नई दिल्ली: इंडिया वर्सेस इंग्लैंड पांच टेस्ट की सीरीज का चौथा मैच 23 जुलाई से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में खेला जाएगा। कई दिग्गज भारतीयों के बल्ले की धमक दुनियाभर में गूंजी लेकिन मैनचेस्टर में कमाल नहीं कर सके। जानिए ऐसे ही 5 भारतीय दिग्गजों के बारे में, जो कभी मैनचेस्टर में टेस्ट शतक नहीं जड़ पाए।
गुंडप्पा विश्वनाथ
भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज गुंडप्पा विश्वनाथ ने अपने करियर में 91 टेस्ट में 35 अर्धशतक और 14 शतक लगाए। हालांकि, विश्वनाथ कभी मैनचेस्टर के मैदान पर टेस्ट शतक नहीं लगा सके। उन्होंने यहां तीन टेस्ट की पांच पारियों में केवल 162 रन जोड़े, जिसमें सर्वोच्च स्कोर 54 है।
दिलीप वेंगसरकर
सूची में दूसरा नाम पूर्व धाकड़ बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर का है। उन्होंने मैनचेस्टर में दो टेस्ट मैचों की तीन पारियों में महज 50 रन बटोरे। उनका यहां सर्वोच्च स्कोर 32 रन रहा। वहीं, वेंगसरकर ने करियर में 116 टेस्ट में 17 शतकीय और 35 अर्धशतकीय पारियां खेलीं।
कपिल देव
1983 विश्व कप विजेता कप्तान और महान ऑलराउंडर कपिल देव ने भी मैनचेस्टर में टेस्ट सेंचुरी नहीं ठोकी। उन्होंने यहां दो टेस्ट की तीन पारियों में 91 रन जुटाए। वह एक बार शून्य पर आउट हुए। उनका हाईएस्ट स्कोर 65 है। उन्होंने 131 टेस्ट में 27 फिफ्टी और 8 सेंचुरी लगाईं।
एमएस धोनी
पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज विकेटकीपर-बल्लेबाज एमएस धोनी ने मैनचेस्टर में एकमात्र टेस्ट मैच साल 2014 में खेला। उन्होंने मैच में 98 रन बटोरे। धोनी का यहां सर्वोच्च स्कोर 71 रन रहा। वह उस वक्त इंग्लैंड दौरे पर भारत के कप्तान थे। उन्होंने कुल 90 टेस्ट खेले, जिसमें 33 अर्धशतक और 6 शतक जमाए।
विराट कोहली
लिस्ट में पांचवां नाम ‘सुपरस्टार क्रिकेटर’ विराट कोहली का है। उन्होंने मैनचेस्टर में 2014 में एकमात्र टेस्ट खेला और बुरी तरह फुस्स रहे। वह मैच में 10 रन भी नहीं जुटा सके। उनका पहली पारी में खाता नहीं खुला था जबकि दूसरी पारी में सिर्फ 7 रन बनाए। भारत को मुकाबले में इंग्लैंड के हाथों एक पारी और 54 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। कोहली ने अपने टेस्ट करियर में 123 मैचों में 30 शतकीय और 31 अर्धशतकीय पारियां खेलीं। उन्होंने मई 2025 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया।