प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
लंदन : लंदन में पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर हाल ही में एक घटना ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को फिर से उजागर किया। 26 अप्रैल को भारतीय समुदाय के लोग जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में पाकिस्तानी उच्चायोग के सामने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। इस हमले में 10 पर्यटक और 2 स्थानीय लोग घायल हुए थे, और एक पर्यटक की मौत हो गई थी। प्रदर्शनकारी इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों को जिम्मेदार ठहरा रहे थे और इसके खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे थे।
अभिनंदन की तस्वीरों वाले बैनर लेकर विरोध !
प्रदर्शन के दौरान भारतीय समुदाय के लोग कैप्टन अभिनंदन वर्धमान की तस्वीरों वाले बैनर लेकर विरोध जता रहे थे। कैप्टन अभिनंदन 2019 में भारत-पाक तनाव के दौरान चर्चा में आए थे, जब उनका विमान पाकिस्तान में गिर गया था और उन्हें बाद में रिहा किया गया था। इसी बीच, पाकिस्तानी उच्चायोग की बालकनी पर एक अधिकारी, जिसकी पहचान कर्नल तैमूर राहत के रूप में हुई, जो ब्रिटेन में पाकिस्तान का मिलिट्री अटैशे है,उन्होंने प्रदर्शनकारियों की ओर देखकर गला काटने का इशारा किया। इस इशारे को भारतीय प्रदर्शनकारियों ने धमकी के रूप में लिया और इसे लेकर भारी नाराजगी जताई।
सोशल मीडिया, विशेष रूप से एक्स पर, इस घटना की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो गए। कई भारतीय यूजर्स ने इसे पाकिस्तानी अधिकारियों की “गुंडागर्दी” और “आतंकी मानसिकता” करार दिया। कुछ पोस्ट्स में कहा गया कि यह इशारा न केवल प्रदर्शनकारियों के लिए, बल्कि पूरे भारतीय समुदाय के लिए एक खुली धमकी थी।
क्या हैं दोनों पक्षों की प्रतिक्रियाएं ?
भारतीय प्रदर्शनकारियों और सोशल मीडिया यूजर्स ने इस घटना की कड़ी निंदा की। पूर्व भारतीय राजनयिक राजीव डोगरा ने कहा, “पाकिस्तान एक ऐसा देश है जहां केवल सवाल हैं, जवाब नहीं मिलते।” मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) पीके सहगल ने इसे पाकिस्तानी सेना की मानसिकता का प्रतीक बताया और कहा कि यह हरकत अंतरराष्ट्रीय मंच पर उनकी छवि को और खराब करती है। भारतीय समुदाय ने ब्रिटिश सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने और पाकिस्तानी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
इस घटना को लेकर पाकिस्तानी उच्चायोग या कर्नल तैमूर की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, कुछ पाकिस्तानी सोशल मीडिया हैंडल्स ने इसे भारतीय प्रदर्शनकारियों की “उकसावे की कार्रवाई” करार दिया, जिसमें कैप्टन अभिनंदन की तस्वीरों का इस्तेमाल शामिल था।
हालांकि अभी तक ब्रिटिश अधिकारियों की ओर से इस मामले पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। अब भारतीय समुदाय ने मांग की है कि इस घटना की जांच की जाए और कर्नल तैमूर के खिलाफ राजनयिक नियमों के उल्लंघन का मामला दर्ज किया जाए।
भारतीय और पाकिस्तानी समुदायों के बीच झड़पें ?
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण रिश्ते हैं। पहलगाम हमले, जिसे आतंकी संगठन टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) से जोड़ा जा रहा है, ने भारतीय जनता में गुस्सा पैदा किया है। भारत ने कई बार पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों को समर्थन देने का आरोप लगाया है, जिसे पाकिस्तान लगातार खारिज करता रहा है। इसके अलावा, लंदन में दोनों देशों के समुदायों के बीच पहले भी तनाव देखा गया है। 2019 में, जब भारत ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया था, तब भी लंदन में भारतीय और पाकिस्तानी समुदायों के बीच झड़पें हुई थीं। इस बार, पाकिस्तानी अधिकारी की हरकत ने इस तनाव को और बढ़ा दिया है।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की छवि को नुकसान !
यह घटना भारत-पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव का एक और उदाहरण है। कर्नल तैमूर राहत का गला काटने का इशारा न केवल एक राजनयिक की गरिमा के खिलाफ है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की छवि को भी नुकसान पहुंचा सकता है। भारतीय समुदाय और सरकार इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, जबकि पाकिस्तानी पक्ष की चुप्पी ने सवालों को और बढ़ा दिया है। इस घटना का असर दोनों देशों के राजनयिक संबंधों पर कितना पड़ता है, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।