प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
रायबरेली: रायबरेली में 6 अगस्त को पूर्व कैबिनेट मंत्री और राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी (RSSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य पर एक राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान हमला हुआ। यह घटना सारस चौराहे पर उस समय हुई जब मौर्य अपनी कार से उतरकर समर्थकों द्वारा स्वागत किए जा रहे थे। दो युवकों ने माला पहनाने के बहाने मौर्य के पास जाकर उन पर पीछे से थप्पड़ मारा। इस हमले से मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
समर्थकों की प्रतिक्रिया
मौर्य के समर्थकों ने तुरंत हमलावरों को पकड़ लिया और उनकी जमकर पिटाई की। भीड़ ने लात-घूंसे और डंडों से हमलावरों पर हमला किया, जिससे वे घायल हो गए।
मौके पर मौजूद पुलिस ने हमलावरों को भीड़ से बचाकर हिरासत में लिया। एक युवक को हिरासत में लिया गया है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है। कुछ सूत्रों के अनुसार, हमलावर करणी सेना या हिंदू युवा वाहिनी से जुड़े हो सकते हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
वीडियो और सोशल मीडिया
घटना का वीडियो कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिखता है कि एक युवक माला पहनाने के बहाने मौर्य के पास आता है और फिर अचानक थप्पड़ मारता है। वायरल वीडियो में समर्थकों द्वारा हमलावरों की पिटाई और पुलिस की मौजूदगी भी देखी जा सकती है।
रायबरेली में स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला, स्वागत के दौरान दो युवकों ने किया हमला
माला पहनाने के दौरान युवकों ने मारा थप्पड़, युवकों ने स्वामी प्रसाद मौर्य को मारा थप्पड़
नाराज कार्यकर्ताओं ने युवकों को दौड़ाकर पीटा, फतेहपुर जाते समय रायबरेली में रुके थे स्वामी, मिलएरिया थाना… pic.twitter.com/Pq5X17yHMN
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) August 6, 2025
स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान
मौर्य ने इस हमले को लोकतंत्र पर हमला करार दिया और इसे राजनीतिक साजिश का हिस्सा बताया।उन्होंने समर्थकों से शांति बनाए रखने और प्रशासन से हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। मौर्य ने योगी सरकार और करणी सेना पर भी गंभीर आरोप लगाए।
विपक्षी दलों ने इस घटना को कानून-व्यवस्था की विफलता करार दिया, जबकि सत्ताधारी दल ने हमले की निंदा की और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। रायबरेली पुलिस ने सोशल मीडिया पर जांच की पुष्टि की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
माहौल और सुरक्षा
इस घटना से रायबरेली में माहौल तनावपूर्ण हो गया है। पुलिस ने घटनास्थल पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है ताकि कोई और अप्रिय घटना न हो।
यह हमला स्वामी प्रसाद मौर्य की विवादास्पद छवि और उनके हाल के बयानों से जोड़ा जा रहा है, खासकर उनके धार्मिक टिप्पणियों को लेकर। हालांकि, हमले की सटीक मंशा और पृष्ठभूमि की जांच अभी जारी है। यह घटना उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर सकती है।