Upgrade
पहल टाइम्स
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन
No Result
View All Result
पहल टाइम्स
No Result
View All Result
  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • ईमैगजीन
Home दिल्ली

दिल्ली सरकार का यू-टर्न, उम्रदराज वाहनों पर बैन हटेगा, जनता की परेशानी क्या हैं खामियां ?

पहल टाइम्स डेस्क by पहल टाइम्स डेस्क
July 3, 2025
in दिल्ली, राजनीति
A A
16
SHARES
522
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp

स्पेशल डेस्क/नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने 1 जुलाई से लागू हुए “एंड-ऑफ-लाइफ” (EOL) वाहनों (10 साल से पुराने डीजल और 15 साल से पुराने पेट्रोल वाहनों) पर ईंधन देने की रोक को फिलहाल स्थगित करने का फैसला किया है। यह निर्णय जनता के भारी विरोध और नियम की व्यावहारिक खामियों के बाद लिया गया। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) को पत्र लिखकर इस आदेश पर रोक लगाने की मांग की। आइए इस मामले की पूरी रिपोर्ट और नियम की खामियों को विस्तार में एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा से समझते हैं।

बैन का कारण और प्रारंभिक लागू करना !

इन्हें भी पढ़े

दिल्ली में 10 मिनट की बारिश, सड़कें बनीं तालाब! केजरीवाल का बीजेपी सरकार पर तंज?’

July 29, 2025

दिल्ली-NCR में 29 जुलाई से 1 अगस्त तक ‘सुरक्षा चक्र’, 18 जिलों में भूकंप व रासायनिक आपदा की होगी मेगा मॉक ड्रिल

July 28, 2025
special intensive revision

बिहार SIR केस: सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाने से इनकार किया, पूछा- आधार, EPIC, राशन कार्ड क्यों नहीं मान्य?

July 28, 2025
Jagdeep Dhankhar

धनखड़ के इस्तीफे से सियासी हलचल, बीजेपी की नई रणनीति, उपराष्ट्रपति पद के लिए ‘सेफ गेम’ !

July 27, 2025
Load More

दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने 1 जुलाई से 10 साल से पुराने डीजल और 15 साल से पुराने पेट्रोल वाहनों को पेट्रोल पंपों पर ईंधन देने पर प्रतिबंध लगाया था। इस नियम को लागू करने के लिए ANPR कैमरे दिल्ली के 500 से अधिक पेट्रोल पंपों पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (ANPR) कैमरे लगाए गए, जो वाहनों की उम्र की पहचान करते हैं।

नियम तोड़ने वाले चार पहिया वाहनों पर 10,000 रुपये और दोपहिया वाहनों पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया। पहले दिन 80 वाहनों को जब्त किया गया, जिनमें 67 दोपहिया वाहन, 12 कारें और 1 ऑटो रिक्शा शामिल थे। पुराने वाहनों से होने वाले प्रदूषण, खासकर PM2.5 और NOx उत्सर्जन, को कम करना, जो दिल्ली के प्रदूषण में 47% तक योगदान करते हैं।

क्या हैं नए नियम की खामियां

मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने CAQM को लिखे पत्र में निम्नलिखित खामियों का उल्लेख किया ANPR सिस्टम की तकनीकी कमियां कई कैमरे खराब हैं या ठीक से काम नहीं कर रहे। उदाहरण के लिए, पूसा रोड पर एक पेट्रोल पंप के कैमरे ने एक वैध हुंडई i10 (2028 तक वैध) को गलत तरीके से पुराना वाहन पहचान लिया। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट्स (HSRP) में समस्याएं, जिसके कारण ANPR सही पहचान नहीं कर पा रहा। पड़ोसी राज्यों के डेटाबेस के साथ समन्वय की कमी, जिससे अन्य राज्यों में पंजीकृत वाहनों की पहचान में दिक्कत हो रही है।

आज दिल्ली की सड़कों पर खड़ी END-of-Life Vehicles की समस्या, किसी और की नहीं, बल्कि आम आदमी पार्टी की वर्षों की नाकामी और निकम्मेपन का नतीजा है।

यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिसकी जिम्मेदारी थी समय रहते समाधान की योजना बनाने और अमल करने की, वही सरकार सोती रही। अब जब संकट सिर पर है, तो… pic.twitter.com/NBW5k7I5jA

— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) July 2, 2025

एनसीआर में एकरूपता की कमी

यह नियम केवल दिल्ली में लागू किया गया, जबकि एनसीआर के अन्य शहरों (नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत) में इसे 1 नवंबर 2025 से लागू करने की योजना है। इससे दिल्ली के वाहन मालिकों के साथ भेदभाव हो रहा है। सिरसा ने मांग की कि पूरे एनसीआर में एकसमान नियम लागू हों।

सिरसा ने कहा कि “वाहनों को उनकी उम्र के बजाय प्रदूषण स्तर के आधार पर आंका जाना चाहिए। कई पुराने वाहन, जो फिटनेस टेस्ट पास करते हैं और वैध PUC (प्रदूषण नियंत्रण) प्रमाणपत्र रखते हैं, प्रदूषण नियंत्रण मानकों को पूरा करते हैं।

क्या हैं जनता की परेशानी !

