प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली: पेट और दिमाग का कनेक्शन, जिसे गट-ब्रेन एक्सिस (Gut-Brain Axis) कहते हैं, एक जटिल और द्वि-दिशात्मक संचार प्रणाली है जो पाचन तंत्र (गट) और मस्तिष्क के बीच संदेशों का आदान-प्रदान करती है। यह कनेक्शन शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, विशेष रूप से डिप्रेशन जैसे मूड डिसऑर्डर, में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि यह कनेक्शन टूटता है या असंतुलित हो जाता है, तो इससे डिप्रेशन और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
गट-ब्रेन एक्सिस का काम कैसे होता है ?
वैगस नर्व यह मस्तिष्क और पाचन तंत्र के बीच मुख्य संचार चैनल है। यह पेट से मस्तिष्क तक सिग्नल भेजता है और इसके विपरीत। एंटेरिक नर्वस सिस्टम (ENS) पेट में मौजूद “दूसरा दिमाग” (Second Brain) कहलाने वाला तंत्रिका तंत्र, जो स्वतंत्र रूप से पाचन को नियंत्रित करता है और मस्तिष्क के साथ संचार करता है।
रासायनिक संदेशवाहक (न्यूरोट्रांसमीटर्स) गट में मौजूद माइक्रोबायोम (आंत के बैक्टीरिया) न्यूरोट्रांसमीटर्स जैसे सेरोटोनिन, डोपामाइन, और GABA का उत्पादन करते हैं, जो मूड और भावनाओं को नियंत्रित करते हैं। उदाहरण: शरीर का लगभग 90% सेरोटोनिन (खुशी का हार्मोन) आंत में बनता है।
इम्यून सिस्टम और सूजन !
आंत के बैक्टीरिया इम्यून सिस्टम को प्रभावित करते हैं। असंतुलित माइक्रोबायोम (डिसबायोसिस) सूजन को बढ़ा सकता है, जो मस्तिष्क में सूजन पैदा करके डिप्रेशन का कारण बन सकता है। हार्मोनल और मेटाबॉलिक रास्ते आंत के बैक्टीरिया शॉर्ट-चेन फैटी एसिड्स (SCFAs) जैसे ब्यूटिरेट का उत्पादन करते हैं, जो मस्तिष्क के कार्य और मूड को प्रभावित करते हैं। तनाव हार्मोन (जैसे कोर्टिसोल) भी गट-ब्रेन एक्सिस को प्रभावित करते हैं।
गट-ब्रेन कनेक्शन के टूटने के कारण !
माइक्रोबायोम असंतुलन (डिसबायोसिस) अस्वास्थ्यकर आहार (जंक फूड, ज्यादा चीनी, कम फाइबर) एंटीबायोटिक्स का अत्यधिक उपयोग। पुराना तनाव, नींद की कमी आंत की पारगम्यता बढ़ना (लीकी गट) आंत की दीवार कमजोर होने से हानिकारक पदार्थ रक्तप्रवाह में प्रवेश करते हैं, जिससे सूजन बढ़ती है और मस्तिष्क प्रभावित होता है। अस्वास्थ्यकर आंत के कारण सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर्स का उत्पादन कम हो सकता है। आंत में सूजन मस्तिष्क तक पहुंचकर न्यूरोइन्फ्लेमेशन का कारण बनती है, जो डिप्रेशन से जुड़ा है। वैगस नर्व के कार्य में कमी से गट और मस्तिष्क के बीच संचार बाधित होता है।
डिप्रेशन से कनेक्शन !
जब गट-ब्रेन एक्सिस में असंतुलन होता है, तो निम्नलिखित प्रक्रियाएं डिप्रेशन को बढ़ावा दे सकती हैं:
सेरोटोनिन की कमी: आंत में सेरोटोनिन उत्पादन कम होने से मूड खराब होता है। न्यूरोइन्फ्लेमेशन पुरानी सूजन मस्तिष्क के उन हिस्सों को प्रभावित करती है जो भावनाओं को नियंत्रित करते हैं। हाइपोथैलेमस-पिट्यूटरी-एड्रिनल (HPA) एक्सिस की गड़बड़ी में तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का असामान्य स्तर डिप्रेशन को ट्रिगर करता है। माइक्रोबायोम का मूड पर प्रभाव से कुछ बैक्टीरिया मूड को बेहतर बनाते हैं, जबकि हानिकारक बैक्टीरिया डिप्रेशन को बढ़ा सकते हैं।
क्या हैं वैज्ञानिक प्रमाण ?
2016 में Journal of Psychiatric Research में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि डिप्रेशन से पीड़ित लोगों में आंत के माइक्रोबायोम में बदलाव होता है। प्रोबायोटिक्स (जैसे लैक्टोबैसिलस और बिफिडोबैक्टीरियम) लेने से कुछ लोगों में डिप्रेशन के लक्षणों में सुधार देखा गया है (Frontiers in Psychiatry, 2019)। Neurogastroenterology & Motility (2020) में प्रकाशित शोध में लीकी गट और मूड डिसऑर्डर के बीच संबंध पाया गया।
गट-ब्रेन एक्सिस को स्वस्थ रखने के उपाय ?
- संतुलित आहार: फाइबर युक्त भोजन (सब्जियां, फल, साबुत अनाज)
- प्रोबायोटिक्स (दही, केफिर, किमची)
- प्री-बायोटिक्स (प्याज, लहसुन, केला)
- ओमेगा-3 फैटी एसिड (मछली, अलसी)
तनाव के क्या हैं प्रबंधन ?
योग, मेडिटेशन, और गहरी सांस लेने की तकनीकें। नियमित व्यायाम वैगस नर्व को उत्तेजित करता है। 7-8 घंटे की गहरी नींद माइक्रोबायोम और मस्तिष्क को स्वस्थ रखती है। केवल चिकित्सक की सलाह पर एंटीबायोटिक्स लें। पर्याप्त पानी पीना आंत के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
पेट और दिमाग का कनेक्शन महत्वपूर्ण प्रणाली !
पेट और दिमाग का कनेक्शन एक जटिल लेकिन महत्वपूर्ण प्रणाली है जो मानसिक स्वास्थ्य को गहराई से प्रभावित करती है। गट-ब्रेन एक्सिस में असंतुलन, विशेष रूप से माइक्रोबायोम की गड़बड़ी, सूजन, और न्यूरोट्रांसमीटर की कमी, डिप्रेशन का कारण बन सकता है। स्वस्थ आहार, तनाव प्रबंधन, और अच्छी नींद के जरिए इस कनेक्शन को मजबूत किया जा सकता है, जिससे डिप्रेशन का खतरा कम हो सकता है।
नोट: यह जानकारी सामान्य जागरूकता के लिए है। डिप्रेशन एक गंभीर स्थिति है और इसके लिए मनोचिकित्सक या डॉक्टर से परामर्श जरूरी है।