नई दिल्ली। जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब देशभर में अगले उपराष्ट्रपति के नाम पर चर्चा शुरू हो गई है। एनडीए ने जहां पीएम मोदी और सदन में नेता जेपी नड्डा को उम्मीदवार तय करने की जिम्मेदारी सौंपी है तो विपक्ष भी संयुक्त उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं। इस बीच, तीन के नामांकन भी दाखिल कर दिया, लेकिन उन्हें झटका लगा है।
‘द न्यू इंडियन एक्सप्रेस’ के अनुसार, जिन तीन लोगों ने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया था, उनके नाम- तमिलनाडु के सलेम के रहने वाले के. पद्मराजन, दिल्ली के मोती नगर निवासी जीवन कुमार मित्तल और आंध्र प्रदेश के श्रीमुखलिंगम गांव के रहने वाले नायडूगरी राजशेखर थे। हालांकि, उपराष्ट्रपति चुनाव अधिनियम की धारा 5बी की उपधारा (4) के तहत तीनों के नामांकन पेपर खारिज हो गए।
पद्मराजन और मित्तल ने अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों की मतदाता सूची की प्रमाणित प्रतियां संलग्न कीं, जिनमें पंजीकृत मतदाता के रूप में उनके नाम थे, लेकिन ये चुनाव नोटिफिकेशन जारी होने से पहले की थीं। वहीं, तीसरे शख्स राजशेखर की प्रति निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ) द्वारा प्रमाणित नहीं थी। वह 15,000 रुपये की जमानत राशि भी जमा नहीं कर पाए।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी, राज्यसभा महासचिव पी. सी. मोदी ने तीनों के नामांकन पत्र क्रम में न होने के कारण खारिज कर दिए। चुनाव आयोग के नोटिफिकेशन के अनुसार, नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है और दस्तावेजों की जांच 22 अगस्त को की जाएगी।
नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 25 अगस्त है। स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए 21 जुलाई को धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव आवश्यक हो गया था। उनका कार्यकाल अगस्त 2027 में समाप्त होना था। संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, मध्यावधि चुनाव की स्थिति में, पदधारी को पूरे पांच साल का कार्यकाल मिलता है।
कोई व्यक्ति उपराष्ट्रपति पद के लिए तब तक निर्वाचित नहीं हो सकता जब तक वह भारत का नागरिक न हो, 35 वर्ष की आयु पूरी न कर चुका हो और राज्यसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित होने के योग्य न हो। सत्तारूढ़ एनडीए को उपराष्ट्रपति चुनाव में स्पष्ट बढ़त हासिल है। उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों द्वारा किया जाता है, साथ ही उच्च सदन के मनोनीत सदस्य भी मतदान के पात्र होते हैं। 543 सदस्यीय लोकसभा में एक सीट – पश्चिम बंगाल में बशीरहाट – रिक्त है, जबकि 245 सदस्यीय राज्यसभा में छह रिक्तियां हैं।
रेस में कौन-कौन शामिल?
उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए और इंडिया गठबंधन की ओर से उम्मीदवार के नाम का ऐलान जल्द हो जाएगा। लेकिन अभी इसकी रेस में कई नाम बने हुए हैं। सबसे पहले नाम बिहार के सीएम नीतीश कुमार का आया, लेकिन अब उनके बनने की चर्चा बहुत कम हो गई है। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना और राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश सिंह भी रेस में आ गए हैं।