स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई 2025 को युद्धविराम (सीजफायर) की घोषणा हुई, जिसने दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को अस्थायी रूप से शांत किया। यह सीजफायर 2025 के पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू हुए सैन्य टकराव के बाद आया, जिसने दोनों देशों को युद्ध के कगार पर ला खड़ा किया था। नीचे इस सीजफायर की इनसाइड स्टोरी और इसके पीछे की प्रक्रिया का संक्षिप्त विवरण एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा से समझिए।
पहलगाम हमले से शुरू हुआ तनाव !
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में घाटी में हुए आतंकी हमले में 27 लोग मारे गए, जिनमें 25 हिंदू पर्यटक, एक ईसाई पर्यटक और एक स्थानीय मुस्लिम शामिल थे। इस हमले की जिम्मेदारी द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली, लेकिन भारत ने पाकिस्तान पर हमले को प्रायोजित करने का आरोप लगाया। भारत ने 6-7 मई 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई और मिसाइल हमले किए। भारत ने दावा किया कि ये हमले आतंकी ढांचे को निशाना बनाने के लिए थे।
इसके बाद दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारी गोलाबारी, ड्रोन हमले और सैन्य कार्रवाइयां शुरू हो गईं। पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने नाकाम कर दिया।
सीजफायर पर कैसे बनी सहमति ?
10 मई 2025 को दोपहर 3:35 बजे (IST) पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने भारतीय DGMO को फोन किया। इस बातचीत में दोनों पक्षों ने जमीनी, हवाई और समुद्री क्षेत्रों में सभी सैन्य कार्रवाइयों और गोलीबारी को रोकने पर सहमति जताई। यह सीजफायर उसी दिन शाम 5:00 बजे से लागू हो गया। भारत की शर्तें सूत्रों के अनुसार, यह सीजफायर भारत की शर्तों पर हुआ। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख बनाए रखा और संकेत दिया कि भविष्य में आतंकी गतिविधियां युद्ध की कार्रवाई मानी जाएंगी।
किसने क्या कहा ?
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट करते हुए लिखा: “भारत और पाकिस्तान के बीच आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी है। भारत ने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख बनाए रखा है। भारत ऐसा करना जारी रखेगा।”
India and Pakistan have today worked out an understanding on stoppage of firing and military action.
India has consistently maintained a firm and uncompromising stance against terrorism in all its forms and manifestations. It will continue to do so.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) May 10, 2025
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, “पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने आज दोपहर 15:35 बजे भारतीय DGMO को फोन किया। उनके बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष भारतीय मानक समयानुसार 17:00 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। आज दोनों पक्षों को इस सहमति को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को 12:00 बजे फिर से बात करेंगे।”
#WATCH | दिल्ली: विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने आज दोपहर 15:35 बजे भारतीय DGMO को फोन किया। उनके बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष भारतीय मानक समयानुसार 17:00 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर… pic.twitter.com/l0UUTEWMsZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 10, 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, “अमेरिका की मध्यस्थता में एक लंबी रात की बातचीत के बाद मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल संघर्षविराम पर सहमत हो गए हैं.”
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) May 10, 2025
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने ट्वीट किया, “पाकिस्तान और भारत तत्काल प्रभाव से संघर्षविराम पर सहमत हो गए हैं।”
Pakistan and India have agreed to a ceasefire with immediate effect. Pakistan has always strived for peace and security in the region, without compromising on its sovereignty and territorial integrity!
— Ishaq Dar (@MIshaqDar50) May 10, 2025
डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर की घोषणा की !
अमेरिका और सऊदी अरब ने इस तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सबसे पहले ट्वीट कर सीजफायर की घोषणा की। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने 48 घंटों तक भारत और पाकिस्तान के नेताओं जैसे पीएम नरेंद्र मोदी, पाक पीएम शहबाज शरीफ, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर के साथ बातचीत की।
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीजफायर की पुष्टि की। पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने भी ट्वीट कर कहा कि दोनों देश तत्काल प्रभाव से युद्धविराम के लिए सहमत हुए हैं।
'भारत-पाक के बीच युद्धविराम, दोनों ओर से कोई फायरिंग नहीं होगी, पाकिस्तान ने किया युद्ध रोकने का आग्रह'- विक्रम मिसरी, विदेश सचिव#IndianArmy #IndiaPakistanTensions pic.twitter.com/E0j8qVvxKZ
— PAHAL TIMES (@pahal_times) May 10, 2025
सीजफायर के पीछे की वजहें ?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान को सैन्य और रणनीतिक रूप से कमजोर किया। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही संकट में थी, और भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने से दबाव और बढ़ गया। दोनों देशों के पास परमाणु हथियार होने के कारण वैश्विक समुदाय, खासकर अमेरिका ने युद्ध को रोकने के लिए सक्रियता दिखाई। सऊदी अरब, चीन, और अन्य देशों ने दोनों पक्षों से शांति की अपील की। पाकिस्तान ने भी खाड़ी देशों और चीन से संपर्क कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की थी। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त संदेश देते हुए अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया। सीजफायर को भारत की शर्तों पर लागू करना उसकी कूटनीतिक और सैन्य जीत माना जा रहा है।
सीजफायर क्या है ?
सीजफायर एक अस्थायी सैन्य समझौता है, जो युद्धग्रस्त क्षेत्र में शत्रुता को रोकता है। यह शांति की ओर पहला कदम हो सकता है, लेकिन यह संघर्ष का स्थायी अंत नहीं है। इसका उपयोग घायलों को निकालने, वार्ता शुरू करने, या तनाव कम करने के लिए होता है। दोनों देशों के DGMO 12 मई 2025 को दोबारा बात करेंगे। भारत ने स्पष्ट किया है कि आतंकवाद के खिलाफ उसका रुख अडिग रहेगा।
भारत की सैन्य और कूटनीतिक ताकत का प्रदर्शन !
यह सीजफायर भारत की सैन्य और कूटनीतिक ताकत का प्रदर्शन है, जिसने पाकिस्तान को अपनी शर्तों पर सहमति के लिए मजबूर किया। हालांकि, यह एक अस्थायी राहत है, और भविष्य में स्थायी शांति के लिए आतंकवाद और सीमा विवाद जैसे मुद्दों पर गंभीर बातचीत जरूरी होगी। अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता और भारत की सख्त नीति ने इस युद्धविराम को संभव बनाया, लेकिन दोनों देशों के बीच तनाव की जड़ें अभी भी बरकरार हैं।