मुरार सिंह कंडारी
नई दिल्ली: जनजातीय महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके स्वास्थ्य व गरिमा को सुनिश्चित करने के लिए सुखी परिवार फाउंडेशन द्वारा नई दिल्ली के चिन्मय मिशन में राष्ट्रीय आदिवासी महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। गुजरात राज्य के छोटा उदेपुर जिले के कंवाठ से शुरू हुआ यह अभियान वैदिक मंगलाचरण और नादस्वरम् के मधुर संगीत के साथ जनजातीय महिला स्वास्थ्य जागरूकता पर विचार गोष्ठी से शुरू हुआ। जैन मुनि डॉ.गणी राजेन्द्र विजय जी के सान्निध्य और कई आध्यात्मिक संतों की उपस्थिति में इस सम्मेलन में जनजातीय महिलाओं के लिए ‘मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता जागरूकता अभियान’ का श्रीगणेश किया गया।

समारोह में मुख्य अतिथि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने कहा कि यह अभियान एक बड़े आंदोलन के रूप में देशभर में फैले ऐसे प्रयास होने चाहिए। समारोह के अतिविशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के महासचिव एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री भरत लाल ने कहा कि सुखी परिवार फाउंडेशन की यह पहल सराहनीय है।
विशिष्ट अतिथि भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि सच्चा विकास तभी संभव है जब महिलाओं का स्वास्थ्य,गरिमा और समानता सुनिश्चित की जाए। दिल्ली नगर निगम में स्थायी समिति की अध्यक्ष श्रीमती सत्या शर्मा ने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारी बेटियों के लालन पालन से लेकर उनकी विशेष शिक्षा और आत्मनिर्भरता पर पूरा जोर है।
सुखी परिवार फाउंडेशन के संस्थापक जैन मुनि डॉ.गणी राजेन्द्र विजय महाराज जी ने कहा कि वर्षों से देशभर में जनजातीय समुदायों के उत्थान हेतु शिक्षा, रोजगार,कौशल विकास, पर्यावरण संरक्षण,जल संवर्धन और जलवायु परिवर्तन जागरूकता जैसे क्षेत्रों में हमारी संस्था कार्य करते हुए अब हमने सामाजिक पुनर्निर्माण के मिशन में एक और महत्वपूर्ण आयाम जोड़ा है- ‘मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता’।
फाउंडेशन का लक्ष्य है कि देशभर की 50,000 जनजातीय महिलाओं तक पहुँचा जाए। सामाजिक कार्यकर्ता एवं लेखिका श्रीमती संगीता शुक्ला ने अपने स्वागत संबोधन में समाज से आह्वान किया कि वे आगे आकर जनजातीय महिलाओं के उत्थान के लिए संकल्पित हों।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार में मीडिया सलाहकार प्रो.सूर्य प्रकाश सेमवाल ने कहा कि इस अभियान की विशेषता यह है कि जैन मुनि डॉ.गणी राजेन्द्र विजय जी महाराज संभवतः पहले ऐसे संत हैं जिन्होंने इतने संवेदनशील और साहसिक विषय-महिलाओं के मासिक धर्म स्वास्थ्य पर पहल की है। उनका यह कदम अध्यात्म और सामाजिक उत्तरदायित्व के संगम का उदाहरण है।
इस अवसर पर सुखी परिवार फाउंडेशन द्वारा तैयार डॉक्यूमेंट्री प्रदर्शित की गई और वेबसाइट के लोकार्पण के साथ ही कामधेनु गाय पुस्तक का भी लोकार्पण किया गया। शास्त्रीय नृत्य के साथ उत्तराखंड समाज की मातृशक्ति ने भक्ति गीत प्रस्तुत किया और स्कूली बच्चों ने ताइक्वांडो और आत्मरक्षा से युक्त प्रदर्शन किए।
स्वागत समिति के अध्यक्ष श्री नीलेश शुक्ला, सुखी परिवार फाउंडेशन के कोऑर्डिनेटर श्री तपन प्रकाश,दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष श्री ललित गर्ग,आयोजन समिति से जुड़े नेपाल सिंह,संजय तड़ियाल,मुरार कंडारी और संदीप कुमार ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।







