पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी पारा हाई है। नेताओं के इधर-उधर होने का दौर भी जारी है। इसी कड़ी में एक और दिग्गज नेता का नाम जुड़ गया है। पूर्व राजद विधायक अनिल सहनी (Anil Sahani) बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
बुधवार को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की।
बता दें कि पूर्व राजद नेता अनिल सहनी को तीन साल पहले सीबीआई अदालत द्वारा धोखाधड़ी के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद बिहार विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
दिल्ली की सीबीआई अदालत ने उन्हें 2012 में जाली हवाई टिकट जमा करने का दोषी ठहराया था। उस समय अनिल सहनी राज्यसभा सांसद थे।
सहनी के भाजपा में शामिल होने से क्या होगा?
बीजेपी ने सहनी को पार्टी में शामिल कर ‘निषाद’ समुदाय के वोटरों को साधने की कोशिश की है। निषाद समुदाय एक अत्यंत पिछड़ा वर्ग है और उनके गृह जिले मुजफ्फरपुर में इनकी अच्छी-खासी आबादी है।
सहनी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में कुरहानी से भाजपा के केदार गुप्ता को 900 से भी कम मतों के अंतर से हराया था। गुप्ता ने बाद में सहनी की अयोग्यता के बाद हुए उपचुनाव में जीत हासिल की और मंत्री बने।