प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली: यमन से इजरायल की ओर एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी गई, जिसके बाद तेल अवीव, यरुशलम और मध्य इजरायल के कई क्षेत्रों में हवाई हमले के सायरन बजे। इस घटना से स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने पुष्टि की कि “मिसाइल यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा दागी गई थी, जो ईरान समर्थित शिया समूह है।”
मिसाइल हमला और इजरायल की प्रतिक्रिया
IDF के अनुसार, मिसाइल हवा में ही टूट गई, और इसके टुकड़े मध्य इजरायल में कई स्थानों, विशेष रूप से तेल अवीव के निकट बेन गुरियन हवाई अड्डे के पास गिरे। इजरायली वायु रक्षा प्रणाली ने मिसाइल के टुकड़ों को रोकने के लिए कई इंटरसेप्टर मिसाइलें दागीं, जिससे कोई बड़ा नुकसान या हताहत नहीं हुआ।
मिसाइल हमले के बाद तेल अवीव, पश्चिमी यरुशलम, यहूदिया और सामरिया सहित कई क्षेत्रों में सायरन बजे, और नागरिकों को मोबाइल अलर्ट के माध्यम से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया।
हूती विद्रोहियों का दावा
हूती समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली और दावा किया कि उन्होंने गाजा में इजरायल के सैन्य अभियानों के प्रतिशोध में बेन गुरियन हवाई अड्डे को हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन से निशाना बनाया। हूतियों ने कहा कि “यह हमला गाजा के लोगों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”
ईरान-इजरायल तनाव का हिस्सा
यह हमला उस समय हुआ जब कुछ घंटे पहले इजरायली वायु सेना ने यमन की राजधानी सना में हूती समूह द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ऊर्जा ढांचे पर हवाई हमला किया था। हूती विद्रोही, जो उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्सों पर नियंत्रण रखते हैं, नवंबर 2023 से इजरायल और उससे जुड़े जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन हमले कर रहे हैं। ये हमले ईरान-इजरायल तनाव का हिस्सा माने जाते हैं।
पिछले रविवार को भी यमन से दागी गई एक मिसाइल को इजरायली वायु सेना ने बीच में ही रोक लिया था, जिसके बाद भी तेल अवीव और यरुशलम में सायरन बजे थे।
खतरे का जवाब देने के लिए तैयार
इस हमले में किसी के हताहत होने या संपत्ति को नुकसान की कोई सूचना नहीं है। मिसाइल के टुकड़ों के कारण बेन गुरियन हवाई अड्डे पर कुछ समय के लिए सेवाएं प्रभावित हुईं। इजरायली सेना ने हमले की जांच शुरू कर दी है और कहा है कि वह किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए तैयार है।
यह घटना क्षेत्र में बढ़ते तनाव का हिस्सा है। हूती विद्रोही गाजा में इजरायल के सैन्य अभियानों का विरोध करते हैं और इसे पश्चिमी साम्राज्यवाद का प्रतीक मानते हैं। उसी दिन, IDF ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के हथियार भंडारण केंद्र पर भी हमला किया, जो इजरायल-लेबनान समझौतों का उल्लंघन करता है। गाजा में युद्ध समाप्त करने और बंधकों की रिहाई की मांग को लेकर हजारों लोग इजरायल में सड़कों पर उतरे।
हमले की “भारी कीमत” चुकानी होगी: इजरायल
इजरायली सेना ने स्पष्ट किया कि वह हूती हमलों का जवाब देने के लिए सक्रिय है और किसी भी खतरे को बेअसर करने के लिए कार्रवाई जारी रखेगी। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा कि हूतियों को हर हमले की “भारी कीमत” चुकानी होगी।
यमन से हूती विद्रोहियों द्वारा दागी गई मिसाइल ने इजरायल में तनाव बढ़ा दिया है, लेकिन इजरायली वायु रक्षा प्रणाली की त्वरित कार्रवाई के कारण कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। यह घटना मध्य पूर्व में चल रहे जटिल संघर्षों का हिस्सा है, जहां हूती, ईरान, और इजरायल के बीच तनाव चरम पर है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है, और IDF ने भविष्य में भी ऐसे हमलों को नाकाम करने की प्रतिबद्धता जताई है।