प्रकाश मेहरा
एक्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली। दसवीं कक्षा के छात्र शौर्य की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई आत्महत्या के मामले में न्याय की माँग को लेकर मंगलवार को परिजन और अनेक छात्र जंतर मंतर पर एकत्रित हुए। सभी ने कैंडल मार्च निकालकर शौर्य को श्रद्धांजलि दी और आरोपित शिक्षकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की अपील की।
बताया जा रहा है कि छात्र द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में कुछ शिक्षकों पर शारीरिक और मानसिक दबाव डालने एवं कथित तौर पर टॉर्चर करने के आरोप लगाए गए हैं। इसी को लेकर परिजन और समर्थक खुले तौर पर नाराजगी जता रहे हैं और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
प्रदर्शन में शामिल छात्रों ने कैमरे के सामने चेहरा छिपाते हुए कहा कि कुछ शिक्षक छात्रों पर अनावश्यक दबाव बनाते हैं, जिससे बच्चे मानसिक तनाव में आ जाते हैं। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि जब तक न्याय नहीं मिलता, आंदोलन जारी रहेगा।
अब देखना यह होगा कि इस कैंडल मार्च का सरकार और स्कूल प्रशासन पर क्या प्रभाव पड़ता है और क्या आरोपित शिक्षकों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।







