विशेष डेस्क/दरभंगा : बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच, दरभंगा जिले के अलीनगर विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी और मशहूर लोक गायिका मैथिली ठाकुर के एक चुनावी कार्यक्रम में ‘मिथिला पाग’ (मिथिला क्षेत्र की पारंपरिक पगड़ी) को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। यह घटना 22 अक्टूबर को एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान हुई, जहां उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से बीजेपी विधायक केतकी सिंह ने मंच पर मिथिला पाग को फेंक दिया। इससे मिथिला समाज में भारी आक्रोश फैल गया है। इसके अलावा, मैथिली ठाकुर का एक पुराना वीडियो वायरल होने से विवाद और गहरा गया, जहां उन्होंने पाग को कटोरे की तरह इस्तेमाल कर मखाना खाया। आइए, एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा से विस्तार में समझते हैं।
केतकी सिंह का पाग फेंकना क्या हुआ ?
अलीनगर में आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में केतकी सिंह को मिथिला की परंपरा के अनुसार सम्मानित करते हुए सिर पर मिथिला पाग पहनाया गया। मंच पर संबोधन के दौरान उन्होंने पूछा, “ये पाग क्या है?” जब लोगों ने जवाब दिया कि “यह मिथिला का सम्मान है,” तो केतकी सिंह ने पाग उतारकर मंच पर फेंक दिया और कहा, “नहीं, मिथिला का सम्मान यह पाग नहीं है, मिथिला का सम्मान मैथिली ठाकुर हैं।” इस दौरान मैथिली ठाकुर भी मंच पर मौजूद थीं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
मिथिला पाग को क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान, सम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक माना जाता है। इसे फेंकना मिथिला समाज के लिए अपमान जैसा लगा। वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर #MithilaPagInsult जैसे ट्रेंड चल पड़े। लोग इसे “मिथिला की अस्मिता पर चोट” बता रहे हैं।
कार्यक्रम में बिहार सरकार के मंत्री हरि सहनी, दरभंगा सांसद गोपालजी ठाकुर, दरभंगा चुनाव प्रभारी उपेंद्र तिवारी और बीजेपी जिलाध्यक्ष विनय पासवान जैसे वरिष्ठ नेता थे, लेकिन किसी ने इसका विरोध नहीं किया, जिससे सवाल उठे।
केतकी सिंह की सफाई
केतकी सिंह ने सोशल मीडिया पर सफाई देते हुए कहा कि यह विपक्ष की साजिश है। उन्होंने खुद सिर पर पाग पहनकर एक वीडियो पोस्ट किया और कहा कि पाग मिथिला का सम्मान है, लेकिन उनका इरादा मैथिली ठाकुर को प्रचारित करना था। फिर भी, लोगों ने इसे अपर्याप्त माना और माफी की मांग की।
मैथिली ठाकुर का मखाना वीडियो और विवाद
विवाद के ठीक बाद एक पुराना वीडियो वायरल हो गया, जिसमें मैथिली ठाकुर को एक महिला द्वारा भेंट किए गए मखाने को मिथिला पाग में रखकर खाते देखा गया। लोगों ने इसे “पाग का अपमान” बताया, क्योंकि पाग को पवित्र माना जाता है।
मैथिली ने ट्विटर (X) पर पोस्ट कर कहा, “मिथिलाक पाग हमर सभक प्रीत” (मिथिला का पाग हम सबकी प्रीत है)। उन्होंने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि शो के दौरान ड्राइवर ने मखाना रखने के लिए पाग दिया था, और यह सम्मान का प्रतीक है। फिर भी, कई यूजर्स ने इसे “झूठी सफाई” कहा और माफी की मांग की।
मिथिलाक पाग हमर सभक प्रीत pic.twitter.com/S8EAUoq1Fc
— Maithili Thakur (@maithilithakur) October 23, 2025
कांग्रेस का बीजेपी पर हमला
कांग्रेस ने इसे “बीजेपी की घटिया सोच” बताया। प्रवक्ता डॉ. रागिनी नायक ने कहा, “पाग मिथिला की पहचान है, इसका तिरस्कार बर्दाश्त नहीं। मोदी जी माफी मांगें।” यूथ कांग्रेस अध्यक्ष उदय भानु चिब ने ट्वीट कर कहा, “कभी पाग फेंककर अपमान, तो अब पाग में खाकर नुमाइश। मिथिला की अस्मिता का खिलवाड़ बंद करो।”
बीजेपी का बचाव
पार्टी ने इसे विपक्षी साजिश कहा, लेकिन कोई आधिकारिक माफी नहीं दी। पीएम मोदी ने 23 अक्टूबर को समस्तीपुर में शो के दौरान पाग पहना, जिसे कुछ ने डैमेज कंट्रोल बताया।
मैथिल ब्राह्मण और अन्य समुदायों में गुस्सा है। कुछ ने कहा कि “मैथिली ठाकुर ने मिथिला के लिए कुछ नहीं किया, जबकि अब राजनीति में उतर रही हैं। पुराने शो जैसे विवाद (शो के लिए 5 लाख फीस मांगना) भी फिर से उभरे।”
क्या है मिथिला पाग का महत्व ?
मिथिला पाग सिर्फ एक पारंपरिक टोपी नहीं, बल्कि सम्मान, पहचान और सांस्कृतिक प्रतीक है। मिथिला क्षेत्र (दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर आदि) में मेहमानों को पाग भेंट देना सम्मान का तरीका है। इसे अपमानित करना पूरे समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है। पुरानी परंपराओं में यह ब्राह्मण और अन्य समुदायों से जुड़ा है, लेकिन अब पूरे मिथिला का प्रतिनिधित्व करता है।
विवाद का असर चुनाव पर ?
अलीनगर सीट पर मैथिली ठाकुर की उम्मीदवारी पहले से विवादास्पद थी (कई कार्यकर्ताओं ने विरोध किया)। यह घटना मिथिला वोटरों को नाराज कर सकती है, खासकर महिलाओं और युवाओं में। विपक्ष (आरजेडी-कांग्रेस) इसे भुनाने की कोशिश कर रहा है, जबकि बीजेपी डैमेज कंट्रोल में लगी है।
यह विवाद मिथिला की सांस्कृतिक संवेदनशीलता को उजागर करता है। फिलहाल, माफी की मांग तेज है, और मामला राजनीतिक रंग ले चुका है।







