प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
पहलगाम : पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने पर्यटकों को निशाना बनाया, धर्म पूछकर 26-28 लोगों की हत्या की, जिसमें एक नवविवाहित नेवी अधिकारी विनय नरवाल भी शामिल थे। इस हमले ने अमरनाथ यात्रा के बेस कैंप पहलगाम को दहला दिया, जिसका मकसद यात्रा से पहले खौफ फैलाना था।
जनता और हस्तियों का गुस्सा !
अनुपम खेर ने इसे हिंदुओं पर टारगेटेड नरसंहार बताया, ‘द कश्मीर फाइल्स’ की याद दिलाते हुए शब्दों को “नपुंसक” कहा। अक्षय कुमार, सोनू सूद, संजय दत्त जैसे सितारों ने भी हमले की निंदा की, कड़ी कार्रवाई की मांग की। सोशल मीडिया पर लोग सर्जिकल स्ट्राइक की मांग कर रहे हैं।
ग़लत … ग़लत… ग़लत !!! पहलगाम हत्याकांड!! शब्द आज नपुंसक हैं!! 💔 #Pahalgam pic.twitter.com/h5dOOtEQfx
— Anupam Kher (@AnupamPKher) April 22, 2025
फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने कहा “पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की खबर से स्तब्ध हूँ। निर्दोष लोगों को इस तरह मारना घोर पाप है। उनके परिवारों के लिए प्रार्थनाएँ।”
Horrified to know of the terror attack on tourists in Pahalgam. Sheer evil to kill innocent people like this. Prayers for their families. 🙏
— Akshay Kumar (@akshaykumar) April 22, 2025
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “धर्म को निशाना बनाकर हमला किया गया। भारत करारा जवाब देगा। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति है।” गृह मंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी से चर्चा की, वादा किया कि “एक भी आतंकी नहीं बचेगा।”
आतंकवाद के ख़िलाफ़ हमारी zero tolerance की policy है। भारत का एक-एक नागरिक, इस कायरतापूर्ण हरकत के ख़िलाफ़ एकजुट है।
हम सिर्फ़ उन्हीं लोगों तक नहीं पहुँचेंगे, जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया हैI हम उन तक भी पहुँचेंगे, जिन्होंने परदे के पीछे बैठकर, हिंदुस्तान की सरजमीं पर ऐसी… pic.twitter.com/8HJbDxeRbU
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) April 23, 2025
सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। खुफिया एजेंसियां हमले में स्थानीय समर्थन की जांच कर रही हैं, क्योंकि इतनी बड़ी वारदात बिना सहायता के असंभव लगती है। पाकिस्तान समर्थित आतंक पर निर्णायक सर्जिकल स्ट्राइक की चर्चा तेज है, खासकर धारा 370 हटने के बाद यह सबसे बड़ा हमला है। धारा 370 हटने के बाद कश्मीर में शांति और पर्यटन बढ़ा था। 2024 में 2.36 करोड़ पर्यटक आए। यह हमला पाकिस्तान की बौखलाहट और कश्मीर की प्रगति को बाधित करने की साजिश माना जा रहा है।
क्या है आगे की रणनीति ?
सरकार पर दबाव है कि वह न केवल आतंकियों, बल्कि उनके समर्थकों और परदे के पीछे की साजिश को भी खत्म करे। जनता और सेना में गुस्सा है, और सर्जिकल स्ट्राइक या उससे बड़ी कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।
आतंकवाद के खिलाफ गुस्से का प्रतीक !
पहलगाम आतंकी हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर घाटी का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। इसने न केवल पर्यटन को प्रभावित किया, बल्कि कश्मीर की शांति और सामुदायिक एकता पर भी सवाल उठाए। जम्मू में हुए विरोध प्रदर्शन न केवल आतंकवाद के खिलाफ गुस्से का प्रतीक हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि कश्मीर के लोग आतंकवाद को अपने समाज का हिस्सा नहीं मानते। केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कड़ी कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और कश्मीर पर्यटकों के लिए फिर से सुरक्षित बन सके।