स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली: रफ़ाल विमान को लेकर हाल ही में कांग्रेस और बीजेपी के बीच तीखी बयानबाज़ी देखने को मिली है, जो एक पुराने विवाद को फिर से हवा दे रही है। यह विवाद मुख्य रूप से रफ़ाल डील की कीमत, खरीद प्रक्रिया और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित है। आइए, इस पूरे मामले को एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा के साथ विस्तार से समझते हैं।
वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए रफ़ाल !
रफ़ाल एक फ्रांसीसी लड़ाकू विमान है, जिसे भारत ने अपनी वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए खरीदा। इस डील की शुरुआत यूपीए (कांग्रेस नेतृत्व वाली) सरकार के समय हुई थी, लेकिन इसे अंतिम रूप एनडीए (बीजेपी नेतृत्व वाली) सरकार ने दिया।
यूपीए सरकार का प्रस्ताव (2007-2014) में यूपीए सरकार ने भारतीय वायुसेना की ज़रूरतों को देखते हुए 126 रफ़ाल विमानों की खरीद का प्रस्ताव रखा था। इसमें एक विमान की कीमत करीब 526 करोड़ रुपये थी, और तकनीक हस्तांतरण (टेक्नोलॉजी ट्रांसफर) के साथ भारत में इनका निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ करने की योजना थी।
एनडीए सरकार की डील (2016): 2014 में सत्ता में आने के बाद, मोदी सरकार ने पुरानी डील को रद्द कर दिया और 36 रफ़ाल विमानों की खरीद के लिए फ्रांस के साथ नया समझौता किया। इस डील में प्रति विमान की कीमत करीब 1670 करोड़ रुपये बताई गई। साथ ही, इस बार HAL को पार्टनर बनाने के बजाय अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस को ऑफसेट पार्टनर बनाया गया।
क्या है पूरा मामला ?
हाल ही में, कांग्रेस नेता अजय राय के एक बयान ने इस मुद्दे को फिर से गरमा दिया। उन्होंने रफ़ाल विमान को “खिलौना” बताते हुए उस पर “नींबू-मिर्ची” लटकाने की बात कही। इस बयान को बीजेपी ने सेना का अपमान और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करार दिया।
#WATCH वाराणसी: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने एक 'खिलौना विमान' दिखाया, जिस पर राफेल लिखा हुआ है और उसमें नींबू-मिर्च लटकी हुई है।
अजय राय ने कहा, "देश में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ गई हैं और इससे पूरा देश परेशान है। पहलगाम आतंकी हमले में हमारे नौजवानों की जान चली… pic.twitter.com/xBlJET5o41
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 4, 2025
कांग्रेस ने व्यक्तिगत राय बताया !
अजय राय के बयान को कांग्रेस ने व्यक्तिगत राय बताया, लेकिन पार्टी ने इसे रफ़ाल डील की कथित अनियमितताओं से जोड़ा। कांग्रेस का दावा है कि बीजेपी सरकार ने यूपीए की तुलना में तीन गुना ज़्यादा कीमत पर विमान खरीदे, जिससे देश को आर्थिक नुकसान हुआ।
कांग्रेस का यह भी आरोप है कि HAL को हटाकर रिलायंस डिफेंस को फायदा पहुंचाया गया, जो “क्रोनी कैपिटलिज्म” का उदाहरण है। अजय राय के बयान को कुछ कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी की नीतियों पर तंज के रूप में देखा, लेकिन इसे पाकिस्तानी मीडिया द्वारा भारत के खिलाफ प्रचार के लिए इस्तेमाल किए जाने पर पार्टी बैकफुट पर आ गई।
“राष्ट्र-विरोधी” और “सेना का अपमान”: बीजेपी
बीजेपी ने अजय राय के बयान को “राष्ट्र-विरोधी” और “सेना का अपमान” करार दिया। पार्टी ने दावा किया कि रफ़ाल विमान भारतीय वायुसेना की ताकत हैं, और कांग्रेस का इसे “खिलौना” कहना पाकिस्तान को फायदा पहुंचाने वाला है। बीजेपी ने यह भी कहा कि रफ़ाल डील पूरी तरह पारदर्शी थी और सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में इसकी जांच के बाद इसे सही ठहराया था। बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर राजनीति कर रही है और पाकिस्तानी मीडिया द्वारा अजय राय के बयान को प्रमुखता देना इस बात का सबूत है कि कांग्रेस का रुख भारत-विरोधी है।
सेना के मनोबल को गिराने वाले बयान: सुधांशु त्रिवेदी
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने अजय राय के बयान पर कहा, “… एक तरफ कांग्रेस और INDI गठबंधन के नेता यह मुखौटा लगाकर कहते हैं कि वे सरकार के साथ हैं और दूसरी तरफ वे भारत के विरुद्ध और सेना के मनोबल को गिराने वाले बयान देते हैं… कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा दिए जा रहे हैं इन बयानों पर मुझे बहुत दुख और पीड़ा है।”
#WATCH दिल्ली: भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने अजय राय के बयान पर कहा, "… एक तरफ कांग्रेस और INDI गठबंधन के नेता यह मुखौटा लगाकर कहते हैं कि वे सरकार के साथ हैं और दूसरी तरफ वे भारत के विरुद्ध और सेना के मनोबल को गिराने वाले बयान देते हैं… कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा दिए… pic.twitter.com/t85C1zFKBw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 5, 2025
पाकिस्तानी मीडिया का कोण !
