प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली: 12 मई 2025 को एयर मार्शल ए.के. भारती ने नई दिल्ली में भारतीय सशस्त्र बलों की ओर से एक प्रेस ब्रीफिंग में ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए संघर्षविराम के संबंध में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बात की। उनके साथ डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद और मेजर जनरल एस.एस. शारदा भी मौजूद रहे। यह ब्रीफिंग भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई 2025 को हुए संघर्षविराम के समझौते के बाद की स्थिति और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को रेखांकित करने के लिए आयोजित की गई थी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ और आतंकवाद के खिलाफ की लड़ाई !
एयर मार्शल भारती ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर, जो 7 मई 2025 को शुरू हुआ था, का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद और आतंकी ढांचे को नष्ट करना था, न कि पाकिस्तानी सेना के खिलाफ युद्ध छेड़ना। उन्होंने कहा “हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ थी। 7 मई को हमने केवल आतंकी ठिकानों पर ही हमला किया था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों का साथ देने का फैसला किया, जिसके कारण हमें उचित जवाब देना पड़ा। इस दौरान पाकिस्तान को जो भी नुकसान हुआ, उसकी जिम्मेदारी पूरी तरह उनकी है।”
भारती ने बताया कि “ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, जिसमें 26 लोग, ज्यादातर पर्यटक, मारे गए थे। ऑपरेशन का लक्ष्य नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था, जो पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित थे।”
भारतीय वायु रक्षा प्रणाली की सफलता !
एयर मार्शल भारती ने भारतीय वायु रक्षा प्रणाली की ताकत पर जोर दिया, खासकर स्वदेशी आकाश मिसाइल सिस्टम की। उन्होंने कहा “हमारी वायु रक्षा प्रणाली देश के लिए एक दीवार की तरह थी, जिसे भेदना दुश्मन के लिए असंभव था। पाकिस्तान ने 7, 8 और 9 मई को ड्रोन, यूएवी, और हेलीकॉप्टरों के जरिए भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन हमारी बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली ने इन सभी खतरों को नाकाम कर दिया। स्वदेशी आकाश प्रणाली का प्रदर्शन शानदार रहा। पिछले एक दशक में सरकार के बजटीय और नीतिगत समर्थन के कारण हमारी वायु रक्षा प्रणाली इतनी मजबूत हुई है।”
उन्होंने यह भी बताया कि “पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल हमलों को भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने पूरी तरह से निष्प्रभावी कर दिया, जिससे भारत में कोई जनहानि या संपत्ति का नुकसान नहीं हुआ।”
भारतीय सैन्य अड्डों और प्रणालियों की तत्परता !
एयर मार्शल भारती ने भारतीय सशस्त्र बलों की तत्परता और भविष्य की तैयारियों पर जोर देते हुए कहा- “मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि हमारे सभी सैन्य अड्डे और सभी उपकरण और प्रणालियां चालू हैं और आवश्यकता पड़ने पर अपने अगले मिशन के लिए तैयार व तत्पर हैं। हमारी सभी वायु रक्षा प्रणालियां पूरी तरह से सक्रिय हैं और भविष्य के मिशनों के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने सटीकता और संयम के साथ काम किया, और सभी भारतीय पायलट सुरक्षित वापस लौट आए।”
Press briefing on #OperationSindoor @MEAIndia @DefenceMinIndia @SpokespersonMoD https://t.co/3vKqoqhlHO
— Ministry of Information and Broadcasting (@MIB_India) May 12, 2025
पाकिस्तानी हवाई हमलों का जवाब !
भारती ने बताया कि पाकिस्तान ने 8 और 9 मई की रात को भारत के कई शहरों पर ड्रोन और यूएवी हमले करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने इनका मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने कहा “पाकिस्तान ने 22:30 बजे से ड्रोन, यूएवी और यूसीएवी के जरिए बड़े पैमाने पर हमले शुरू किए। 7 मई को ड्रोन का इस्तेमाल ज्यादा था, जबकि 8 मई को हेलीकॉप्टरों का उपयोग नागरिकों को परेशान करने के लिए किया गया। हमने इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया और पाकिस्तानी विमानों को भारतीय सीमा में घुसने से रोका। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि भारतीय वायुसेना ने कुछ पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया, लेकिन सटीक संख्या बताने से इनकार किया क्योंकि “हम युद्ध की स्थिति में हैं और दुश्मन को कोई फायदा नहीं देना चाहते।”
पाकिस्तानी सैन्य नुकसान और भारत का रुख !
एयर मार्शल भारती ने पाकिस्तानी सैन्य नुकसान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “भारत का लक्ष्य हताहत करना नहीं था, बल्कि आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था। उन्होंने कहा कि हमारा काम लक्ष्य को नष्ट करना है, न कि शवों की गिनती करना। अगर पाकिस्तान को हताहत हुए हैं, तो यह उनकी जिम्मेदारी है। हमने जो भी तरीके और साधन चुने, उनका दुश्मन के ठिकानों पर वांछित प्रभाव पड़ा।”
उन्होंने बताया कि “भारतीय हमलों में पाकिस्तान के कई महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों जैसे पासरूर, चुनियां, अरिफवाला, सरगोधा, रहीम यार खान, चकलाला (नूर खान), सक्खर, भोलारी और जैकोबाबाद में रडार और हवाई अड्डों को नुकसान पहुंचा।”
किराना हिल्स पर हमले से इनकार !
