नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा उसके बाद पार्टी के भीतर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ हफ्तों से सियासी पारा हाई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के साथ अनबन की खबरें भी सामने आ रही हैं। रिपोर्ट की मानें तो दोनों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है। प्रदेश में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन की लगातार हर स्तर पर समीक्षा हो रही है।
रिपोर्ट की मानें तो लखनऊ मंडल के विधायक और सांसदों की होने वाली बैठक में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक दोनों शामिल नहीं होंगे। पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से केशव प्रसाद और सीएम योगी के बीच अनबन की खबरें सामने आ रही हैं, उसके चलते प्रदेश की राजनीति चर्चा में है।
इन सब के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं। वह शनिवार को पीएम मोदी से भी मुलाकात करेंगे और प्रदेश के हालात से उन्हें रूबरू कराएंगे।
बताया जा रहा है कि इससे पहले सीएम योगी ने 200 मौजूदा विधायकों, सांसदों और संगठन से जुड़े लोगों के साथ बैठक करके उनसे फीडबैक लिया है। दरअसल अगले कुछ दिनों में ही 10 सीटों पर उपचुनाव भी होना है, ऐसे में सीएम योगी के लिए आने वाला समय काफी अहम होने वाला है।
दिल्ली रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री आवास पर प्रयागराज मंडल की हुई बैठक में एक बार फिर से केशव प्रसाद मौर्य शामिल नहीं हुए। हालांकि यह बैठक विधायक और सांसदों की थी, लेकिन केशव प्रसाद डिप्टी सीएम हैं,ऐसे में उनका बैठक में नहीं पहुंचना स्पष्ट तौर पर राजनीतिक संदेश की ओर इशारा करता है।
बता दें कि इससे पहले सीएम योगी ने पल्लवी पटेल से मुलाकात की थी जोकि केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की छोटी बहन हैं। दिलचस्प बात है कि पल्लवी पटेल ने विधानसभा चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य को हराया था। फिलहाल वह सपा विधायक हैं। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान पल्लवी पटेल की अखिलेश के साथ सीट को लेकर अनबन हुई थी। जिसके बात कयास लगाए जा रहे हैं कि पल्लवी पटेल भाजपा में आ सकती हैं।