प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में बरेली और अन्य जिलों में हुए सांप्रदायिक तनाव और उपद्रव की घटनाओं के बाद उपद्रवियों को कड़ी चेतावनी दी है। 28 सितंबर को बलरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की धरती पर “गजवा-ए-हिंद” जैसी सोच को पनपने नहीं दिया जाएगा और जो लोग अराजकता फैलाने की कोशिश करेंगे, उनका “जहन्नुम का टिकट” कटवा दिया जाएगा। यह बयान बरेली में 26 सितंबर को “आई लव मोहम्मद” अभियान के दौरान हुए बवाल और हिंसक प्रदर्शनों के संदर्भ में आया, जहां प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई, पथराव किया गया और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
बरेली में बवाल और सांप्रदायिक तनाव
बरेली में 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद “आई लव मोहम्मद” अभियान के तहत प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को इस घटना के बाद नजरबंद कर दिया गया। उन्होंने दावा किया कि प्रशासन ने जानबूझकर तनाव पैदा किया, लेकिन पुलिस का कहना है कि प्रदर्शन के लिए अनुमति नहीं दी गई थी।
सीएम योगी ने मौलाना तौकीर रजा पर निशाना साधते हुए कहा कि “वह भूल गए कि यूपी में अब उनकी सरकार है, और ऐसी अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उपद्रवियों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि उनकी आने वाली पीढ़ियां दंगे करना भूल जाएंगी।”
सीएम योगी की सख्त चेतावनी
बलरामपुर में 28 सितंबर को योगी ने कहा कि अराजकता और उपद्रव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने “गजवा-ए-हिंद” की सोच को भारत के लिए अस्वीकार्य बताया और कहा कि उपद्रव करने वालों को “बिना मांगे जहन्नुम का टिकट” मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि “कुछ लोग त्योहारों के दौरान माहौल खराब करने की कोशिश करते हैं, लेकिन उनकी सरकार ऐसी गतिविधियों को कुचल देगी।
योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उपद्रवियों की पहचान वीडियो फुटेज और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के जरिए की जाए, उनके खिलाफ तत्काल FIR दर्ज की जाए और उनकी संपत्ति की जांच तक हो।
उच्च स्तरीय बैठक और निर्देश
27 सितंबर को लखनऊ में एक उच्च स्तरीय बैठक में योगी ने कानपुर, वाराणसी, मुरादाबाद, बदायूं, महराजगंज, उन्नाव, संभल, आगरा और बरेली में हुए आपत्तिजनक जुलूसों और भड़काऊ नारेबाजी की घटनाओं पर नाराजगी जताई। उन्होंने इसे माहौल खराब करने की सुनियोजित साजिश बताया।
उन्होंने कहा कि “दशहरा बुराई और आतंक के दहन का प्रतीक है, और उपद्रवियों के खिलाफ तत्काल और निर्णायक कार्रवाई होनी चाहिए ताकि कोई दोबारा ऐसी हरकत न कर सके। महिला सुरक्षा पर विशेष जोर देते हुए उन्होंने छेड़खानी, चेन स्नैचिंग और एसिड अटैक जैसे अपराधों में पुलिस की जवाबदेही तय करने और प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए। त्योहारों जैसे गरबा और डांडिया आयोजनों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के भी आदेश दिए गए।
प्रदर्शनों में भड़काऊ नारेबाजी और अराजकता
बरेली के अलावा, कानपुर, उन्नाव, मुरादाबाद, मऊ और अन्य जिलों में भी “आई लव मोहम्मद” अभियान को लेकर तनाव की खबरें आईं। इन प्रदर्शनों में भड़काऊ नारेबाजी और अराजकता फैलाने की कोशिशें हुईं, जिसके बाद पुलिस ने कड़े सुरक्षा प्रबंध किए। सीएम ने कहा कि ऐसे प्रदर्शनों में बच्चों के हाथों में पोस्टर देकर अराजकता फैलाई जा रही है, जो न केवल उनकी जिंदगी बर्बाद कर रहा है, बल्कि समाज को भी नुकसान पहुंचा रहा है।
विकास और कानून व्यवस्था पर जोर
बलरामपुर में योगी ने 825.29 करोड़ रुपये की 124 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग विकास में बाधा डालने की कोशिश करते हैं, लेकिन उनकी सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने पिछले 8 वर्षों में उत्तर प्रदेश को “बीमारू” राज्य से देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का दावा किया और कहा कि कानून व्यवस्था उनकी सरकार की प्राथमिकता है।
योगी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार बिना भेदभाव के सभी को योजनाओं का लाभ दे रही है और तुष्टिकरण की नीति को छोड़कर संतुष्टिकरण पर जोर दे रही है। योगी ने सोशल मीडिया पर भी उपद्रवियों को चेतावनी दी। उन्होंने लिखा कि बेटी, व्यापारी या उत्सवों में अराजकता फैलाने की कोशिश करने वालों का रास्ता “सीधे नर्क” जाएगा। उन्होंने लव-जिहाद, धर्मांतरण और गो-तस्करी जैसी गतिविधियों के खिलाफ सतर्क रहने और ऐसी सूचनाएं पुलिस को देने की अपील की।
अराजकता और सांप्रदायिक तनाव
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में हाल के सांप्रदायिक तनाव और उपद्रव की घटनाओं, खासकर बरेली में “आई लव मोहम्मद” अभियान से जुड़े बवाल, को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने उपद्रवियों को “जहन्नुम का टिकट” कटवाने की चेतावनी दी और प्रशासन को तत्काल कार्रवाई, FIR दर्ज करने, और संपत्ति जांच जैसे कदम उठाने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने महिला सुरक्षा, त्योहारों में शांति, और विकास कार्यों को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। उनकी सरकार का स्पष्ट संदेश है कि अराजकता और सांप्रदायिक तनाव फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, और कानून व्यवस्था बनाए रखना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।