शिमला: पहाड़ों की रानी शिमला एक ऐसा पर्यटन स्थल है जो सिर्फ देशभर से ही नहीं बल्कि दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है। गर्मियों के मौसम में भी यहां भारी तादाद में पर्यटक पहुंचते रहते हैं। लेकिन सबसे अधिक पर्यटक तो सर्दियों में बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए शिमला का रुख करते हैं। 1 फरवरी को शिमला में मौसम की पहली बर्फबारी हुई। इसके बाद तो जैसे पूरा का पूरा नजारा ही बदल गया।
बर्फ की सफेद चादर में लिपटी शिमला किसी Wonderland से कम नजर नहीं आ रही है। जो पर्यटक बर्फबारी नहीं होने के कारण मायूस होकर वापस लौटने के बारे में सोच रहे थे, उन्होंने भी अगले 3 दिनों के लिए अपने होटल की बुकिंग को बढ़ा दिया है।
प्राकृतिक सुन्दरता
शिमला और आसपास के क्षेत्र में जो नजारे दिखते हैं उनमें कहीं भी कृत्रिमता नहीं होती है। यहीं वजह है कि एक वक्त पर शिमला शहर में जितनी भीड़ होती है, ठीक उसी वक्त पर शिमला के आसपास फैले चीर के जंगलों में भी प्राकृतिक सुन्दरता का लुत्फ उठाते पर्यटक बड़ी तादाद में नजर आते हैं। बर्फीले पहाड़, घने जंगल, पेड़ों पर जमी बर्फ और शांत परिवेश कुछ ऐसी चीजें हैं जो शहरों की भागादौड़ी में थक चुके लोगों को सुकून पहुंचाती है।
शानदार मौसम
शिमला ऐसी जगह है जहां कोई भी सैलानी साल के किसी भी समय जा सकता है। शिमला में घूमने जाने के लिए साल में कोई खास वक्त का होना जरूरी नहीं होता है। अगर कोई गर्मियों की छुट्टियों में शिमला जाने का प्लान बनाता है तो उसे वहां हल्की ठंड के साथ सुकून वाला मौसम मिलेगा। तेज गर्मी की चिपचिपाहट या धूप की जलन जैसी परेशानियां नहीं होगी। लेकिन सर्दियों में तो शिमला जन्नत ही बन जाता है। सफेद बर्फ, स्नो एडवेंचर और जंगलों में पेड़ों पर जमी बर्फ के नजारें…शिमला का एक अलग ही अवतार निखार कर सामने लाते हैं।
एडवेंचर एक्टिविटी
शिमला में कई तरह की एडवेंचर एक्टिविटी भी की जा सकती है, जो एडवेंचर प्रेमियों को आकर्षित करता है। बर्फबारी होने के बाद स्कीईंग से लेकर स्केटिंग जैसी एक्टिविटी करने लोग पहुंचते हैं। इसके अलावा पैराग्लाइडिंग, कैम्पिंग और ट्रेकिंग जैसी एडवेंचर एक्टिविटी का भी शिमला हब है, जिनके आकर्षण से यहां हर साल लाखों देसी-विदेशी पर्यटक आते रहते हैं। शिमला में दक्षिण एशिया का एकमात्र प्राकृतिक आइस स्केटिंग रिंक है।
सांस्कृतिक धरोहर
शिमला भारतीय, तिब्बती और ब्रिटिश संस्कृति का मिश्रण है। इन सांस्कृतिक धरोहरों की झलक शिमला के त्योहारों, पारंपरिक वेशभूषा से लेकर यहां के उत्सवों और यहां तक की शिमला के लोकल व्यंजनों में भी मिलती है। शिमला एक ऐसी जगह है जहां एक बार आने वाला हर पर्यटक बार-बार आने के बारे में सोचता है। अगर अध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी देखा जाए तो शिमला में कई मंदिर और चर्च हैं जो देखने लायक हैं और यहां पर्यटक भी जरूर आते हैं।
टॉय ट्रेन
शिमला आने की प्रमुख वजहों में कालका-शिमला टॉय ट्रेन को कैसे शामिल नहीं किया जाएगा। यह एक यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट भी है। शानदार प्राकृतिक नजारों का लुत्फ उठाते हुए छुक-छुक कर चलती टॉय ट्रेन की सवारी बच्चे से लेकर बुढ़े तक किसे पसंद नहीं आएगी। लेकिन बात अगर सर्दियों में बर्फ से ढंकी पहाड़ी चोटियों वाले नजारों की हो तो उसके सामने हर नजारा मानों फीका ही पड़ जाता है…है न।
शॉपिंग
शिमला पर्यटकों का सबसे पसंदीदा डेस्टिनेशन अपनी शानदार मार्केट्स की वजह से भी है। शिमला के माल रोड में हैंडीक्राफ्ट के सामान, आभूषण, कढ़ाई वाले शॉल, ऊनी गर्म कपड़े, चमड़े की वस्तुएं आदि मिलती हैं जिनकी मांग हर सीजन में काफी हाई रहती है। शिमला के आसपास चीड़ और देवदार के पेड़ भी काफी ज्यादा पाए जाते हैं। इसलिए इनकी लकड़ियों से छोटे-छोटे बक्से, बर्तन, स्मृति चिन्ह, नक्काशी वाले फोटो फ्रेम आदि भी पर्यटक खरीदकर अपने साथ ले जाते हैं।
लज़ीज व्यंजन
किसी भी पहाड़ी शहर में जाने पर सबसे अधिक आकर्षण पहाड़ी मोमो का होता है। लेकिन शिमला एक ऐसी जगह है जहां हिमाचली सिद्धू, तिब्बती थुकपा से लेकर पहाड़ों वाली मैगी भी फेमस है। इसके अलावा भेय, छा गोश्त, माद्रा, तुड़किया भात आदि कुछ ऐसी डिशेज हैं, जिनको बिना चखे हिमाचल या शिमला की ट्रिप को पूरा माना ही नहीं जा सकता है। ये सभी व्यंजन इतने स्वादिष्ट होते हैं कि लोग यहां कुछ और नहीं बल्कि लोकल हिमाचली व्यंजन ही हर बार ढूंढते हैं।
शांतिपूर्ण माहौल
शिमला कोई छोटी जगह नहीं है। यह एक बड़ा शहर है जहां हर समय पर्यटकों का आना-जाना और चहल-पहल लगी रहती है। इसके बावजूद शिमला का पर्यावरण काफी शांतिपूर्ण माहौल प्रदान करता है। कई बार पर्यटक यहां घूमने के लिहाज से कम और पहाड़ी नजारों व बर्फिली हवाओं के साथ-साथ गर्मागर्म कॉफी की घूंट या तिब्बती/हिमाचली व्यंजनों को एंजॉय करने करने शिमला आते हैं।