मालेगांव : मालेगांव बम धमाका केस में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और कर्नल पुरोहित को बरी किए जाने पर कांग्रेस की सांसद रेणुका चौधरी ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में इन लोगों को छूटना ही था। अब छूट गए हैं, देखते हैं कि आगे क्या होता है। ये हमें पहले से ही लग रहा था। यही नहीं रेणुका चौधरी ने कांग्रेस की ओर से हिंदू आतंकवाद जैसी टर्म दिए जाने पर माफी मांगने की बात से भी इनकार किया। यही नहीं उन्होंने कहा कि ऐसा कहने में कोई बुराई नहीं है।
रेणुका ने कहा कि आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता है। जब हम मुस्लिम आतंकवादी कहते हैं तो हिंदू आतंकवाद कहने की मजबूरी हो जाती है। इसीलिए हम आतंकवाद ही कहते हैं। आतंकवादी किसी भी धर्म में हो सकते हैं। हिंदू धर्म में कई तरह के लोग होते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या हिंदू आतंकवादी हो सकता है? इस पर रेणुका चौधरी ने कहा कि हां, हो सकते हैं। रेणुका चौधरी ने कहा कि आखिर नक्सली कौन हैं? उनका मजहब क्या है? क्या वे आतंकवादी थे? आप उन्हें क्या मानेंगे। रेणुका चौधरी ने कहा कि हिंदू आतंकवादी हो सकता है।
इस मामले में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि देश की आम जनभावना यही है कि दोषियों को सजा मिले। आम लोगों को यही लगता है कि जो लोग गलत हैं। उन्हें सजा मिले। यही नहीं उन्होंने कहा कि अमेरिका में जो हो रहा है, शायद उसे दबाने के लिए ऐसा किया गया है।
एक खबर को दबाने के लिए नई खबर पैदा की गई है। बता दें कि इस मामले में बरी होते ही साध्वी प्रज्ञा अदालत में ही भावुक हो गईं। उन्होंने रोते हुए कहा कि मेरे ऊपर आतंकवादी का टैग लगाया गया। मेरी पूरी जिंदगी ही बर्बाद हो गई। मैं तो एक संन्यासी थी तो जिंदा रह गई, जबकि हर दिन मर-मर कर मैं जी रही थी।