प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई और 16 लोग घायल हुए। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली, हालांकि बाद में वह अपने दावे से मुकर गया। इस हमले के बाद जांच में बड़ा खुलासा हुआ कि इसका मास्टरमाइंड लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक और 2008 के मुंबई हमले का मुख्य आरोपी हाफिज सईद है, जो पाकिस्तान के लाहौर में छिपा हुआ है।
हाफिज सईद के लाहौर ठिकाने का खुलासा !
30 अप्रैल की एक निजी चैनल इंडिया टुडे की विशेष जांच में हाफिज सईद के लाहौर में गुप्त ठिकाने का पर्दाफाश हुआ। सैटेलाइट तस्वीरों और वीडियो के जरिए पुष्टि की गई कि हाफिज सईद लाहौर के घनी आबादी वाले जौहर टाउन में रह रहा है। वह यहां त्रिस्तरीय सुरक्षा के बीच, पाकिस्तानी सेना, स्थानीय पुलिस और निजी गार्ड्स की निगरानी में रहता है।
ठिकाने की क्या हैं विशेषताएं ?
सैटेलाइट तस्वीरों में हाफिज सईद का घर (बिल्डिंग नंबर 1) साफ दिखाई देता है, जहां वह अपने परिवार के साथ रहता है। घर के ठीक सामने एक निजी पार्क है, जो उसके परिसर का हिस्सा है। परिसर की बिल्डिंग नंबर 2 में एक मस्जिद और मदरसा है, जिसके नीचे एक बंकर बना हुआ है। इस बंकर में उसकी सुरक्षा व्यवस्था तैनात रहती है और यहीं से वह अपनी आतंकी गतिविधियों को संचालित करता है। हाफिज को पाकिस्तानी सेना, स्थानीय पुलिस और निजी गार्ड्स की त्रिस्तरीय सुरक्षा प्राप्त है। उसके गार्ड ने कैमरे पर पुष्टि की कि वे हाफिज की सुरक्षा के लिए तैनात हैं।
हाफिज सईद ने कहा रची पहलगाम की साजिश !
जौहर टाउन लाहौर का एक घनी आबादी वाला इलाका है, जहां हाफिज सईद आम लोगों के बीच खुलेआम रह रहा है। इससे पहले 23 जून 2021 को जौहर टाउन में हाफिज के घर के पास एक आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें चार लोग मारे गए थे, लेकिन हाफिज उस समय घर पर नहीं था। जांच में पता चला कि पहलगाम हमले की साजिश हाफिज सईद ने पाकिस्तान में बैठकर रची थी। इस हमले को लश्कर के विदेशी आतंकियों ने अंजाम दिया, जिन्हें स्थानीय आतंकियों और ओवरग्राउंड वर्कर्स ने मदद की। इस आतंकी मॉड्यूल का नेटवर्क जम्मू-कश्मीर में लंबे समय से सक्रिय है और यह हाफिज सईद के सीधे संपर्क में था।
तीन आतंकियों की पहचान !
हमले में शामिल तीन आतंकियों की पहचान हुई है—हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान (पाकिस्तानी), अली भाई उर्फ तल्हा (पाकिस्तानी), और अब्दुल हुसैन ठोकर (अनंतनाग)। इन पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित है। यह मॉड्यूल सोनमर्ग, बूटा पथरी, और गांदरबल जैसे इलाकों में पहले भी हमले कर चुका है। आतंकी बड़े हमले के बाद जंगलों में छिप जाते हैं और हाफिज के आदेश पर नए टास्क के लिए सक्रिय होते हैं। TRF को लश्कर-ए-तैयबा की शाखा माना जाता है, जिसे हाफिज सईद ऑपरेट करता है।
लश्कर का मुखौटा हाफिज सईद !
2008 मुंबई हमला: हाफिज सईद को 26/11 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है, जिसमें 166 लोग मारे गए थे। संयुक्त राष्ट्र ने उसे 2008 में वैश्विक आतंकी घोषित किया था। हाफिज ने लश्कर-ए-तैयबा की स्थापना की, जिसका मुख्यालय पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुरिदके में है। यह संगठन कश्मीर और भारत के अन्य हिस्सों में आतंकी गतिविधियों को प्रायोजित करता है। हाफिज को पाकिस्तान सरकार और ISI का समर्थन प्राप्त है। वह जमात-उद-दावा नामक संगठन भी चलाता है, जिसे लश्कर का मुखौटा माना जाता है।
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव !
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि “सेना को आतंकवाद के खिलाफ खुली छूट दी गई है। भारत की संभावित टारगेट लिस्ट में हाफिज सईद का ठिकाना, लश्कर का मुख्यालय, और ISI से जुड़े ठिकाने शामिल हैं।
पाकिस्तान ने हाई अलर्ट जारी किया है और अपनी सेना को सतर्क रहने का आदेश दिया है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर डर के कारण रावलपिंडी में एक बंकर में छिपे हैं, हालांकि पाकिस्तान ने इन दावों का खंडन किया है। हाफिज सईद को UN ने 2008 में वैश्विक आतंकी घोषित किया था। 2024 में UN ने अपडेट जारी कर कहा था कि हाफिज पाकिस्तान की जेल में 78 साल की सजा काट रहा है, लेकिन ताजा खुलासे से पता चलता है कि वह जौहर टाउन में खुलेआम रह रहा है। अमेरिका ने हाफिज पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा है। 2024 में हाफिज सईद ने हमास नेता इस्माइल हानिया की मौत पर शोक जताने के लिए अपने प्रतिनिधियों को दोहा भेजा था, जिससे उसका हमास से भी कनेक्शन सामने आया।
हाफिज सईद भारत की टारगेट लिस्ट में !
हाफिज सईद का लाहौर में खुलेआम रहना और पहलगाम हमले में उसकी भूमिका भारत के लिए गंभीर खतरा है। सैटेलाइट तस्वीरों और वीडियो से उसके ठिकाने का पर्दाफाश होने के बाद भारत की खुफिया एजेंसियां और सुरक्षा बल सक्रिय हो गए हैं। यह खुलासा न केवल हाफिज की गतिविधियों को उजागर करता है, बल्कि पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन देने की पोल भी खोलता है। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का संकल्प लिया है, और हाफिज सईद का ठिकाना अब भारत की टारगेट लिस्ट में सबसे ऊपर है।