प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
डासना : शिवशक्ति धाम डासना में जल्द ही पूर्व मुस्लिम समुदाय (एक्स मुस्लिम) का दो दिवसीय महाधिवेशन आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन की जानकारी श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने दी।
पूर्व मुस्लिम समुदाय के प्रमुख प्रतिनिधियों सलीम वास्तिक और हाफिज अहसान ओपन माइंड ने शिवशक्ति धाम पहुंचकर यति नरसिंहानंद गिरी से भेंट की और महाधिवेशन के आयोजन हेतु अनुमति मांगी। इस दौरान उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर भी गहरी चिंता व्यक्त की।
महामंडलेश्वर ने दी आयोजन की अनुमति
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने उनकी बातों को गंभीरता से सुनते हुए न केवल शिवशक्ति धाम डासना में महाधिवेशन आयोजित करने की स्वीकृति प्रदान की, बल्कि आयोजन की संपूर्ण व्यवस्था की जिम्मेदारी भी स्वयं लेने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से की सुरक्षा की अपील
पूर्व मुस्लिम समुदाय की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए यति नरसिंहानंद ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से समुदाय के सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की।
उन्होंने कहा “पूर्व मुस्लिम समुदाय इस समय संपूर्ण मानवता के लिए आशा की सबसे बड़ी किरण है। ये लोग अपने प्राणों की परवाह किए बिना इस्लाम की सच्चाई को उजागर कर रहे हैं। ऐसे में इनके मानवाधिकारों की रक्षा हर कीमत पर की जानी चाहिए।”
देवबंद में बनेगा पूर्व मुस्लिम समुदाय का मुख्यालय
सलीम वास्तिक और हाफिज अहसान की मांग पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने देवबंद में अपनी भूमि पर पूर्व मुस्लिम समुदाय के लिए एक स्थायी मुख्यालय स्थापित करने की भी घोषणा की है।
यह मुख्यालय न केवल संगठनात्मक गतिविधियों का केंद्र होगा, बल्कि इसे पूर्व मुस्लिमों के लिए सुरक्षित आश्रय और सहयोग केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
कौन हैं पूर्व मुस्लिम समुदाय के ये प्रतिनिधि ?
सलीम वास्तिक और हाफिज अहसान ओपन माइंड जैसे पूर्व मुस्लिम समाज के प्रमुख चेहरे सोशल मीडिया व मंचों पर इस्लाम से बाहर निकलने के अनुभव साझा करते हैं। ये लोग धार्मिक स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की पैरवी करते हैं।
यह आयोजन सामाजिक व वैचारिक दृष्टिकोण से एक नई बहस और सांस्कृतिक विमर्श को जन्म दे सकता है। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका अब इस आयोजन को सुरक्षित और शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने में महत्वपूर्ण होगी।