मथुरा। समाज के सजग प्रहरी अधिवक्ताओं के नेत्र स्वास्थ्य की चिंता करते हुए बार एसोसिएशन, मथुरा के सौजन्य से कल्याणं करोति नेत्र संस्थान, गोवर्धन रोड द्वारा बोहरे कन्हैया लाल सभागार, मथुरा में दो दिवसीय निःशुल्क नेत्र परीक्षण एवं जाँच शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर न केवल चिकित्सा सेवा का माध्यम बना, बल्कि मानवीय संवेदना और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रेरणादायक उदाहरण भी सिद्ध हुआ।
शिविर का शुभारंभ जिला जज एवं सत्र न्यायाधीश श्री अशीष गर्ग द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कल्याणं करोति की सेवाभावी सोच की सराहना करते हुए अधिवक्ताओं के स्वास्थ्य हेतु यह पहल अत्यंत सराहनीय बताया।
एडवोकेट नन्दकिशोर उपमन्यु ने कल्याणं करोति की 43 वर्षों की सेवा यात्रा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि संस्था वर्षों से नेत्रहीनों एवं दिव्यांगजनों के जीवन में आशा की किरण बनकर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा 400-बेड के आधुनिक नेत्र चिकित्सालय का निर्माण किया गया है, जिसमें प्रथम चरण में 100 बेड्स पर सेवाएं आरंभ हो चुकी हैं।
शिविर का प्रमुख उद्देश्य न्यायिक व्यवस्था की रीढ़ अधिवक्ताओं के नेत्र स्वास्थ्य की सुरक्षा करना था। दो दिनों में कुल 511 अधिवक्ताओं के नेत्रों की जांच अत्याधुनिक उपकरणों द्वारा की गई। 101 अधिवक्ताओं को निःशुल्क चश्मे वितरित किए गए तथा 15 अधिवक्ताओं का चयन मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु किया गया।
शिविर में डॉ. अनन्या सिंह (एम.एस.), डॉ. मनीष मेहरा, सीनियर ऑप्टोमैट्रिस्ट सुमित कुमार, प्रगति शर्मा, वरुण प्रताप सिंह, ऋषि, निशांत देव, स्नेहा बघेल, एवं हिमांशी सहित अनुभवी चिकित्सीय टीम की सक्रिय उपस्थिति रही। मंच संचालन शिव कुमार लवानिया (सचिव, बार एसोसिएशन) ने किया।
इस अवसर पर भानु प्रताप गौतम(उपाध्यक्ष), संदीप कुमार शर्मा(सचिव), यशवंत सिंह(ऑडिटर), पंकज कुमार गोला(कोषाध्यक्ष), प्रशांत अज्ञानी, सचिन शर्मा, प्रहलाद पांडेय, राम सनेही एवं योगेश सहित अनेक अधिवक्तागण उपस्थित रहे। यह शिविर न केवल नेत्र चिकित्सा का माध्यम बना, बल्कि कल्याणं करोति और बार एसोसिएशन की संयुक्त प्रतिबद्धता का परिचायक भी रहा, जिसने समाज सेवा के क्षेत्र में एक प्रेरणादायी मिसाल पेश की।