नई दिल्ली। बिहार में चुनावी माहौल के बीच अमित शाह ने एक इंटरव्यू के दौरान नेपाल में हुए जैन-जी प्रदर्शनों पर भी अपनी राय रखी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक निजी चैनल से कहा कि नेपाल में जो व्यवस्था के खिलाफ युवाओं का विद्रोह हुआ, ऐसा भारत में संभव नहीं है. शाह ने तर्क दिया कि इसकी वजह यह है कि भारत में लोकतंत्र की जड़ें बहुत मजबूत और गहरी हैं.
गृह मंत्री ने कहा, “भारत नेपाल नहीं है. हमारी लोकतांत्रिक जड़ें बहुत मजबूत हैं. मुझे नहीं लगता कि यहां जेनरेशन जेड का विरोध संभव है.” उन्होंने आगा कहा कि हमारे देश के युवा कड़ी मेहनत करते हैं और देश के विकास में योगदान देते हैं. मुझे नहीं लगता कि नेपाल जैसा विरोध संभव है.
शाह ने कहा कि एकमात्र बात जो निश्चित है, वह यह है कि अगर लोगों ने महागठबंधन को चुनने की गलती की, तो बिहार में जंगलराज की वापसी होगी. शाह ने लोगों से अपील की कि वह बिहार चुनाव में NDA को जिताए. नेपाल के अलावा अमित शाह ने बिहार चुनाव को लेकर कई और मुद्दों पर बात की.
नेपाल जैन-जी प्रोटेस्ट
सितंबर में नेपाल में हुए विरोध प्रदर्शनों में 73 से ज़्यादा लोग मारे गए थे. जनरेशन जी के प्रदर्शनकारियों ने देश की संसद, अदालतों और सरकारी इमारतों में आग लगा दी थी. यह अशांति सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के कारण शुरू हुई थी, लेकिन आर्थिक तंगी और भ्रष्टाचार को लेकर लंबे समय से चली आ रही निराशा ने इसे और भड़का दिया. इन प्रदर्शनों ने ओली सरकार का तख्तापलट कर दिया.
बिहार चुनाव 2025
बिहार के चुनाव में कुछ ही दिन बाकी हैं, जिसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां सभाएं, रैलियां और जनसंपर्क कर रही हैं. बिहार में पहले चरण के लिए 6 नवंबर को मतदान होना है और दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. वहीं नतीजे 14 नवंबर को घोषित होंगे.







