प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
चाईबासा : चर्च में ‘हो’ समाज का हेरो: परब मनाने के विरोध में आदिवासी ‘हो’ समाज युवा महासभा के पदाधिकारियों ने कला एवं संस्कृति भवन हरिगुटु,चाईबासा में आकस्मिक बैठक बुलाई। रोमन – कैथोलिक चर्च के ईसाई समुदाय के द्वारा चाईबासा चर्च में हेरोः परब मनाने पर कड़ा विरोध जताया है। आदिवासी ‘हो’ समाज युवा महासभा के पदाधिकारियों ने बताया है कि किसी चर्च, मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा या किसी अन्य धार्मिक स्थलों में ‘हो’ समाज का कोई भी पारंपरिक – त्योहारों को किसी गैर – आदिवासी और धर्मांतरित लोगों को मनाने का अधिकार नहीं है। इसके पूर्व भी चर्च में मगे परब मनाकर ‘हो’ समाज का घोर अपमान किया है।
चाईबासा शहर को बंद करने का फैसला
लोगों ने बताया है कि हेरोः परब को चर्च,मंदिर,मस्जिद,गुरूद्वारा तो छोड़ दीजिए, ऐसे खुद ‘हो’ समाज के लोग किसी चौक – चौराहे एवं बाजार में भी नहीं मना सकते हैं। इसे राजस्व ग्राम के रैयत लोग अधिकतम बोड़ोबोंजी बोंगा के बाद बोदा (बकरा) एवं मुर्गा का बलि चढ़ाकर आदवा चावली,जोड़ा बैल,नयल और आंर,हेरो लड् , नमा चाटु,हटा:,डाला आदि सामग्रियों एवं प्राचीन परंपरा के साथ अनुष्ठानों को पालन किये जाते हैं । जिसे चर्च, मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा के लोग कैसे पूर्ण किये, यह आश्चर्यजनक है।
इस घोर उल्लंघन,धार्मिक अतिक्रमण और अपमान से ‘हो’ समाज के लोग काफी आक्रोशित हैं। इस मामले पर आदिवासी ‘हो’ समाज युवा महासभा की ओर से जिला-प्रशासन के पास शिकायत करेंगे और कार्रवाई नहीं करने की स्थिति में चाईबासा शहर को बंद करने का फैसला ले सकते हैं।
कौन-कौन रहे मौजूद !
इस अवसर पर आदिवासी ‘हो’ समाज महासभा केन्द्रीय क्रीड़ा सचिव सतीश सामड, दिवासी ‘हो’ समाज युवा महासभा के अध्यक्ष श्री इपिल सामड, महासचिव गब्बरसिंह हेम्ब्रम, प्रदेश कोषाध्यक्ष शंकर सिंदु, जिलाध्यक्ष शेरसिंह बिरूवा, सचिव – ओयबन हेम्ब्रम, कोषाध्यक्ष – सत्यव्रत बिरुवा, सदस्य सिकंदर तिरिया, सदर अनुमंडल सचिव अशीष तिरिया, जगन्नाथपुर अनुमंडल उपाध्यक्ष पुतकर लागुरी, दुदुगर पिंगुवा, सुरेश पिंगुवा, जामदार हेम्ब्रम, मनोज पिंगुवा आदि लोग मौजुद रहे।