पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को ले कर अब कुछ ही दिनों में आचारसंहिता लागू होनी है। लेकिन एक सच यह भी कि अभी तक एनडीए में सीट बंटवारा नहीं हो सका है। इसमें एक पेंच चिराग पासवान का तो है ही, एक पेच जदयू और बीजेपी के बीच सीटों की अदलाबदली का है । चलिए जानते हैं कि बीजेपी की कौन सी सीटों पर है नीतीश कुमार की जदयू की नजर।
पहली सीट- दीघा विधानसभा
दीघा विधानसभा सीट वैसे तो फिलहाल भाजपा के कोटे में है। साल 2015 और 2020 का विधानसभा चुनाव बीजेपी नेता संजीव चौरसिया ने जीता था। पर इस सीट पर 2010 में जदयू की पूनम देवी ने जीत दर्ज की थी। मिली जानकारी के अनुसार जनता दल यू के रणनीतिकार बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में दीघा विधानसभा सीट वापस लेना चाहते हैं। चर्चा इस बात की है कि जदयू यह सीट अपने दल के महासचिव मनीष वर्मा के लिए चाह रही है। पर अभी फैसला नहीं हुआ है।
दूसरी सीट- कहलगांव विधासनसभा
कहलगांव विधासनसभा सीट पर अभी बीजेपी का कब्जा है। यहां से बीजेपी के पवन कुमार यादव ने 2020 के विधासनसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। 2005 में कहलगांव से जदयू के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। वैसे इसी सीट से कांग्रेस के कद्दावर नेता सदानंद सिंह ने 1969, 1972, 1977, 1980, 2010और 2015 के चुनाव में यहां जीत हासिल की थी। चर्चा यह है कि कहलगांव सीट से सदानंद सिंह के बेटे को सीएम नीतीश कुमार लड़ाना चाहते हैं। साल 2005 में यह सीट जदयू के अजय मंडल ने जीती थी। JDU इसी हवाले से यह सीट बीजेपी से मांग रही है।
तीसरी सीट- बाढ़ विधानसभा
जनता दल यू के रणनीतिकारों की नजर बाढ़ विधानसभा पर भी है। वैसे बाढ़ विधानसभा पर बीजेपी का कब्जा है। बीजेपी के ज्ञानेंद्र कुमार ज्ञानू ने 2020 की चुनावी जंग में जीत हासिल की थी। ये यहां 2005 से 2020 तक के विधासनसभा चुनाव में जीत दर्ज कर चुके हैं। लेकिन 2005 और 2010 विधानसभा का चुनाव जदयू के टिकट पर और 2015 और 2020 का विधानसभा ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने ने बीजेपी के टिकट पर जीता था। अब ये सीट जदयू के रणनीतिकार वापस मांग रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार जदयू बाढ़ से आनंद मोहन के पुत्र चेतन आनंद को चुनाव लड़ाना चाहती है। अब फैसला बीजेपी को करना है।
चौथी सीट- मोकामा विधानसभा
जदयू के रणनीतिकारों की नजर में मोकामा विधानसभा सीट भी है। मोकामा से 2005, 2010 का विधानसभा चुनाव अनंत सिंह ने जदयू के टिकट पर जीता था। लेकिन 2020 के विधासनसभा चुनाव में राजद से अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी लड़ीं और जीतीं भी। 2025 के चुनाव में जदयू इस सीट से फिर अनंत सिंह को लड़ाना चाहती है। लेकिन 2020 के विधानसभा सीट बीजेपी के कोटे में थी। हालांकि तब राजद की नीलम देवी ने बीजेपी की सोनम देवी को करीब 16 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था। इस बार जदयू इसे अनंत सिंह के लिए वापस चाहती है।