सतीश मुखिया/मथुरा: आज ऐडेड विद्यालयों के प्रधानाचार्य ने माध्यमिक विद्यालयों में समस्याओं को लेकर के श्रीमान चंद्र प्रकाश सिंह, जिलाधिकारी, मथुरा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित करते हुए ज्ञापन दिया। जिसमें इन लोगों के द्वारा विद्यालयों में पनप रही समस्याओं को लेकर के अपने विचार व्यक्त किए। इन लोगों ने कक्षा 09, 10, 11 एवं 12 में विद्यार्थियों से 20 रुपए वार्षिक की दर से विद्युत शुल्क लिया जाता है जो कुल मिलाकर 15-20 हजार रुपए से अधिक किसी भी माध्यमिक विद्यालय को प्राप्त नहीं होते हैं।
जबकि प्रत्येक माध्यमिक विद्यालय में विद्युत बिल एक लाख से लेकर पांच लाख रुपए तक आते है, ऐसी स्थिति में माध्यमिक विद्यालयों में व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रधानाचार्यों द्वारा विद्यार्थी/अभिभावकों से सहयोग लिया जाता है या विद्यालय की अन्य निधियों जिनमें भी बहुत ही नगण्य धन राशि होती है उनसे विद्युत बिल जमा किया जाता है तो प्रधानाचार्यों के विरुद्ध अनावश्यक शिकायतें, ऑडिट आपत्ति एवं ब्लैकमेलिंग जैसी परिस्थितियां पैदा हो रही हैं।
वर्तमान में शासन द्वारा सभी कार्य डिजिटलीकरण कर दिए गए हैं, जो माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को उच्च अधिकारियों के आदेश के पालन में बाजार ( मार्केट ) में कराने पड़ रहे हैं। शासन द्वारा आवंटित किए जा रहे डिजिटलीकरण के कार्यों को करने के लिए कोई सुविधा प्रधानाचार्य महोदयों को प्रदान नहीं की जा रही है, ऐसी स्थिति में शासन के आदेश मानना या ना मानना माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के गले की फांस बन गया है।
इनमें कंप्यूटर ऑपरेटर न होने की वजह से विद्यालय के अधिकांशतः कार्य जैसे डीबीटी, यूं डायस, अपार आईडी, इको क्लब, पोषण माह फीडिंग, रजिस्ट्रेशन, बोर्ड फॉर्म आदि ऑनलाइन कार्य विषय/ कक्षा अध्यापकों को करने पड़ रहे हैं जिसकी वजह से विद्यालयों में शिक्षण कार्य बाधित हो रहे हैं।
माध्यमिक विद्यालयों के संबद्ध प्राइमरी एवं अन्य माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा 06, 07, 08 में निःशुल्क शिक्षा होने की वजह से उक्त कक्षाओं में मासिक टेस्ट, अर्द्ध वार्षिक परीक्षा, वार्षिक परीक्षा एवं शासन की मंशा के अनुसार ओएमआर सीट प्रयोग करवाना, रिपोर्ट कार्ड, परिचय पत्र एवं उक्त कक्षाओं हेतु बिजली, पानी, जलपान, स्वच्छता, टॉयलेट, आदि की व्यवस्थाओं हेतु किसी भी प्रकार के साधन नहीं हैं, जिनकी वजह से प्रधानाचार्यों के सामने अत्यधिक आर्थिक कठिनाइयां पैदा हो गई हैं। इन विद्यालयों के भवन जर्जर हो गए हैं, जिनकी मरम्मत कराने की आवश्यकता है। जर्जर भवनों में किसी भी अनहोनी की आशंका से नकारा नहीं जा सकता है।
अनहोनी की स्थिति में जिसका उत्तरदायित्व केवल प्रधानाचार्यों के ऊपर निर्धारित किया गया है जबकि माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्यों के पास कोई वित्तीय शक्तियां ऐसी नहीं हैं जिनसे वह विद्यालय भवन की मरम्मत करा संके। माध्यमिक विद्यालयों को विभिन्न विभागों की जागरूकता रैली, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आवंटित किए जा रहे हैं, जिनके क्रियान्वयन हेतु प्रधानाचार्यों के पास किसी भी प्रकार की कोई वित्तीय व्यवस्था नहीं है और सन 2010 के बाद कक्षा 09, 10,11,12 के शुल्क में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है।
जबकि महंगाई सन 2010 से कई गुना बढ़ गई है और वर्तमान में शासन के द्वारा प्रदत्त कार्यों में जैसे सीसीटीवी कैमरा, ऑनलाइन कार्यों का कराना, बोर्ड परीक्षाओं को कराए जाने हेतु कोई निधि न होना, कक्षा 08 तक की पुस्तकों को DIOS कार्यालय से लाना, बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं को संकलन केंद्र तक प्रति पाली में भिजवाना, स्वच्छ पेयजल हेतु आरओ सिस्टम पर आने वाला व्यय, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बालिका विद्यालयों की छात्राओं का ड्रेस एवं आने जाने का व्यय, स्वच्छ टायलेट हेतु व्यवस्था करना, जनरेटरों को संचालित किए जाने हेतु डीजल / पैट्रोल की व्यवस्था आदि के कार्यों हेतु प्रधानाचार्यों के पास किसी भी प्रकार की कोई आर्थिक व्यवस्था नहीं है।
मथुरा कलेक्ट्रेट पहुंचकर श्रीमान जिलाधिकारी महोदय जी को ज्ञापन देने बालों में डॉ अजय कृष्ण सारस्वत, डॉ दिनेश राणा, श्री निरंजन सिंह सोलंकी, डॉ देव प्रकाश, डॉ शालिनी अग्रवाल, डॉ राकेश कुमार माहेश्वरी, डॉ कमल कुमार गौड़, श्री अरविंद शर्मा, डॉ सुरेश चंद्र तोमर, श्री जोगेंद्र सिंह, श्री निखिल अग्रवाल, डॉ अलका गोस्वामी, श्री सोहन झा, श्रीमती रूमा देवी, डॉ अल्कादीप, डॉ खुशबू चक, डॉ विमल प्रकाश यादव, डॉ संजय शर्मा, डॉ राजीव कुमार पांडेय, श्री गोरधन सिंह, डॉ गिर्राज सिंह, श्री केशव देव शर्मा, डॉ प्रयंका, श्रीमती रेनू, डॉ बिजेंद्र सिंह, डॉ प्रवीन कुमार, डॉ पदम सिंह, श्री भगवत प्रसाद, श्री दिनेश केसरवानी, डॉ रामबहादुर सिंह भदौरिया, श्री लाला राम कौशिक, डॉ अतर सिंह, श्री डोरी लाल सैनी, डॉ रोहिताश कुमार सोलंकी, श्री जितेंद्र कुमार मिश्र, श्री शिवाजी यादव, श्री बृजेश कुमार, डॉ लोकेश पालीवाल, श्री संदीप पीटर आदि उपस्थित रहे।