नई दिल्ली। महाराष्ट्र में निकाय चुनावों से पहले मंत्रिमंडल में बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं। जानकारी के मुताबिक मंत्रिमंडल के कुछ मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। राज्य सरकार के शीर्ष सूत्रों के मुताबिक देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार जल्द ही मंत्रियों के प्रदर्शन का ऑडिट करने जा रही है।
एक रिपोर्ट में विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से बताया कि महायुति सरकार मंत्रियों की जवाबदेही तय करने और उनके प्रदर्शन को बेहतर करने की दिशा में यह कदम उठा रही है। इस कड़ी में सरकार सभी कैबिनेट और अन्य मंत्रियों द्वारा किए गए कार्यों का गहन मूल्यांकन करने पर विचार कर रही है। फडणवीस सरकार 5 दिसंबर को अपना एक साल पूरा करेगी।
इससे पहले गुजरात सरकार ने भी इसी तरह की समीक्षा की थी, जिसके बाद खराब प्रदर्शन का हवाला देते हुए कई मंत्रियों को इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। सूत्रों ने बताया है कि इसी तरह महाराष्ट्र में भी मंत्रियों का मूल्यांकन कई मानकों पर किया जाएगा। इनमें उनके विभाग का प्रदर्शन, प्रमुख योजनाओं का क्रियान्वयन और जनता से जुड़ाव जैसी चीजें शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक इन मंत्रियों में अच्छा प्रदर्शन करने वालों का पद बरकरार रखा जा सकता है, वहीं खराब प्रदर्शन करने वालों को पद छोड़ने के लिए कहा जा सकता है।
शिंदेसेना का भी समर्थन
मुंबई के एक भाजपा विधायक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “इस तरह की समीक्षा भाजपा की कार्यशैली का हिस्सा है। हमारी पार्टी सक्षम और अच्छा प्रदर्शन करने वाले नेताओं को अवसर देने में विश्वास रखती है।” वहीं शिवसेना (शिंदे गुट) के वरिष्ठ नेता और मुंबई के विधायक प्रकाश सर्वे ने भी समीक्षा के विचार का स्वागत किया। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री कार्यालय के पास पहले से ही हर विभाग और मंत्री का विस्तृत डेटा होना चाहिए। अगर प्रदर्शन के आधार पर फेरबदल होता है, तो यह उन नए चेहरों के लिए एक अच्छा मौका होगा जो अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे हैं। बदलाव जरूरी है।”