प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली। दिल्ली में छठ पूजा का पर्व 25 से 28 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है, लेकिन इस बार यमुना नदी के प्रदूषण ने राजनीतिक विवाद को भड़का दिया है। पूर्वांचली समुदाय के लिए महत्वपूर्ण इस त्योहार से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच तीखी बयानबाजी हो रही है। AAP का आरोप है कि BJP सरकारें यमुना को “झूठी सफाई” का भ्रम पैदा करने के लिए अस्थायी उपाय कर रही हैं, जबकि BJP दावा कर रही है कि नदी की स्थिति में “ऐतिहासिक सुधार” हुआ है। यह विवाद दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के बाद BJP की सत्ता आने के आठ महीनों में यमुना सफाई के वादों से जुड़ा है।
छठ पूजा और यमुना का महत्व
छठ पूजा सूर्य देव और छठी मइया को समर्पित चार दिवसीय पर्व है, जिसमें यमुना के घाटों पर स्नान, अर्घ्य और पूजा की परंपरा है। दिल्ली में 1,300 से अधिक घाटों पर लाखों श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं, खासकर पूर्वी UP और बिहार से आए लोग। लेकिन पिछले कई वर्षों से यमुना का प्रदूषण (झाग, बदबू, फैकल कंटेंट) इसकी राह में बाधा बनता रहा है। 2025 के दिल्ली चुनाव में BJP ने यमुना सफाई को बड़ा मुद्दा बनाया था, वादा किया था कि “सत्ता में आने पर नदी को साफ करेगी। AAP पर भ्रष्टाचार और लापरवाही का आरोप लगाकर BJP ने 48 सीटें जीतीं। अब छठ से पहले नदी में फिर झाग दिखने लगा है, जिसने पुराने घाव कुरेद दिए।
बीजेपी पर AAP के आरोप
“झूठी सफाई का भ्रम” AAP ने BJP पर तीखे हमले किए हैं। पार्टी का दावा है कि यमुना का पानी नहाने लायक भी नहीं है, इसमें फैकल मैटर (मल पदार्थ) की मात्रा खतरनाक स्तर पर है। पानी डायवर्ट करना AAP दिल्ली इकाई प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने कहा कि BJP की दिल्ली और हरियाणा सरकारों ने यमुना को साफ दिखाने के लिए UP के ईस्टर्न कैनाल का पानी रोका और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से यमुना में डाल दिया। इससे प्रदूषण पतला हुआ, लेकिन यह “अस्थायी भ्रम” है। भारद्वाज ने वीडियो शेयर कर दिखाया कि कैनाल सूखा पड़ा है, जिससे UP के किसान प्रभावित हो रहे हैं।
केमिकल स्प्रे
2022 में AAP सरकार के समय DJB ने झाग हटाने के लिए केमिकल इस्तेमाल किया था, जिसे BJP सांसद प्रवेश वर्मा ने “विषैला” बताकर विरोध किया था। अब BJP सरकार ने वही केमिकल टेंडर से खरीदा है। भारद्वाज ने कहा, “BJP का झूठ पकड़ा गया। छठ से पहले झाग कम करने के लिए केमिकल छिड़के, लेकिन प्रदूषण कम नहीं हुआ।”
बीजेपी पर राजनीतिक साजिश के आरोप
AAP विधायक संजीव झा और प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने यमुना के पानी के सैंपल लेकर CM रेखा गुप्ता के घर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, “BJP पूर्वांचली वोटरों को बेवकूफ बनाने के लिए बिहार चुनाव से पहले ड्रामा कर रही है। 2021 में BJP ने ही छठ पूजा रोकी थी।” पूर्व CM अरविंद केजरीवाल ने भी हरियाणा पर “विष डालने” का पुराना आरोप दोहराया।
AAP ने ट्वीट कर कहा: “BJP ने यमुना को कूड़े का ढेर बनाया। छठी मइया से खिलवाड़ हो रहा है।” पार्टी ने BJP नेताओं को चुनौती दी “अगर साफ है तो एक लीटर पानी पियो। “BJP का जवाब “ऐतिहासिक सुधार, AAP का झूठ” BJP ने AAP के आरोपों को सिरे से खारिज किया। पार्टी का कहना है कि “रेखा गुप्ता सरकार ने आठ महीनों में यमुना को “पुनर्जीवित” किया है।”
सफाई के आंकड़े
दिल्ली BJP प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि “यमुना का पानी अब “आचमन” (पूजा में चखना) लायक है। डिसॉल्व्ड ऑक्सीजन 4.5-5.5, pH 7.5 (सामान्य के करीब), कोई बदबू नहीं। CM गुप्ता ने कहा, “यह हमारी सरकार का ऐतिहासिक प्रयास है।”
हरियाणा से अतिरिक्त पानी छोड़ा गया, जिससे स्तर बढ़ा। 17 मॉडल घाट बनाए जा रहे हैं, पुराने केस वापस लिए गए। मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा, “पिछले साल AAP ने घाटों पर पूजा पर बैन लगाया था, हमने आजादी दी।” CM गुप्ता ने कलिंदी कुंज का दौरा कर तैयारियां देखीं। सचदेवा ने कहा, “AAP ने यमुना मइया और छठ मइया के नाम पर भ्रष्टाचार किया, इसलिए सत्ता गंवाई।” BJP ने AAP पर “पूर्वांचली समुदाय से धोखा” का आरोप लगाया।
विवाद कैसे भड़का ?
बीजेपी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा “यमुना साफ हो रही है, अफवाहों से बचें।
16 अक्टूबर को CM गुप्ता कलिंदी कुंज पहुंचीं, झाग हटाने के लिए केमिकल स्प्रे शुरू। AAP ने BJP की “पाखंड” पर हमला। 19 अक्टूबर सौरभ भारद्वाज ने CM और वर्मा को “यमुना का पानी पियो” चुनौती दी।22-23 अक्टूबर AAP ने कैनाल पानी डायवर्ट का वीडियो शेयर किया। BJP ने “सुधार” के आंकड़े दिए।
24 अक्टूबर AAP विधायकों ने CM हाउस पर प्रदर्शन। BJP ने 1,300 घाटों पर तैयारियां घोषित। 25 अक्टूबर छठ पूजा शुरू, लेकिन प्रदूषण पर बहस जारी।
श्रद्धालुओं पर क्या असर ?
दिल्ली सरकार ने 1,300 घाटों पर सफाई, सुरक्षा और सुविधाएं सुनिश्चित की हैं। लेकिन पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि पानी डायवर्ट और केमिकल अस्थायी हैं; साल भर फ्लो बढ़ाने की जरूरत। एक तरफ पूजा की आजादी, दूसरी तरफ स्वास्थ्य जोखिम (झाग से त्वचा/श्वास समस्या)। बिहार चुनाव 2025 से पहले पूर्वांचली वोटरों को लुभाने की होड़।
यह विवाद यमुना सफाई के लंबे संघर्ष को उजागर करता है, जो दिल्ली की राजनीति का हिस्सा बन चुका है। AAP इसे BJP की “असफलता” बता रही है, जबकि BJP इसे “उपलब्धि”। वास्तविक समाधान के लिए केंद्र-राज्य सहयोग जरूरी है, लेकिन फिलहाल सियासत हावी है। छठ पूजा के दौरान स्थिति पर नजर रखी जा रही है। यदि प्रदूषण बढ़ा, तो विवाद और तेज हो सकता है।







