नई दिल्ली. मोबाइल फोन खोने पर आपको टेंशन होना लाजमी है, क्योंकि फोन में आपका बहुत सारा पर्सनल डेटा रहता है और किसी गलत हाथ में जाने पर उसका दुरुपयोग का खतरा रहता है. ऐसे में अगर आपका फोन गुम हो जाए या चोरी हो जाए तो क्या करें? तो सबसे पहले परेशान न हों. क्योंकि आप अपना गुम हुआ फोन दोबारा पा सकते हैं. Sanchar Saathi प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, सरकार अब तक गुम हुए 33.5 लाख मोबाइल फोन ब्लॉक कर चुकी है और 20.28 लाख हैंडसेट्स का पता लगा चुकी है. ऐसे में गुम हुए आपके फोन को भी ढूंढ़ा जा सकता है. आइये आपको स्टेप बाय स्टेप तरीका बताते हैं.
अब खोया या चोरी हुआ स्मार्टफोन ढूंढना पहले से आसान हो गया है. इस काम में संचार साथी पोर्टल आपकी मदद कर सकता है. इस पोर्टल को टेलीकॉम विभाग के सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (C-DOT) ने बनाया है. इस पोर्टल की मदद से यूजर्स अपने खोए हुए स्मार्टफोन को ब्लॉक कर सकते हैं, ट्रेस कर सकते हैं और यहां तक कि उसे रिकवर भी कर सकते हैं. ये सब सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) सिस्टम के जरिए किया जाता है.
ये सरकारी वेबसाइट अब तक गुम हुए और रिपोर्ट किए गए 33,41,314 स्मार्टफोन को ब्लॉक कर चुकी है. इसमें से 20,24,245 स्मार्टफोन को ट्रेस भी कर लिया गया है. इसके अलावा 457,320 फोन रिकवर कर उनके सही मालिकों को लौटाए भी हैं.
गुम हुए फोन को कैसे रिकवर करें
अगर आपका फोन खो गया है या चोरी हो गया है, तो इन स्टेप्स को फॉलो करें; इससे आपके स्मार्टफोन के मिलने की संभावना बढ़ जाएगी:
स्टेप 1: डुप्लीकेट सिम लें. अपने टेलीकॉम सेवा प्रदाता (Airtel/Jio/Vi/BSNL/अन्य) के पास जाएं और उसी नंबर के साथ एक डुप्लीकेट सिम कार्ड का अनुरोध करें.
स्टेप 2: पुलिस में शिकायत दर्ज करें. अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में खोए या चोरी हुए फोन के बारे में एफआईआर दर्ज कराएं. अब आप संचार साथी पोर्टल पर जा सकते हैं और अपने डिवाइस को ब्लॉक कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें : AC कितने डिग्री पर चलाना चाहिए? किस टेम्परेचर पर होती है सबसे ज्यादा बिजली की बचत
स्टेप 3: संचार साथी पोर्टल पर रजिस्टर करें. इसके लिए नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें:
1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://www.ceir.gov.in
2. “Block Stolen/Lost Mobile” पर क्लिक करें
3. खोए हुए फोन का IMEI नंबर, पुलिस शिकायत नंबर, आधार से जुड़ा पता, एक ऑप्शनल कॉन्टैक्ट नंबर जैसे विवरण दर्ज करें.
एक बार रजिस्टर करने के बाद, सिस्टम संबंधित विभाग, साइबरक्राइम टीमों और देशभर के टेलीकॉम प्रदाताओं को सूचित करता है.
थोड़ा वक्त लग सकता है
अगर आपका फोन चालू है और नेटवर्क से जुड़ा हुआ है, चाहे वही सिम हो या नया, तो सिस्टम अलर्ट भेजता है और आपके स्मार्टफोन की नई लोकेशन या यूजर को ट्रेस करने की कोशिश करता है. इस प्रक्रिया में कुछ वक्त लग सकता है.
ये बात ध्यान देने लायक है कि आप अपने फोन के गुमशुदगी की रिपोर्ट जितनी जल्दी करेंगे, उतनी जल्दी उसके मिलने की संभावना होगी. C-DOT कहता है कि जल्दी रजिस्ट्रेशन से सिस्टम को फोन ट्रैक करने में मदद मिलती है, इससे पहले कि वह किसी और के हाथ में जाए या तस्करी हो.