प्रकाश मेहरा
एक्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली: किसान आंदोलन को 200 दिन पूरे हो गए हैं। इस मौके पर शंभू बॉर्डर पर किसानों ने बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में पेरिस ओलंपिक से डिसक्वालिफाइ हुईं पहलवान विनेश फोगाट भी पहुंचीं। किसानों ने उनका सम्मान किया। विनेश फोगाट ने कहा, आपकी बेटी आपके साथ है। किसान शंभू बॉर्डर पर फरवरी से ही डटे हुए हैं। दिल्ली कूच के दौरान हरियाणा सरकार ने उन्हें शंभू बॉर्डर पर ही रोक दिया था। तब से किसानों ने अपने तंबू उखाड़े नहीं हैं।
विनेश फोगाट “खास मुलाकात” में क्या बोली?
किसान आंदोलन को लेकर एक्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा से खास मुलाकात में विनेश फोगाट ने कहा, “200 दिनों से लोग यहां पर बैठे हैं. इनको देख कर दुख होता है. किसान ही देश को चलाते हैं. हम सभी देश के नागरिक हैं. किसानों के बिना तो कुछ भी नहीं है। अगर किसान खिलाड़ियों को खाना ना दें वे भी कुछ नहीं कर पाएंगे. लेकिन कई बार हमें लाचारी महसूस होती है कि हम इतने बड़े मंचों पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं लेकिन अपने परिवार को दुखी देख कर हम कुछ कर नहीं पाते.”
किसानों की मांगों को सुनना चाहिए: विनेश फोगाट
विनेश ने बयान दिया कि ‘सरकार से यही निवेदन है कि किसानों की मांगों को सुनना चाहिए. आपने माना था कि हमसे गलती हुई है तो आपने जो भी वादे किए थे उनको पूरा करना चाहिए. हमारा देश ऐसे उन्नति नहीं करेगा. अगर यो लोग ऐसे ही सड़कों पर बैठे रहेंगे तो कुछ भी नहीं होगा.’
वहीं हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने और ख़ुद के टिकट की दावेदारी पर विनेश फोगाट ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
फसलों पर एमएसपी को कानूनी गारंटी !
किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी और अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। अमृतसर के किसान नेता बलदेव सिंह बग्गा ने कहा कि सरकार से बातचीत के बाद अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है। किसान संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा था लेकिन उसका जवाब नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार उनकी मांगों पर ध्यान देने के बजाय आवाज को दबा देती है।