प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने महिलाओं के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसके तहत 5 लाख महिलाओं को मुफ्त सैनिटरी पैड वितरित किए जाएंगे। इस योजना का नाम “माई-बहन मान योजना” है, और इसे अखिल भारतीय महिला कांग्रेस द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस अभियान की घोषणा बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने 4 जुलाई को पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की।
मीडिया के साथियों के साथ संवाद
📍 सदाकत आश्रम पटना pic.twitter.com/4LL6GKm752
— Rajesh Kumar (@rajeshkrinc) July 4, 2025
सैनिटरी पैड के पैकेट पर राहुल गांधी
बिहार की 5 लाख महिलाओं को मुफ्त सैनिटरी पैड वितरित करना और महिलाओं में स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना। सैनिटरी पैड के पैकेट पर राहुल गांधी की तस्वीर, “नारी न्याय, महिला सम्मान” का नारा और “माई-बहन मान योजना” का उल्लेख छपा है। इसके साथ ही, पैकेट पर यह भी लिखा है कि जरूरतमंद महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये की सम्मान राशि दी जाएगी, जो कांग्रेस की एक अन्य घोषणा का हिस्सा है।
कांग्रेस का दावा है कि बिहार में 80% किशोरियों को सैनिटरी पैड उपलब्ध नहीं हैं, जिसके कारण वे स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करती हैं। इस अभियान के जरिए महिलाओं के स्वास्थ्य अधिकारों को बढ़ावा देना और उन्हें आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त करना है।
क्या है अभियान की रणनीति ?
महिला कांग्रेस की टीमें गांव-गांव जाकर सैनिटरी पैड वितरित करेंगी और स्वास्थ्य जागरूकता पर कार्य करेंगी। इसके अलावा, बेगूसराय और वैशाली में सैनिटरी नैपकिन बनाने की मशीनें स्थापित की गई हैं।सैनिटरी पैड के कवर पर राहुल गांधी की तस्वीर छापने के फैसले ने राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है।
बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी और कुंतल कृष्ण ने इसे “महिलाओं का अपमान” करार दिया और कहा कि कांग्रेस महिलाओं को केवल वोट बैंक के रूप में देखती है।
An insult of women of Bihar with Rahul Gandhi's picture on sanitary pad!
Congress is an Anti Women party!
Women of Bihar will teach Congress RJD a lesson pic.twitter.com/7tTrhVqS6h
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) July 4, 2025
जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने इसे “लंपटई” और “वैचारिक दरिद्रता” बताया, यह कहते हुए कि नीतीश कुमार सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण और स्वास्थ्य के लिए पहले से काम कर रही है। बीजेपी ने दावा किया कि “यह कदम महिलाओं की गरिमा के खिलाफ है और बिहार की महिलाएं इसका जवाब चुनाव में देंगी।”
सैनिटरी पैड की उपलब्धता सुनिश्चित
राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने कहा कि यह अभियान महिलाओं के स्वास्थ्य और गरिमा से जुड़ा है, न कि राजनीति से। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सैनिटरी पैड की उपलब्धता सुनिश्चित करने में नाकाम रही है, और कांग्रेस इस कमी को पूरा कर रही है।
अलका लांबा ने यह भी कहा कि “अगर बीजेपी या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसमें शामिल होना चाहें, तो उनके फोटो भी पैकेट पर लगाए जा सकते हैं। बिहार में महिला वोटरों की संख्या 3.5 करोड़ से अधिक है, जो एक निर्णायक ताकत है। इसीलिए कांग्रेस इस अभियान को महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य जागरूकता से जोड़कर पेश कर रही है।
आधुनिक युग में सवाल यह नहीं होना चाहिए की सैनेटरी-नैपकिन की डिब्बी पर राहुल जी का फोटो क्यों लगाया गया-सवाल तो यह बनता है की आज भी बिहार की हमारी बेटियाँ माहवारी🩸में कपड़ा इस्तेमाल करने,गंभीर बीमारियों का शिकार होने को क्यों मजबूर हैं?
BJP की सोच हमेशा से महिला विरोधी रही है. pic.twitter.com/N2TE0K4ERx— Alka Lamba 🇮🇳 (@LambaAlka) July 4, 2025
यह योजना महागठबंधन (जिसमें कांग्रेस, राजद, वीआईपी, और वाम दल शामिल हैं) की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है। राजद ने भी पहले “माई-बहन मान योजना” की शुरुआत की थी, जिसके तहत महिलाओं को 2500 रुपये मासिक देने का वादा किया गया है।
राहुल गांधी की तस्वीर से राजनीतिक विवाद
कांग्रेस ने इससे पहले राहुल गांधी के जन्मदिन (19 जून) पर प्रियदर्शिनी उड़ान प्रोजेक्ट के तहत 25,000 महिलाओं को सैनिटरी पैड वितरित किए थे। उस समय भी स्वास्थ्य जागरूकता पर जोर दिया गया था। कांग्रेस का यह अभियान महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम है, लेकिन सैनिटरी पैड पर राहुल गांधी की तस्वीर ने इसे राजनीतिक विवाद का केंद्र बना दिया है। बीजेपी और जदयू इसे महिलाओं के अपमान के रूप में पेश कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस इसे स्वास्थ्य और सम्मान से जोड़ रही है। यह मुद्दा बिहार विधानसभा चुनाव में कितना प्रभाव डालेगा, यह देखना बाकी है।