प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली: सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर तीखा प्रहार किया। खड़गे ने RSS पर प्रतिबंध लगाने की मांग की और कहा कि “सरकारी कर्मचारियों को RSS से जोड़ने की अनुमति देकर भाजपा पटेल की विरासत का अपमान कर रही है। उन्होंने पटेल के ऐतिहासिक पत्रों का हवाला देते हुए RSS को “जहर से भरी विचारधारा” करार दिया।
खड़गे ने RSS पर बैन की मांग !
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा “RSS पर बैन लगना चाहिए। यह मेरा व्यक्तिगत विचार है और मैं खुले तौर पर कहता हूं। अगर PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पटेल के विचारों का सम्मान करते हैं, तो उन्हें ऐसा करना चाहिए। RSS और भाजपा के कारण देश में लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ रहा है।”
सरदार पटेल ने 1948 में महात्मा गांधी की हत्या के बाद RSS पर प्रतिबंध लगाया था। खड़गे ने 18 जुलाई 1948 के पटेल के पत्र का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को लिखा कि RSS ने ऐसा माहौल बनाया जिससे गांधीजी की हत्या हुई। पटेल ने RSS को “जहर से भरी विचारधारा” कहा था।
पटेल की विरासत का अपमान
खड़गे बोले “सरदार पटेल ने RSS और जमात-ए-इस्लामी पर बैन लगाया था ताकि लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता बनी रहे। आज सरकारी कर्मचारियों को RSS से जोड़ने की अनुमति देकर भाजपा पटेल की विरासत का अपमान कर रही है। 2024 में मोदी सरकार ने यह प्रतिबंध हटा दिया, जो पटेल का अपमान है।”
पटेल ने स्वतंत्र भारत के लोकतांत्रिक स्वरूप की रक्षा के लिए राजनीतिक संगठनों से सरकारी कर्मचारियों को अलग रखा। खड़गे ने कहा कि भाजपा ने NCERT किताबों से पटेल-नेहरू के संबंधों को मिटाने की कोशिश की।
मोदी पर व्यक्तिगत हमला
“मोदी साहब की आदत है – ‘मैंने किया, मैंने बनाया’। आपने नोटबंदी की, झूठ बोला कि दो करोड़ नौकरियां देंगे, लेकिन जो नहीं किया उसका श्रेय क्यों लेते हैं? देश किसी एक व्यक्ति के भरोसे नहीं चलता।” खड़गे ने मोदी के पटेल जयंती वाले बयान पर पलटवार किया, जहां मोदी ने नेहरू पर कश्मीर मुद्दे पर पटेल की इच्छा पूरी न करने का आरोप लगाया। खड़गे ने कहा कि नेहरू-पटेल के बीच अच्छे संबंध थे, दोनों एक-दूसरे की तारीफ करते थे।
भाजपा-RSS पर अन्य आरोप
“भाजपा ने नेहरू और पटेल के बीच दरार पैदा करने की कोशिश की। RSS सांप के जहर जैसी विचारधारा है, जो देश को विभाजित कर रही है।” खड़गे ने कहा कि “पटेल ने 562 रियासतों को एकजुट किया, जबकि RSS की विचारधारा विपरीत है। उन्होंने कांग्रेस को पटेल की सच्ची वारिस बताया।”
भाजपा का खड़गे पर पलटवार
भाजपा ने खड़गे के बयान पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। पार्टी ने कांग्रेस पर “दोहरे मापदंड” का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस ने दशकों तक पटेल की विरासत को नजरअंदाज किया, लेकिन अब RSS को निशाना बनाने के लिए उनका नाम ले रही है। भाजपा प्रवक्ताओं ने कहा कि पटेल की एकता की भावना को कांग्रेस ने नेहरू के वर्चस्व में दबा दिया था।
यह विवाद सरदार पटेल की जयंती पर तेज हुआ, जब PM मोदी ने ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर एक कार्यक्रम में नेहरू पर पटेल की कश्मीर नीति को पूरा न करने का आरोप लगाया। खड़गे का यह बयान कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा लगता है, जो पटेल की विरासत पर भाजपा के दावों को चुनौती दे रही है। वैसे, 2024 में केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए RSS शाखाओं में जाने पर लगे पुराने प्रतिबंध को हटा दिया था, जिसे खड़गे ने पटेल के अपमान से जोड़ा।
आप भी सुनिए क्या बोले मल्लिकार्जुन खड़गे







