प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली। पहलगाम में हिन्दू पर्यटकों के नरसंहार के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं. दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। LoC पर पड़ोसी देश की ओर से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है, जिसका भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है। इस हमले ने भारत में आक्रोश की लहर पैदा की, और सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कई बड़े कदम उठाए।
सिंधु जल संधि को निलंबित !
भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, जिसे पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए गए, और उन्हें 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया गया। अटारी-वाघा बॉर्डर चेकपोस्ट बंद कर दी गई, और पाकिस्तानी दूतावास को भी बंद करने का निर्णय लिया गया। भारत ने पाकिस्तान के साथ व्यापारिक और राजनयिक संबंधों को न्यूनतम स्तर पर लाने की घोषणा की।
क्या हैं भारत की सैन्य तैयारियाँ ?
भारतीय सेना को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुली छूट दी गई है, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संकेत दिया गया। भारतीय नौसेना ने गुजरात तट के पास द्वारका, दीव, ओखा, और पोरबंदर में 30 अप्रैल से 3 मई तक बड़े पैमाने पर फायरिंग अभ्यास की घोषणा की, जिसे पाकिस्तान के लिए चेतावनी माना जा रहा है। भारत ने पाकिस्तान के लिए अपना एयरस्पेस 23 मई तक बंद कर दिया, जिससे पाकिस्तानी उड़ानों पर रोक लग गई।
जांच और खुफिया कार्रवाई !
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हमले की जांच में अहम सुराग प्राप्त किए, जो पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क की ओर इशारा करते हैं। 15 ओवर ग्राउंड वर्कर्स को चिह्नित किया गया, जिनमें से कुछ पर पाकिस्तानी आतंकियों की मदद करने का आरोप है।
पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव !
पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिका और अन्य देशों की प्रतिक्रिया अमेरिकी राजदूत और पाकिस्तानी अधिकारियों के बीच मुलाकातें हुईं, जिसमें भारत के साथ तनाव कम करने की बात की गई। सऊदी अरब ने हज यात्रा के लिए पाकिस्तानियों सहित 14 देशों पर वीजा प्रतिबंध लगा दिया, जो पाकिस्तान की छवि को और नुकसान पहुंचा रहा है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप की गुहार लगाई, जो उनकी घबराहट को दर्शाता है।
राहुल गांधी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की !
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और मृतकों को शहीद का दर्जा देने की मांग की। केंद्र सरकार ने हमले के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें सभी दलों ने एकजुटता दिखाई। देशभर में प्रदर्शन हुए, काशीपुर में बाजार बंद रहे, और मसूरी में करणी सेना ने पाकिस्तान का पुतला फूंका।
पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के दुख में, शहीद के दर्जे की उनकी मांग में, मैं साथ खड़ा हूं।
प्रधानमंत्री से आग्रह है कि वो इस त्रासदी में जान गंवाने वालों को यह सम्मान देकर उनके परिवारों की भावना का आदर करें। pic.twitter.com/auMEehEnOO
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 1, 2025
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक, आर्थिक और सैन्य मोर्चों पर आक्रामक रुख अपनाया है। लेकिन भारत की कार्रवाइयाँ स्पष्ट रूप से पाकिस्तान को दबाव में ला रही हैं। पाकिस्तान की बेचैनी और अंतरराष्ट्रीय अलगाव इस तनाव को और गहरा रहे हैं।