यूपी डेस्क/गाजियाबाद: गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के नाहल गांव में 25 मई 2025 की देर रात नोएडा पुलिस की एक टीम हिस्ट्रीशीटर अपराधी कादिर उर्फ मंटा को गिरफ्तार करने गई थी। इस दौरान बदमाशों ने पुलिस पर हमला कर दिया, जिसमें शामली जिले के बधेव गांव निवासी सिपाही सौरभ देशवाल (30 वर्ष) को सिर में गोली लगी। उन्हें तुरंत गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। सौरभ 2016 में उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए थे और नोएडा में विशेष कार्य बल (एसओजी) में तैनात थे। उनकी बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा के लिए उन्हें जाना जाता था।
पत्नी आयुषी और मां का रो-रोकर बुरा हाल
26 मई 2025 को दोपहर में सौरभ का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बधेव लाया गया, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनकी पत्नी आयुषी और मां कला देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। पत्नी बार-बार बेहोश हो रही थीं, और मां बेटे को पुकारते हुए चीख रही थीं। गांव में हजारों लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए और हर आंख नम थी। सौरभ की शादी 2019 में हुई थी, लेकिन उनकी कोई संतान नहीं थी। उनके परिवार में बुजुर्ग माता-पिता और एक बड़ा भाई रजत हैं, जो खेती करते हैं।
आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी की घोषणा
उत्तर प्रदेश सरकार ने शहीद के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और एक सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने भी एक लाख रुपये और पुलिसकर्मियों के एक दिन के वेतन की सहायता की घोषणा की। सौरभ के पिता उत्तम कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और उनके अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की मांग की है। पुलिस ने कादिर को गिरफ्तार कर लिया है, और अन्य हमलावरों की तलाश जारी है। यह घटना गाजियाबाद और शामली में चर्चा का विषय बनी हुई है।