दिल्ली में करीब 62 लाख EOL वाहन हैं (41 लाख दोपहिया और 18 लाख चारपहिया), जिनके मालिकों को अचानक इस नियम से परेशानी हुई। कई लक्जरी कार मालिकों को अपनी गाड़ियां कम कीमत पर बेचनी पड़ी या स्क्रैप करानी पड़ी।

3 जुलाई को, सिरसा ने CAQM को पत्र लिखकर आदेश संख्या 89 को तत्काल प्रभाव से रोकने की मांग की। उन्होंने कहा कि जल्दबाजी में लागू यह नियम जनता के लिए परेशानी का कारण बन रहा है। दिल्ली सरकार और CAQM के बीच इस मुद्दे पर चर्चा के लिए बैठक प्रस्तावित है। कोर्ट ने CAQM को सितंबर 2025 तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।

वाहन मालिकों के लिए विकल्प स्क्रैपिंग

वाहन मालिक अपने पुराने वाहनों को पंजीकृत स्क्रैपिंग सुविधाओं (RVSF) में स्क्रैप कर सकते हैं। इसके लिए https://vscrap.parivahan.gov.in पर बुकिंग की जा सकती है। स्क्रैपिंग पर रोड टैक्स में छूट जैसे प्रोत्साहन मिलते हैं। वाहनों को उन राज्यों में स्थानांतरित किया जा सकता है जहां उम्र आधारित प्रतिबंध नहीं हैं, जैसे बिहार, महाराष्ट्र के कुछ जिले, या मेघालय। इसके लिए इंटर-स्टेट ट्रांसफर और नया RTO पंजीकरण जरूरी है।

इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ाव: सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है, जिसके लिए सब्सिडी और चार्जिंग स्टेशन बढ़ाने की योजनाएं हैं, हालांकि लागत और बुनियादी ढांचा अभी भी चुनौती है।

पारदर्शिता और सख्ती की जरूरत

प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र की प्रक्रिया में पारदर्शिता और सख्ती की जरूरत है। पुराने वाहनों को स्क्रैप करने की नीति को बढ़ावा देना और नए पर्यावरण-अनुकूल वाहनों को प्रोत्साहन देना ज्यादा प्रभावी हो सकता है। दिल्ली सरकार ने फिलहाल इस बैन को लागू न करने का फैसला किया है, और CAQM के साथ इस नीति की पुनः समीक्षा की जाएगी। सिरसा ने जोर देकर कहा कि “सरकार जनता को परेशान नहीं होने देगी और दिल्ली की मुख्यमंत्री जनता के साथ हैं। यह नियम एनसीआर के अन्य शहरों में भी लागू करने की योजना थी, लेकिन अब इसकी समीक्षा होगी ताकि एकरूपता और व्यावहारिकता सुनिश्चित हो।”

वैकल्पिक उपायों पर विचार

दिल्ली सरकार का पुराने वाहनों पर बैन हटाने का फैसला जनता की परेशानियों और तकनीकी खामियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। ANPR सिस्टम की कमियां, एनसीआर में एकरूपता की कमी, और उम्र आधारित नीति की अव्यवहारिकता इस फैसले की मुख्य वजहें हैं। सरकार अब प्रदूषण स्तर आधारित नीति और अन्य वैकल्पिक उपायों पर विचार कर रही है। वाहन मालिकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी गाड़ियों को स्क्रैप करें, अन्य राज्यों में ट्रांसफर करें, या इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ें।

इन्हें भी पढ़ें

  • All
  • विशेष
  • लाइफस्टाइल
  • खेल

मुख्यमंत्री ने किया मिशन सिलक्यारा नाटक का अवलोकन

March 3, 2024
Central Vista

संसद भवन तो बन गया, अभी क्या-क्या बनना बाकी है?

May 28, 2023
Arvind Kejriwal AAP

सीएम केजरीवाल बोले-‘एक दिन देश पर राज करेगी AAP’

November 19, 2023
पहल टाइम्स

पहल टाइम्स का संचालन पहल मीडिया ग्रुप्स के द्वारा किया जा रहा है. पहल टाइम्स का प्रयास समाज के लिए उपयोगी खबरों के प्रसार का रहा है. पहल गुप्स के समूह संपादक शूरबीर सिंह नेगी है.

Learn more

पहल टाइम्स कार्यालय

प्रधान संपादकः- शूरवीर सिंह नेगी

9-सी, मोहम्मदपुर, आरके पुरम नई दिल्ली

फोन नं-  +91 11 46678331

मोबाइल- + 91 9910877052

ईमेल- pahaltimes@gmail.com

Categories

  • Uncategorized
  • खाना खजाना
  • खेल
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • दिल्ली
  • धर्म
  • फैशन
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • लाइफस्टाइल
  • विशेष
  • विश्व
  • व्यापार
  • साक्षात्कार
  • सामाजिक कार्य
  • स्वास्थ्य

Recent Posts

  • मुख्यमंत्री ने खटीमा में 26.23 करोड़ से निर्मित पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय का किया लोकार्पण
  • झारखंड: चर्च में ‘हो’ समाज का हेरो: परब मनाने का विरोध, आदिवासी ‘हो’ समाज की आकस्मिक बैठक!
  • नारियों के सम्मान की रक्षा ना कर सकने वाला समाज जीवित रहने का अधिकार खो देता है : यति नरसिंहानंद गिरी जी

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.

  • होम
  • दिल्ली
  • राज्य
  • राष्ट्रीय
  • विश्व
  • धर्म
  • व्यापार
  • खेल
  • मनोरंजन
  • गैजेट्स
  • जुर्म
  • लाइफस्टाइल
    • स्वास्थ्य
    • फैशन
    • यात्रा
  • विशेष
    • साक्षात्कार
  • ईमैगजीन

© 2021 पहल टाइम्स - देश-दुनिया की संपूर्ण खबरें सिर्फ यहां.