नई दिल्ली: अमेरिका युद्ध की बड़ी तैयारी कर रहा है. भाविष्य में चीन या किसी अन्य महाशक्ति देश के खिलाफ युद्ध लड़ने का अभ्यास कर रही है. इसके लिए अमेरिकी एयरफोर्स ने युद्धाभ्यास का ऐसा माहौल बनाया है, जिसमें किसी प्रकार की बिना बाहरी मदद के युद्ध लड़ा जाएगा. इसके लिए कई सप्ताह तक बिना किसी मदद के युद्धाभ्यास किया जाएगा. इस दौरान बिना कम्युनिकेशन, बिना रिईन्फोर्समेंट, बिना सप्लाई के ऑपरेशन जारी रखा जाएगा.
इसी चुनौती से निपटने के लिए जॉर्जिया स्थित मूडी एयर फोर्स बेस की 23वीं विंग ने नवंबर महीने में एक बड़ा अभ्यास किया, जिसमें सैनिकों को यह सिखाया गया कि कठिन परिस्थितियों में भी लगातार कॉम्बैट मिशन कैसे उड़ाए जाएं और विमानों की मरम्मत कैसे जारी रखी जाए.
हाई-एंड वॉर की तैयारी का बड़ा अभ्यास
12 से 21 नवंबर तक फ्लोरिडा और जॉर्जिया में आयोजित यह अभ्यास Exercise Mosaic Tiger 26-1 भविष्य की उस लड़ाई की सिमुलेशन था, जिसमें अमेरिका को किसी बड़े और सक्षम दुश्मन से भिड़ना पड़ सकता है. इस अभ्यास की नींव थी एयर फोर्स की Agile Combat Employment रणनीति, जिसका उद्देश्य है. “अगर मुख्य एयरबेस नष्ट हो जाएं या सप्लाई रुक जाए, तब भी एयर फोर्स युद्ध जारी रख सके.” चीन के खिलाफ भविष्य के युद्ध पर खास ध्यान देने के पीछे वजह यह है कि चीन अमेरिका के बड़े एयर बेसों को क्रूज़ मिसाइल या अन्य हथियारों से टारगेट कर सकता है, जिससे वहां से उड़ान भरना असंभव हो जाएगा.
अमेरिकी एयरफोर्स पुराने जमाने की लड़ाई का किया युद्धाभ्यास
ACE का लक्ष्य है कि एयर फोर्स की टीमें छोटे, बिखरे हुए और कठिन इलाकों में बने अस्थायी एयरबेस से भी ऑपरेशन जारी रख सकें. इसके लिए एयरमैन को खुद पर निर्भर करना सिखाया गया. इसके अलावा अभ्यास में अटैक, रेस्क्यू और सपोर्ट यूनिटों में सैनिको ने हिस्सा लिया. इस युद्धाभ्यास में कमांड की अनिश्चितता बनाई गई, संचार सेवांए ठप कर दी गईं. इसके कहीं दुश्मनों के छिपे होने की संभावना जैसा माहौल बनाया गया. इस दौरान एयरमैन को फॉरवर्ड ऑपरेटिंग साइट स्थापित करनी थी, विमानों को तेजी से री-आर्म और रीफ्यूल करना था . और कम संसाधनों में ऑपरेशन जारी रखना है.
ताइवान के लिए चीन से भिड़ेगा अमेरिका
अमेरिका की यह तैयारी कुल मिलाकर ऐसी है कि संकट के समय एयरफोर्स स्वतंत्र रूप से और बिना किसी मदद के पुराने तरीके से जंग लड़ सके. यह एक बड़ी जंग की तैयारी है. जो संभावित 2027 में संभावित है. क्योंकि चीन ने 2027 से 30 के बीत ताइवान पर कब्जा करने का प्लान बनाया है. इसके लिए चीन ने अभी से कोशिश शुरू कर दी है. ऐसे में अमेरिका यह युद्धाभ्यास स्पष्ट रूप से चीन के खिलाफ ही है.