पाकिस्तान में किराना हिल्स के पास कथित तौर पर परमाणु भंडारण स्थल पर हमले की अफवाहों पर भारती ने स्पष्ट किया आपने हमें बताया कि किराना हिल्स में कोई परमाणु सुविधा है, हमें इसके बारे में नहीं पता था। हमने किराना हिल्स पर कोई हमला नहीं किया। यह बयान भारत की ओर से संयम और जिम्मेदारी भरे रुख को दर्शाता है, ताकि परमाणु युद्ध की आशंकाओं को कम किया जा सके।
सटीक हमले और दृश्य साक्ष्य !
एयर मार्शल भारती ने प्रेस ब्रीफिंग में आतंकी ठिकानों पर किए गए सटीक हमलों के पहले और बाद के चित्र दिखाए। उन्होंने बताया “हमने नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के उच्च-मूल्य वाले आतंकी शामिल थे, जैसे यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ, और मुदासिर अहमद। रहीम यार खान हवाई अड्डे के रनवे पर एक बड़ा गड्ढा और भोलारी हवाई अड्डे पर हैंगर को हुए नुकसान के दृश्य साक्ष्य दिखाए गए।” भारती ने यह भी कहा कि भारत ने हमलों में नागरिक और सैन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए सटीकता बरती।
भारत की भविष्य की रणनीति
एयर मार्शल भारती ने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान ने भविष्य में कोई उकसावे की कार्रवाई की, तो भारत पूरी ताकत के साथ जवाब देगा। उन्होंने कहा “हमने संयम और सटीकता के साथ कार्रवाई की है, लेकिन किसी भी आगे की उकसावे की कार्रवाई का जवाब पूरी ताकत से दिया जाएगा। हमारी सैन्य ताकत और निगरानी प्रणालियां पूरी तरह से सक्रिय हैं, और हम किसी भी खतरे को बेअसर करने के लिए तैयार हैं।”
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संघर्षविराम का उल्लंघन और भारत का जवाब !
भारती ने 10 मई की रात को पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम के उल्लंघन की घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा “10 मई को 17:00 बजे से लागू हुए संघर्षविराम के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिन्हें हमने नाकाम कर दिया। हमने पाकिस्तान को हॉटलाइन के जरिए चेतावनी दी है कि भविष्य में किसी भी उल्लंघन का जवाब कड़ा और सजा देने वाला होगा।”
तीनों सेनाओं के बीच तालमेल
एयर मार्शल भारती ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना, नौसेना, और वायुसेना के बीच शानदार तालमेल की सराहना की। उन्होंने कहा “तीनों सेनाओं ने पूर्ण तालमेल के साथ काम किया, जिसके कारण हम अपने उद्देश्यों को हासिल कर सके। हमारी नौसेना ने अरब सागर में तैनाती के साथ पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया और हमारी सेना ने जमीनी स्तर पर आतंकी खतरों को बेअसर किया।”
प्रेस ब्रीफिंग में भारत की सैन्य ताकत !
एयर मार्शल ए.के. भारती की प्रेस ब्रीफिंग में भारत की सैन्य ताकत, संयम और आतंकवाद के खिलाफ कठोर रुख को रेखांकित किया गया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता, भारतीय वायु रक्षा प्रणाली की ताकत और भविष्य की तैयारियों पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि भारत किसी भी उकसावे का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह ब्रीफिंग भारत के सैन्य और कूटनीतिक रुख को स्पष्ट करने के साथ-साथ जनता में विश्वास जगाने के लिए महत्वपूर्ण थी।
क्यों किया चौपाई का जिक्र ?
एयर मार्शल ने इस चौपाई के माध्यम से पाकिस्तान को संदेश दिया कि भारत ने संयम और शांति की राह चुनी थी, लेकिन बार-बार की उकसावे और सीजफायर उल्लंघन के बाद अब भारत अपनी सैन्य ताकत का परिचय देने को मजबूर है। जैसे हनुमान ने समुद्र को उसकी औकात दिखाई, वैसे ही भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों और सैन्य क्षमता को निशाना बनाया।
भारत की संयम और शक्ति का प्रतीक
चौपाई का उपयोग भारत की नीति को रेखांकित करता है- पहले विनम्रता और शांति, लेकिन जरूरत पड़ने पर निर्णायक और प्रभावी कार्रवाई। भारती ने कहा कि “भारत की लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है, लेकिन पाकिस्तानी सेना के हस्तक्षेप ने उन्हें जवाबी कार्रवाई के लिए बाध्य किया। रामचरितमानस का जिक्र कर भारती ने भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को जोड़ा, जिससे उनकी बात न केवल सैन्य दृष्टिकोण से, बल्कि सांस्कृतिक और नैतिक रूप से भी प्रभावशाली बनी। यह जनता के बीच संदेश को और गहरा करने का प्रयास था।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को रेखांकित
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को रेखांकित करते हुए उन्होंने इस चौपाई से यह जताया कि भारत ने पहले चेतावनियां दीं, लेकिन जब पाकिस्तान ने “बिनय” (विनम्रता) नहीं मानी, तो भारत ने अपनी ताकत दिखाई, जिसके परिणामस्वरूप 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए और पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान हुआ। एयर मार्शल भारती ने इस चौपाई का जिक्र कर पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि भारत शांति चाहता है, लेकिन उसकी संयम को कमजोरी न समझा जाए। यह सांस्कृतिक संदर्भ न केवल उनकी बात को प्रभावी बनाता है, बल्कि भारतीय सेना की ताकत और नैतिक दृढ़ता को भी विश्व पटल पर प्रस्तुत करता है।
सौजन्य: प्रेस ब्रीफिंग सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय