प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली: त्रिनिदाद और टोबैगो जहां 40% से अधिक भारतीय मूल की आबादी रहती है और जहां हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यात्रा की। मिनी इंडिया त्रिनिदाद और टोबैगो कैरेबियाई क्षेत्र में स्थित एक छोटा सा द्वीपीय देश है, जो भारत से लगभग 14,000 किलोमीटर दूर है। इस देश की कुल जनसंख्या लगभग 14 लाख है, जिसमें से 35-40% लोग भारतीय मूल के हैं। इस वजह से इसे “मिनी इंडिया” भी कहा जाता है, क्योंकि यहां भारतीय संस्कृति, परंपराएं, और त्योहार जीवंत रूप में मौजूद हैं।
Honoured to be conferred with ‘The Order of the Republic of Trinidad & Tobago’. I accept it on behalf of 140 crore Indians. https://t.co/eQjnGWHLxV
— Narendra Modi (@narendramodi) July 4, 2025
इतिहास और भारतीय मूल की आबादी
1845 से 1917 के बीच, ब्रिटिश उपनिवेशवाद के दौरान, भारतीयों को गिरमिटिया मजदूरों के रूप में त्रिनिदाद और टोबैगो लाया गया। पहला जहाज ‘Fatel Razack’ 1845 में 225 भारतीयों को लेकर यहां पहुंचा। ये लोग मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, और तमिलनाडु से गन्ने के खेतों में काम करने के लिए लाए गए थे।
भारतीय प्रवासियों ने अपनी संस्कृति, भाषा और परंपराओं को इस देश में संरक्षित रखा। आज त्रिनिदाद और टोबैगो में दीवाली, होली, गणेश चतुर्थी जैसे भारतीय त्योहार बड़े उत्साह से मनाए जाते हैं। दीवाली को यहां राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मान्यता प्राप्त है। भारतीय मूल के लोग न केवल सांस्कृतिक रूप से सक्रिय हैं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था, राजनीति, और सामाजिक जीवन में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने 3 और 4 जुलाई को त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा की। यह उनकी पहली आधिकारिक यात्रा थी।
Thank you Trinidad & Tobago. The moments here will never be forgotten. We’ve added new momentum to India-Trinidad & Tobago friendship. My gratitude to President Christine Carla Kangaloo, Prime Minister Kamla Persad-Bissessar, the Government and people of this wonderful nation. pic.twitter.com/iGTwfNPyEq
— Narendra Modi (@narendramodi) July 4, 2025
भारतीय प्रवासी समुदाय से जुड़ाव
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारतीय मूल के लोगों के साथ संबंधों को मजबूत करना और उनकी सांस्कृतिक विरासत को सम्मान देना था। भारत और त्रिनिदाद और टोबैगो के बीच आर्थिक, व्यापारिक, और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देना। भारत इस क्षेत्र में अपने प्रभाव को विस्तार देने के लिए कैरेबियाई देशों के साथ सहयोग बढ़ा रहा है। पीएम मोदी की यह यात्रा भारत की वैश्विक कूटनीति का हिस्सा है, जहां वे विकासशील देशों के साथ साझेदारी को प्राथमिकता दे रहे हैं।
यह यात्रा भारतीय डायस्पोरा को वैश्विक मंच पर भारत के साथ जोड़ने और त्रिनिदाद और टोबैगो जैसे देशों में भारत की सॉफ्ट पावर को बढ़ाने का एक प्रयास है।
सांस्कृतिक और सामाजिक प्रभाव
त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय संस्कृति का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। यहाँ चटनी संगीत (भारतीय और कैरेबियाई संगीत का मिश्रण), भोजपुरी, और भारतीय व्यंजन जैसे रोटी, दालपुरी, और करी बहुत लोकप्रिय हैं। भारतीय मूल के लोग देश की राजनीति में भी सक्रिय हैं। उदाहरण के लिए, बसदेव पांडे और कमला पर्साद-बिस्सेसर जैसे भारतीय मूल के नेता त्रिनिदाद और टोबैगो की राजनीति में प्रमुख भूमिका निभा चुके हैं। देश में कई हिंदू और भारतीय सांस्कृतिक संगठन सक्रिय हैं, जो भारतीय परंपराओं को जीवित रखने में योगदान देते हैं।
I express my heartfelt gratitude to President Christine Carla Kangaloo, Prime Minister Kamla Persad-Bissessar, the Government and wonderful people of Trinidad & Tobago for honouring me with ‘The Order of the Republic of Trinidad and Tobago.’ This honour symbolises the eternal… pic.twitter.com/3wf3tZ9hWt
— Narendra Modi (@narendramodi) July 4, 2025
आर्थिक और सामाजिक स्थिति
त्रिनिदाद और टोबैगो एक तेल और गैस समृद्ध देश है, और भारतीय मूल के लोग व्यापार, शिक्षा, और अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। भारतीय डायस्पोरा ने स्थानीय अर्थव्यवस्था में उद्यमिता और नवाचार के माध्यम से अपनी पहचान बनाई है।
भारतीय मूल के लोगों को समय-समय पर नस्लीय भेदभाव और सामाजिक एकीकरण की चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। हालांकि, वे अपनी मेहनत और सांस्कृतिक पहचान के बल पर समाज में स्थापित हुए हैं। भारत के साथ बढ़ते संबंधों के कारण, त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय डायस्पोरा के लिए शिक्षा, व्यापार, और तकनीकी सहयोग के नए अवसर खुल रहे हैं।
Thank you Trinidad & Tobago. The moments here will never be forgotten. We’ve added new momentum to India-Trinidad & Tobago friendship. My gratitude to President Christine Carla Kangaloo, Prime Minister Kamla Persad-Bissessar, the Government and people of this wonderful nation. pic.twitter.com/iGTwfNPyEq
— Narendra Modi (@narendramodi) July 4, 2025
भारत की वैश्विक कूटनीति को बढ़ावा
त्रिनिदाद और टोबैगो एक ऐसा देश है जहां भारतीय संस्कृति और परंपराएं न केवल जीवित हैं, बल्कि फल-फूल रही हैं। पीएम मोदी की यात्रा ने इस छोटे से कैरेबियाई देश और भारत के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, और आर्थिक संबंधों को और मजबूत किया है। यह यात्रा भारतीय डायस्पोरा के योगदान को सम्मान देने और भारत की वैश्विक कूटनीति को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम है।