नई दिल्ली। कहावत है ‘विनाशकाले विपरीत बुद्धि’ और यह कहावत आजकल पाकिस्तान पर पूरी तरह फिट बैठ रही है. पड़ोसी देश ने अपनी महात्वाकांक्षा में ऐसी गलती कर दी है, जिसका खामियाजा अब वह और उसके लोग खुद ही भुगत रहे हैं. आलम ये है कि पहले से ही कर्ज संकट और भुखमरी का सामना कर रहे पाकिस्तान के लोग अब दाने-दाने को मोहताज बन गए हैं. हजारों टन अनाज और सब्जियां बॉर्डर पर पड़े सड़ रहे हैं और देश के भीतर लोग भुखमरी का शिकार बन रहे हैं. यह सारे हालात खुद पाकिस्तान की गलती की वजह से बने हैं.
पाकिस्तान ने पिछले दिनों पड़ोसी अफगानिस्तान के सीमाई इलाकों ताबड़तोड़ बमबारी की थी, जिससे दोनों तरफ के दर्जनों लोगों की जान गई. नतीजा यह निकला कि अफगानिस्ता ने अपने बॉर्डर को सील कर दिया और रोजाना पाकिस्तान में जाने वाले हजारों टन अनाज व सब्जियों के ट्रक सीमा पर ही फंसे रह गए. दोनों ही देशों में अनाज सहित कई जरूरी चीजों की सप्लाई बंद हो गई, लेकिन ज्यादा नुकसान पाकिस्तान को उठाना पड़ रहा है. आलम यह है कि सब्यिजों जैसी जरूरी चीजों की कीमतें अब कई गुना महंगी कीमत पर मिल रही हैं.
600 रुपये किलो पहुंचा टमाटर
11 अक्टूबर के बाद से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनातनी बढ़ी है, जिसके बाद 2,600 किलोमीटर की सीमा को बंद कर दिया गया. इससे सभी तरह के व्यापार और आवाजाही पर भी लगाम लग गई. काबुल में पाक और अफगान के चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख खान जान अलकोजे ने बताया कि सीमा बंद होने से दोनों पक्षों को रोजाना 10 लाख डॉलर (करीब 88 करोड़ रुपये) का नुकसान हो रहा है. इसका खामियाजा दोनों देशों की जनता भी बखूबी भुगत रही है.
क्या कारोबार करते हैं दोनों देश
दोनों देशों में सबसे ज्यादा फल, सब्जियों, खनिजों, दवाओं, गेहूं, चावल, चीनी, मांस और डेयरी प्रोडक्ट का व्यापार होता है. यह कारोबार सालाना करीब 20 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा का रहता है. इन सामान से लदे दर्जनों ट्रक बॉर्डर पर फंसे हैं, जिससे पाकिस्तान में टमाटर की कीमतें 600 पाकिस्तानी रुपये किलो तक पहुंच गई हैं. अलकोजे ने बताया कि दोनों देश रोजाना 500 कंटेनर अलकोजे का निर्यात करते हैं और तनाव से यह पूरा सामान बर्बाद हो रहा है.
दोनों तरफ फंसे हैं 5 हजार कंटेनर
अलकोजे ने बताया कि उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान के तोरखम बॉर्डर पर सामानों से भरे 5 हजार कंटेनर फंसे हुए हैं. पाकिस्तान के अधिकारियों का कहना है कि देश में पहले से ही टमाटर, सेब और अंगूरों की कमी चल रही है और मौजूदा संकट से यह और भी गहरा हो गया है. दोनों देशों के बीच 25 अक्टूबर को इंस्तांबुल में बैठक होने वाली है, जिसमें व्यापार को दोबारा बहाल करने पर बातचीत की जाएगी.







