प्रकाश मेहरा
एग्जीक्यूटिव एडिटर
नई दिल्ली: भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बांग्लादेश के पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा को लेकर बयान देने पर प्रतिक्रिया दी। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, “हम पश्चिम बंगाल की घटनाओं को लेकर बांग्लादेश की ओर से की गई टिप्पणियों को खारिज करते हैं. यह एक छिपा हुआ और भ्रामक प्रयास है। यह भारत की उस चिंता के साथ समानता स्थापित करने की कोशिश करता है, जो बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के निरंतर उत्पीड़न को लेकर है, जहां ऐसे अपराधों के दोषी अब भी खुलेआम घूम रहे हैं. अनावश्यक टिप्पणियां करने और नैतिक उपदेश देने के बजाय, बांग्लादेश को अपने ही देश के अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा पर ध्यान देना चाहिए।”
मुर्शिदाबाद में वक़्फ़ क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध !
हाल ही में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक़्फ़ क़ानून के ख़िलाफ़ हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी. इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस के प्रेस सेक्रेटरी शफ़ीकुल आलम ने कहा था, “हम मुर्शिदाबाद में हुई सांप्रदायिक हिंसा के लिए बांग्लादेश को दोषी ठहराने के किसी भी प्रयास को कड़े शब्दों में खारिज करते हैं. हम मुसलमानों पर हुए हमलों की निंदा करते हैं, जिनमें जान-माल का नुकसान हुआ है।”
“हम भारत सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार से आग्रह करते हैं कि वे अल्पसंख्यक मुस्लिम आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं।”