प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली: हाल ही में एक लीक ऑडियो ने वैश्विक स्तर पर हलचल मचा दी है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर रूस और चीन के खिलाफ आक्रामक बयान देते सुने जा रहे हैं। यह ऑडियो अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन द्वारा प्राप्त किया गया है और माना जा रहा है कि यह 2024 के दौरान ट्रंप के चुनावी अभियान के समय का है, जब वे एक फंडरेजिंग इवेंट में अपने समर्थकों से बात कर रहे थे।
ऑडियो में क्या है ? रूस को धमकी
ऑडियो में ट्रंप दावा करते हैं कि उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन पर धमकी दी थी। उन्होंने कहा कि अगर रूस ने यूक्रेन पर हमला जारी रखा, तो वे मॉस्को पर बम गिरा देंगे। ट्रंप के अनुसार, पुतिन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और जवाब दिया कि उन्हें विश्वास नहीं होता कि ट्रंप ऐसा करेंगे।
‼️"I told Putin: I’ll bomb the hell out of Moscow" — leaked audio from Trump’s closed-door meeting pic.twitter.com/StAJziGmDF
— Prakash Mehra (@mehraprakash23) July 9, 2025
चीन को चेतावनी
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को ताइवान पर हमले की स्थिति में बीजिंग पर बमबारी करने की धमकी दी थी। ऑडियो में वे कहते हैं, “मैंने उनसे कहा कि अगर आप ताइवान पर हमला करते हैं, तो मैं बीजिंग पर बम गिरा दूंगा। उन्हें लगा कि मैं पागल हूं, लेकिन मैंने कहा कि मेरे पास कोई और रास्ता नहीं है।”
ट्रंप ने ऑडियो में यह भी कहा कि “अगर वे जो बाइडेन की जगह राष्ट्रपति होते, तो न तो यूक्रेन-रूस युद्ध होता और न ही इजरायल-हमास संघर्ष। इसके अलावा, उन्होंने अमेरिकी विश्वविद्यालयों में फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “ऐसे विदेशी छात्रों को निर्वासित कर देना चाहिए।”
ऑडियो “आर्ट ऑफ द डील” शैली
यह ऑडियो 2024 के एक फंडरेजिंग इवेंट का हिस्सा है, जब ट्रंप दूसरी बार राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे। यह बातचीत एक बंद कमरे में उनके समर्थकों और फंड दाताओं के साथ हुई थी।सीएनएन ने इस ऑडियो को लीक के रूप में प्राप्त किया, और इसे 9 जुलाई 2025 को सार्वजनिक किया गया। ऑडियो में ट्रंप की यह टिप्पणी उनकी “आर्ट ऑफ द डील” शैली को दर्शाती है, जहां वे कठोर बयानबाजी के जरिए दबाव बनाने की रणनीति अपनाते हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह उनकी कूटनीतिक रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जबकि अन्य इसे गैर-जिम्मेदाराना बयान मानते हैं।
वैश्विक प्रतिक्रिया रूस और चीन
अभी तक रूस या चीन की ओर से इस ऑडियो पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, यह बयान दोनों देशों के साथ अमेरिका के पहले से तनावपूर्ण संबंधों को और जटिल कर सकता है।अमेरिका में इस ऑडियो ने राजनीतिक हलकों में बहस छेड़ दी है। जहां कुछ लोग इसे ट्रंप की सख्त विदेश नीति के हिस्से के रूप में देखते हैं, वहीं अन्य इसे खतरनाक और उकसाने वाला मान रहे हैं।
पहले भी विवादास्पद बयान
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने रूस और चीन के खिलाफ आक्रामक बयान दिए हैं। 2022 में भी उन्होंने सुझाव दिया था कि अमेरिका को चीनी झंडे वाले विमानों से रूस पर हमला करना चाहिए, ताकि दोनों देश एक-दूसरे से लड़ने लगें। उस समय भी उनके इस बयान की व्यापक आलोचना हुई थी।
यह लीक ऑडियो ट्रंप की आक्रामक और Hawkins, लेकिन यह उनकी कूटनीति का हिस्सा हो सकता है। यह घटना एक बार फिर वैश्विक कूटनीति में उनके अप्रत्याशित और विवादास्पद रवैये को उजागर करती है। हालांकि, इस ऑडियो की प्रामाणिकता और इसका दीर्घकालिक प्रभाव अभी भी विश्लेषण का विषय है।