नई दिल्ली: सीबीआई ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा किया है। पटना स्थित हजारीबाग स्कूल में पेपर लीक से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आई है। इस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल ने ही पेपर लीक में अहम भूमिका निभाई थी।
सीबीआई का दावा है कि इस पेपर लीक का मास्टरमाइंड पंकज कुमार ही है। पंकज कुमार ने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम के साथ मिलकर परीक्षा के पेपर हासिल किए थे।
स्कूल के प्रिंसिपल ने ही की मदद
आरोप है कि 5 मई को NEET-UG के पेपर्स से भरे ट्रंक को ओएसिस स्कूल में पहुंचाए गया था। पेपर्स के यहां पहुंचने के कुछ ही समय बाद हक और आलम ने कुमार को अनधिकृत रूप से नियंत्रण कक्ष में प्रवेश करने दिया। यहां पर पेपर ट्रंक रखे हुए थे। जहां पंकज ने यहां एडवांस उपकरणों की मदद से ट्रंक को खोलकर उसमे से पेपर्स को निकाला था।
पेपर को सॉल्व करने को दिया
यहां से चोरी किए गए पेपर्स को हजारीबाग में एम्स पटना, रिम्स रांची और भरतपुर के एक मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस छात्रों द्वारा हल किया गया था। इन सॉल्वरों ने चुनिंदा छात्रों को इन प्रश्नों को हल करके दिया। जिसके बाद इन लोगों से पैसे लिए गए थे। सीबीआई ने इनमें से ज्यादातर सॉल्वरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
दोबारा पेपर कराने से SC का इनकार
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में इस बात को माना है कि NEET-UG 2024 पेपर लीक हजारीबाग और पटना में हुआ था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि फिर से परीक्षा कराने का आदेश देना संभव नहीं है क्योंकि इससे परीक्षा देने वाले 24 लाख से अधिक छात्रों पर असर पड़ेगा।
लाखों छात्रों पर पड़ेगा असर
बता दें कि NEET-UG 2024 परीक्षा में अनियमितताओं पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने दोबारा परीक्षा आयोजित नहीं कराने का आदेश दिया। कोर्ट ने माना कि इस तरह की कार्रवाई से लाखों छात्रों पर गंभीर असर पड़ेगा।
छात्र संगठनों का प्रदर्शन
इस बीच ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन के सदस्यों ने NEET परीक्षा में गड़बड़ियों के खिलाफ नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने इन अनियमितताओं के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) से जवाबदेही की मांग की।
छात्रों की तलाश जारी
सीबीआई ने इस साजिश में शामिल सात कथित सॉल्वरों को गिरफ्तार किया है। कुमार के साथ काम करने वाले गिरोह के अन्य सदस्यों की भी पहचान कर ली गई है, जिनमें से कुछ को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही सीबीआई उन उम्मीदवारों की तलाश कर रही है जिन्हें हल किए गए पेपर तक मिले थे।
36 लोग अबतक गिरफ्तार
इस मामले में अब तक 36 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच में पता चला है कि इन सॉल्वरों को खास तौर पर इसी योजना के तहत हजारीबाग लाया गया था। सीबीआई की जांच से परीक्षा की सुरक्षा में गंभीर चूक सामने आई है। साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाएं ना हो इसके लिए जरूरी कदम उठाने के लिए कहा गया है।