सुंदरनगर (मंडी)। करसोग के पूर्व विधायक मस्तराम की आत्महत्या मामले में नया मोड़ आ गया है। दिवंगत की पहली पत्नी के बेटों और बेटी के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और विधायक राकेश जंवाल से सीबीआई जांच की मांग के बाद अब दूसरी पत्नी निर्मला चौहान ने भी उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई है। उधर, डीएसपी सुंदरनगर का कहना है कि लिखावट की फोरेंसिक जांच के लिए सुसाइड नोट को शिमला भेजा जा रहा है।
निर्मला का कहना है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सांसद प्रतिभा सिंह से भी फोन पर बातचीत की गई। उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस मामले की निष्पक्षता के साथ जांच करवाई जाएगी। निर्मला चौहान ने कहा कि उनके पति कभी भी आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकते थे।
उन्होंने इस मामले को लेकर डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार से भी दूरभाष के माध्यम से बातचीत की है और मामले में अभी तक की जांच को लेकर पूरी जानकारी ली गई। बता दें कि 11 जुलाई को सुंदरनगर के एक निजी होटल में पूर्व विधायक मस्त राम का शव फंदे पर लटका मिला था। पुलिस मामले में 174 के तहत कार्रवाई कर रही है। प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला मानकर जांच की जा रही है।
करसोग के पूर्व विधायक मस्त राम के बेटे घनश्याम पहाडि़या ने कहा कि 11 जुलाई को सुंदरनगर के एक निजी होटल में फंदा लगा उनके पिता की ओर से आत्महत्या करने की बात कही जा रही है, जो सही नहीं लग रही है। उनके पास सब कुछ था और विधायक की पेंशन भी ले रहे थे। ऐसा व्यक्ति कैसे आर्थिक तंगी के कारण अपनी जान दे सकता है।
पूर्व विधायक मस्तराम की पत्नी निर्मला चौहान से बातचीत हुई है। मामले में विस्तृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी आना शेष है। इसके उपरांत ही मामले में असली कारणों का खुलासा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मृतक से पुलिस को मिले सुसाइड नोट को जांच के लिए शिमला भेजा जा रहा है। – दिनेश कुमार, डीएसपी, सुंदरनगर