नई दिल्ली: वो जमाना बीत गया जब महिलाओं की ताकत को एक हाथ के घूंघट में सीमित कर दिया जाता था. खेल हो या स्पेस, UPSC का रिजल्ट हो या कोई मेहनतकश काम, महिलाएं हर जगह खुद को साबित कर रही हैं. बात यहां तक पहुंच गई है कि राजनीति में अब महिलाएं पूरी सरकार बना रही हैं. जी हां, इन्हें आप किंगमेकर कह सकते हैं. 5 साल के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं. इस दौरान 23 राज्यों में चुनाव हुए और 18 राज्यों में पुरुषों से ज्यादा वोट महिलाओं के पड़े. स्टेट बैंक की इकोनॉमिक रिसर्च डिपार्टमेंट की रिपोर्ट में यह जानकारी पता चली है.
महिलाओं की पावर समझिए
- 2009 के लोकसभा चुनाव के समय कुल 42 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाले थे जिसमें 19 करोड़ महिलाएं थीं.
- 2014 में 55 करोड़ वोटरों में 26 करोड़, 2019 में 62 करोड़ वोटरों में 30 करोड़ महिलाएं रहीं.
- अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले साल होने वाले आम चुनाव में 68 करोड़ लोग वोट दे सकते हैं जिसमें 33 करोड़ महिलाएं हो सकती हैं.
- 2029 में यह आंकड़ा 73 करोड़ पहुंच सकता है जिसमें 36 करोड़ महिला वोटर हो सकती हैं यानी 50 प्रतिशत महिलाएं होंगी.
- 2047 यानी आजादी के 100 साल होने पर मतदान में महिलाओं की हिस्सेदारी 55 प्रतिशत से ज्यादा हो सकती है.
यहां भी पीछे नहीं
- सरकारी योजनाओं में भी महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ी है, स्टैंड-अप इंडिया में महिलाओं की भागीदारी 81 प्रतिशत है.
- मुद्रा लोन में महिलाओं की हिस्सेदारी 68 प्रतिशत और जनधन योजना में 56 प्रतिशत है.