नई दिल्ली: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय परीक्षा 2025 में कथित नकल और अनियमितताओं के आरोपों की जांच के लिए गठित एकल सदस्यीय जांच आयोग सोमवार को हरिद्वार पहुंचेगा। इस आयोग की अध्यक्षता उत्तराखंड उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति यूसी ध्यानी कर रहे हैं। उनकी अध्यक्षता में खुली अदालत लगेगी और जनसुनवाई होगी। आयोग का उद्देश्य परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना और जनता के विश्वास को बहाल करना है।
एडीएम दीपेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि न्यायमूर्ति ध्यानी सोमवार को अपराह्न एक बजे से तीन बजे तक हरिद्वार विकास प्राधिकरण (एचआरडीए) के सभागार में जन सुनवाई करेंगे। इस दौरान वे आम नागरिकों, परीक्षार्थियों और संबंधित पक्षों से सीधे तौर पर तथ्य और शिकायतें सुनेंगे।
जन सुनवाई के दौरान कोई भी व्यक्ति परीक्षा से जुड़ी अपनी शिकायतें, साक्ष्य या अनुभव आयोग के समक्ष प्रस्तुत कर सकेगा। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अपने पास उपलब्ध सभी आवश्यक दस्तावेज़ लेकर आएं ताकि जांच प्रक्रिया में ठोस तथ्य सामने आ सकें।
अधिकारियों के अनुसार, आयोग की यह सुनवाई पूरी तरह पारदर्शी होगी और इसमें प्राप्त सभी अभ्यावेदन को गंभीरता से दर्ज किया जाएगा। आयोग का लक्ष्य है कि स्नातक स्तरीय परीक्षा से जुड़ी सभी संभावित अनियमितताओं की निष्पक्ष जांच हो और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।







