प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 4 मई को दिल्ली में सनातन संस्कृति जागरण महोत्सव के एक कार्यक्रम में पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को कड़े शब्दों में चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि उनकी जिम्मेदारी है कि सेना के साथ मिलकर “देश पर आंख उठाने वालों को मुंहतोड़ जवाब” दिया जाए। यह बयान 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के संदर्भ में था, जिसमें 26 लोगों की मौत और 17 लोग घायल हुए थे। इस हमले ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा दिया है।
आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति !
राजनाथ सिंह ने इस हमले को कायरतापूर्ण करार दिया और कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि हमले के जिम्मेदार लोगों और इसके पीछे की साजिश रचने वालों को कड़ी सजा मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा कि हमलावरों को उनकी कल्पना से बड़ी सजा दी जाएगी और इसके लिए सैन्य, राजनयिक और आर्थिक स्तर पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि जिन्होंने ये हमला किया है, उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी।
अब आतंकियों की बची-कुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया हैः प्रधानमंत्री @narendramodi… pic.twitter.com/l91zBu3501
— MyGov Hindi (@MyGovHindi) April 25, 2025
राजनाथ सिंह ने कहा, देश जैसा चाहता है, वैसा होकर रहेगा, यह संदेश देते हुए कि भारत अपनी सुरक्षा और संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को जवाब देना उनकी जिम्मेदारी है। यह बयान देश में पाकिस्तान के खिलाफ बढ़ते गुस्से और कार्रवाई की मांग को दर्शाता है।
देश के रक्षा मंत्री के रूप में मेरा दायित्व है कि… pic.twitter.com/VzWXOFq0dw
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 4, 2025
क्या है भारत की ताकत और नीति ?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की सैन्य ताकत के साथ-साथ उसकी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक शक्ति पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि “भारत की ताकत केवल उसकी सेना में नहीं, बल्कि उसकी संस्कृति और एकता में भी है। उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की, जिनके कार्यकाल में भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाए हैं, जैसे कि बालाकोट हवाई हमले। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने राजनाथ सिंह से फोन पर बात की और पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया।
राजनाथ सिंह ने इस बातचीत में पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने के इतिहास पर जोर दिया और वैश्विक समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते को रोक दिया और कई तरह की पाबंदियां लगाईं। राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ हाई-लेवल बैठक की, और भारत कड़ी जवाबी कार्रवाई की तैयारी में है।
पाकिस्तान को जवाब देने की प्रतिबद्धता !
राजनाथ सिंह का बयान भारत की आतंकवाद के खिलाफ कठोर नीति और पाकिस्तान को जवाब देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह बयान न केवल सैन्य कार्रवाई का संकेत देता है, बल्कि भारत की एकजुटता और सांस्कृतिक ताकत को भी रेखांकित करता है। सरकार ने सैन्य, राजनयिक, और आर्थिक मोर्चों पर कार्रवाई शुरू कर दी है, और आने वाले समय में स्थिति पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा।