नई दिल्ली : बुरहानपुर में एक बच्चे ने अपने परिवार की किस्मत बदल दी. सिलमपुरा क्षेत्र में रहने वाले 4 वर्षीय मेधांश रायकवार ने महज छह घंटे के भीतर अपने परिवार को करोड़पतियों की कतार में खड़ा कर दिया. दरअसल, गरबे के एक कार्यक्रम में उसकी दादी ने ₹201 का इनामी कूपन खरीदा था. किस्मत ऐसी चमकी कि उसी कूपन ने उन्हें 53 लाख रुपए की टोयोटा फॉर्च्यूनर कार का मालिक बना दिया.
ऐसे मेधांश के हाथ आई कार
यह पूरा मामला आभापुरी स्थित श्री सरकार धाम में आयोजित गरबा महोत्सव से जुड़ा है. यहां 30 दिन से इनामी कूपन योजना चलाई जा रही थी. मेंधांश की दादी जब रात 12 बजे गरबे में शामिल होने पहुंचीं, तो उन्होंने ₹201 देकर एक कूपन खरीदा. सुबह करीब 6 बजे कूपन ड्रॉ खोला गया. आयोजकों ने निर्माण कार्य में इस्तेमाल होने वाले मिक्सर में सभी चिट्ठियां डालीं और आंखों पर पट्टी बांधकर एक महिला ने एक चिट्ठी निकाली. इस पर “मेंधांश रायकवार” का नाम लिखा था. इस तरह छोटे मेंधांश के नाम पर 53 लाख की चमचमाती फॉर्च्यूनर कार का इनाम निकल आया.
परिवार में खुशी की लहर
लोकल 18 की टीम ने जब परिवार से बात की, तो दादी किरण रायकवार ने बताया कि पोता उनसे रिमोट वाली कार की जिद कर रहा था, पर किस्मत ने उसे असली कार का मालिक बना दिया. पिता आकाश रायकवार और माता काजल रायकवार ने कहा कि उनके घर में कार नहीं थी, और वे कभी सोच भी नहीं सकते थे कि इतनी महंगी कार उनके आंगन में आएगी. “इसका मेंटेनेंस तक सोचना मुश्किल था, लेकिन भगवान ने हमारे बेटे के नाम से हमें इतना बड़ा तोहफ़ा दिया.”
दादा को आया था फोन
दादा कैलाश रायकवार ने बताया, कार्यक्रम के दौरान उनका मोबाइल नंबर कूपन पर लिखा गया था. जैसे ही इनाम उनके पोते के नाम निकला, आयोजकों ने फोन करके सूचना दी. मंच पर दादी को सम्मानपूर्वक बुलाया गया और पूरे आयोजन स्थल पर बधाइयों की गूंज छा गई.
‘लकी बॉय’ बना मेधांश
एलकेजी में पढ़ने वाला मेधांश अब पूरे क्षेत्र में “लकी बॉय” के नाम से प्रसिद्ध हैं. परिवार के सभी सदस्य कहते हैं कि अब वे हर शुभ कार्य, खरीदारी और कूपन भी उसी के नाम से ही लेंगे. रायकवार परिवार का कहना है कि यह इनाम उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसा है जो न केवल उनकी किस्मत, बल्कि पूरी जिंदगी बदल गया.