प्रदर्शित करेगा। इस अभियान की शुरुआत 6 जनवरी 2023 को डॉ. जितेंद्र सिंह, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्यमंत्री भारत सरकार द्वारा की गई थी। इस कार्यक्रम के माध्यम से सीएसआईआर के 37 प्रमुख संस्थानभारत में अपने यहाँ विकसित प्रौद्योगिकीय उपलब्धि्यों एवं नवाचारोंद्वारा अर्जित सफलताओं का प्रदर्शन कर रहे हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ श्री अशीष बुटेल, माननीय मुख्यध संसदीय सचिव ने किया। अपने संबोधन में उन्होंनने कहा कि राज्या सरकार चुनौतियों को स्वी,कार करते हुए उद्यमियों, स्टा र्टअप, किसानों एवं जन सामान्यष के आर्थिकी का सुदृढ़ करने की दिशा में अग्रसर है। इस क्षेत्र में उन्होनें सीएसआईआर-आईएचबीटी द्वारा किए गए महत्वकपूर्ण कार्यों की सराहना की एवं भविष्य में भी संस्थान से योगदान के लिए आग्रह किया। श्री बुटेलजी ने राज्यक में निवेश करने के लिए उद्यमियों और स्टामर्टअप को भरोसा दिया कि हिमाचल सरकार इस तरह कीउद्योगों को प्रोत्साकहित करेगी, जिससे राज्यर के लोगों के लिए आजीविका सृजन हो सके। उन्होंयने आगे कहा कि पालमपुर के राज्यर स्तदरीय होली मेले में राज्यो के नए स्टा र्टअप एवं उद्यमियों को अपने उत्पाहदों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान किया जाएगा।
इससे पूर्व संस्थारन के निदेशक डा. संजय कुमार ने मुख्य अतिथि एवं आए हुए प्रतिभागियों का स्वाअगत करते हुए “एक सप्ताह – एक प्रयोगशाला” कार्यक्रम के उदेश्यज पर प्रकाश डाला। अपने संबोधन में उन्होंयने बताया कि संस्थान के वैज्ञानिकों ने हींग, केसर, स्टीमविया, लिलियम, दालचीनी जैसी फसलों की कृषि तकनीक विकसित करके किसानों एवं उद्यमियों की आत्मनिर्भता की ओर कदम बढ़ाए हैं। सगंध फसलें विशेषकर लेवेंडर और सुगन्धित गेंदे को उगाने एवं प्रसंस्करण के लिए अलग-अलग राज्यों में आसवन इकाइयाँ स्थापित की गईं।
इस अवसर पर विशिष्टन अतिथि डा. गिरीश साहनी, भटनागर फेलो एवं पूर्व महानिदेशक,सीएआईआर ने इकोसिस्ट म में बदलाव पर बल दिया ताकि प्रयोगशाला के अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी को उत्पा्दों के माध्यतम से बाजार में उपलब्धल कराया जा सके। उन्होनेंबताया कि प्रौद्योगिकी पार्कों की स्था पना से इन विकसित प्रौद्योगिकियों को प्रसारित किया जा सकता है।
आयोजन के विशिष्ट् अतिथि, डा. एम. पी. गुप्तान, प्रबन्ध् निदेशक,डक्कथन हेल्थनकेयर लि. हैदराबाद ने अपने संबोधन में कहा कि चुनौतियों से निकलकर ही सफलता प्राप्तौ होती है। भारत में अपार संभावनाएं हैं। भारत में विनियामक कानूनों, नीतियों की स्पसष्टनता, सरलता एवं सुधारों की आवश्यैकता है ताकि उद्यमी अपने उत्पााद को जल्दक से जल्द विकसित करके इसे बाजार तक पहुंचा सके।
माननीय मुख्यो संसदीय सचिव कार्यक्रम में किसानों को प्रदेश में पहली बार मुलहठी की व्यतवसायिक खेती करने के लिए रोपण सामग्री वितरित की। इस के अलावा राज्ये के विभिन्ना क्षेत्रों से आए किसानों एवं उद्यमियों को विभिन्न् फसलों के बीज एवं रोपण सामग्री भी आबंटित की गई। स्टानर्टअप पर एक पुस्तिनका का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर संस्था्न की प्रौद्योगिकियों के प्रसार के लिए समझौता ज्ञापन भी किए गए। इस अवसर पर माननीय मुख्यल संसदीय सचिव ने संस्थान कि पादप संवर्धन इकाई एवं पुष्पम प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।