पाकिस्तानी न्यूज़ चैनल, जैसे ARY न्यूज़, ने अजय राय के बयान को प्रमुखता से दिखाया और इसे भारत की सैन्य ताकत को कमज़ोर करने के प्रचार के रूप में इस्तेमाल किया। बीजेपी ने इसे कांग्रेस की “गलती” के रूप में उछाला, जबकि कांग्रेस ने इसे बीजेपी द्वारा मुद्दे को भटकाने की कोशिश बताया।
बीजेपी प्रवक्ता शिवम् त्यागी ने सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो शेयर किया और लिखा कि “सेना का अपमान कर कर काँग्रेस के नेताओं का मन नहीं भरता। जिस दिन से CWC हुई है सेना के ख़िलाफ़ बयानबाजी और बढ़ गई है क्या ऊपर से कोई मैसेज आया है ?”
हिंदुस्तान का अपमान और सेना का अपमान करने और करवाने में काँग्रेस सबसे आगे है
ऐसा लगता है जैसे स्क्रिप्ट पाकिस्तान से आ रही है और उसको काँग्रेस के नेता अप्लाई कर रहे हों
अजय राय भी पाकिस्तान के हीरो बन गए हैं
अगला चुनाव इस्लामाबाद से लड़ेंगे
— Shivam Tyagi (Modi Ka Parivar) (@ShivamSanghi12) May 4, 2025
क्या है विवाद के मुख्य बिंदु ?
कांग्रेस का दावा है कि यूपीए की डील में विमान सस्ते थे (526 करोड़ रुपये प्रति विमान), जबकि बीजेपी की डील में कीमत तीन गुना (1670 करोड़ रुपये) थी। बीजेपी का कहना है कि नई डील में अतिरिक्त हथियार, तकनीक, और रखरखाव शामिल थे, जिससे कीमत बढ़ी।
यूपीए की डील 126 विमानों की थी, जबकि बीजेपी ने केवल 36 विमान खरीदे। कांग्रेस का कहना है कि इससे वायुसेना की ज़रूरतें पूरी नहीं हुईं, जबकि बीजेपी का दावा है कि 36 विमान तत्काल ज़रूरत के लिए पर्याप्त थे। HAL को हटाकर रिलायंस डिफेंस को ऑफसेट पार्टनर बनाए जाने पर कांग्रेस ने सवाल उठाए। बीजेपी का कहना है कि यह फैसला फ्रांसीसी कंपनी डसॉल्ट एविएशन का था, न कि सरकार का।
अजय राय का “खिलौना” बयान बीजेपी के लिए कांग्रेस को घेरने का मौका बना, जबकि कांग्रेस इसे बीजेपी की “नाटकबाज़ी” बता रही है।
जनता आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई चाहती है: अजय राय
अपने बयान पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, “…पहलगाम में हमारे लोगों को मारने वालों को जवाब देने का समय आ गया है…जब रक्षा मंत्री राफेल की डिलीवरी लेने गए तो उन्होंने राफेल पर नींबू-मिर्च लटका दी। मैं बस उनकी आंखें खोलना चाहता था और उन्हें दिखाना चाहता था कि देश की जनता आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई चाहती है…आतंकवादियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और उन्हें समर्थन देने वालों का खात्मा होना चाहिए…”
#WATCH | वाराणसी: अपने बयान पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा, "…पहलगाम में हमारे लोगों को मारने वालों को जवाब देने का समय आ गया है…जब रक्षा मंत्री राफेल की डिलीवरी लेने गए तो उन्होंने राफेल पर नींबू-मिर्च लटका दी। मैं बस उनकी आंखें खोलना चाहता था और उन्हें… https://t.co/qkA9ZXvF8H pic.twitter.com/aqWAKIpdzC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 5, 2025
2018 में रफ़ाल डील की जांच की !
सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में रफ़ाल डील की जांच की थी और इसे सही ठहराया था। हालांकि, कांग्रेस अभी भी इस मुद्दे को उठाती रहती है। यह विवाद दिल्ली और अन्य राज्यों में चल रहे चुनावी माहौल में और गरमा सकता है, क्योंकि बीजेपी इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़कर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर रही है। दोनों पार्टियां सोशल मीडिया पर एक-दूसरे पर हमले कर रही हैं। बीजेपी ने कांग्रेस के बयान को “पाकिस्तान-परस्त” करार दिया, जबकि कांग्रेस ने बीजेपी पर मुद्दे से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस और बीजेपी के बीच का विवाद पुरानी डील !
रफ़ाल विमान को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच का विवाद पुरानी डील की तकनीकी खामियों और नई डील की कथित अनियमितताओं का मिश्रण है, जो अब ताज़ा बयानबाज़ी के साथ फिर से सुर्खियों में है। अजय राय का बयान इस विवाद को और हवा दे गया, जिसे बीजेपी ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़कर बड़ा मुद्दा बना दिया। दूसरी ओर, कांग्रेस इसे बीजेपी की नाकामियों से ध्यान हटाने की रणनीति बता रही है। इस मामले में दोनों पार्टियां अपने राजनीतिक हितों के लिए जनता की भावनाओं को भुनाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन इसका असर राष्ट्रीय सुरक्षा और वायुसेना की ताकत पर कितना पड़ता है, यह भविष्य में साफ होगा।