हत्याकांड की जांच के लिए महाराष्ट्र पुलिस के भी दो अधिकारी जबलपुर आए हुए हैं. नागपुर से एक फॉरेंसिक टीम भी शहर पहुंची है. सना खान की हत्या का आरोप उनके पति अमित साहू पर लगा है. फॉरेंसिक टीम अब अमित साहू के घर, ढाबे और कार की जांच पड़ताल करेगी.
नदी में फेंका था शव
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, BJP नेता सना खान एक अगस्त को नागपुर से जबलपुर आने के लिए निकली थीं. वो अगले दिन बिलहरी राजुल टाउन में अपने पति अमित साहू उर्फ पप्पू साहू के घर पहुंचीं. यहां दोनों के बीच विवाद हुआ. इसमें अमित साहू ने सना खान पर लाठी से हमला किया और उनकी हत्या कर दी.
अमित ने सबूत मिटाने के लिए सना खान का शव हिरण नदी में फेंक दिया. उसने ऐसा करने के लिए अपने एक दोस्त राजेश सिंह की मदद ली. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन सना का शव नहीं मिल सका है.
SDRF भी कर रही है खोज
पुलिस की पूछताछ में अमित ने कबूल किया था कि उसने सना के शव को हिरण नदी में फेंका है. इसके बाद 12 अगस्त से ही नागपुर और जबलपुर पुलिस सना के शव की तलाश कर रही है. SDRF की एक टीम भी तलाशी अभियान में जुटी थी. लेकिन कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा. सना का मोबाइल फोन भी नहीं मिला है. न ही उनका बैग बरामद किया जा सका है.
जबलपुर दक्षिण शहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य ने इस मामले पर कहा,
“सना खान नागपुर की रहने वाली थीं. लेकिन उनकी हत्या जबलपुर में हुई. इसलिए इस मामले में नागपुर पुलिस लगातार जबलपुर आ रही थी. हम उनकी पूरी तरह मदद कर रहे हैं. SDRF की टीम ने भी लगातार 4-5 दिन उनका शव ढूंढने की कोशिश की. अभी तक सना का शव मिला नहीं है. नागपुर और जबलपुर पुलिस अभी भी प्रयासरत हैं. हमारी तलाश जारी है.”
सना खान BJP की महाराष्ट्र इकाई की अल्पसंख्यक विंग की प्रमुख थीं. पुलिस के मुताबिक सना और अमित के बीच काफी समय से पैसों को लेकर विवाद था. सना अपने पति से मिलने के लिए जबलपुर पहुंची थीं. जहां अमित ने उनके साथ मारपीट की. अमित ने उनके सिर पर डंडे से हमला किया. इससे उनकी मौत हो गई.







