नई दिल्ली : सूचना क्रांति आने के बाद एक बड़ा डिजिटल संसार खड़ा हुआ है। इस संसार ने बिजनेस के कई आयामों को जन्म दिया है। आज के समय गवर्नेंस, एजुकेशन, ई-कॉमर्स से लेकर लगभग सभी जरूरी काम डिजिटल स्पेस में हो रहे हैं। इस क्षेत्र ने लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार देने का काम किया है। ऐसे में आज के समय करोड़ों लोग लैपटॉप या दूसरे जरूरी गैजेट से अपना काम कर रहे हैं। अगर आपको भी ऑफिस का काम करने के लिए वहां से लैपटॉप मिला है। ऐसे में यह खबर खास आपके लिए है। आज के इस साइबर संसार ने हमारे काम को जितना आसान बनाया है। वहीं यहां पर प्राइवेसी और साइबर क्राइम से जुड़े कई मामले भी सामने निकलकर आते रहे हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको कुछ ऐसे कार्यों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें आपको भूलकर भी ऑफिस से मिले लैपटॉप में नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से –
कई बार ऑफिस से मिले लैपटॉप में आप क्या कर रहे हैं उसे कंपनी की आईटी टीम ट्रैक कर सकती है। इस कारण आपको ऑफिस से मिले लैपटॉप में कुछ आपत्तिजनक चीजें सर्च नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने पर आप दिक्कतों में पड़ सकते हैं।
आपको ऑफिस के लैपटॉप में अपनी निजी फोटो या वीडियो को नहीं रखना चाहिए। कई बार कंपनी को रिजाइन देने के बाद लैपटॉप में सभी चीजों को डिलीट करके जब उसे आप जमा करते हैं तो आपको इस बारे में पता होना चाहिए कि डिस्क रिकवरी टूल की मदद से आपकी डिलीट की हुई फोटो और वीडियो को रिकवर किया जा सकता है।
अगर उसमें आपकी कोई आपत्तिजनक वीडियो या फोटो होगी तो आपको कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इस कारण आपको अपने ऑफिस से मिले लैपटॉप में इन फोटो और वीडियो रखने की भूल नहीं करनी चाहिए।
इसके अलावा आपको ऑफिस के लैपटॉप का इस्तेमाल पर्सनल यूज के लिए नहीं करना चाहिए। ऑफिस में लैपटॉप वापस करते समय अगर उसमें आपके पर्सनल सोशल मीडिया अकाउंट के पासवर्ड सेव्ड रह जाते हैं तो उसका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसे में कोशिश करें कि उसमें अपना सोशल मीडिया अकाउंट लॉगिन न करें अगर कर रहे हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि लॉग आउट होने के बाद पासवर्ड सेव्ड न हो।